जैसे ही आप पर कुछ एक्स्ट्रा किलो वज़न चढ़ने लगता है, आपके जान पहचान वाले टोकने लगते हैं. आप भी ख़ुद के बदल रहे शेप को देखकर चिंतित होते हैं और शरीर को सही आकार में लाने की कोशिश में लग जाते हैं. पर क्यों ऐसा होता कि हम मानसिक स्वास्थ्य को नज़रअंदाज़ कर देते हैं? आज वर्ल्ड मेंटल हेल्थ डे पर डॉ अबरार मुल्तानी दिमाग़ी सेहत को नज़रअंदाज़ करने के कारण तो बता ही रहे हैं, साथ ही मन को स्वस्थ्य रखने के 7 छोटे-छोटे तरीक़े भी सुझा रहे हैं.
हम अक्सर दिनचर्या में अपने एक बहुत महत्वपूर्ण शरीर के हिस्से को भूल जाते हैं. भूल शायद इसलिए भी जाते हैं क्योंकि वह हिस्सा अदृश्य जो है. लेकिन अदृश्य होने से किसी चीज़ का महत्व कम तो नहीं हो जाता. क्या आप अदृश्य हवा को पानी से कम महत्व देंगें? नहीं ना. हम हमारे अदृश्य मन को स्वस्थ रखना भूल जाते हैं. हम सजते हैं, संवरते हैं, नहाते हैं, खाते हैं, पीते हैं लेकिन इस सब में मन के लिए कुछ नहीं करते जबकि सब काम उसी की प्रसन्नता के लिए हैं लेकिन, अनियंत्रित, दिशाहीन. हमें अपने मन को प्रसन्न और स्वस्थ रखने के लिए यह काम करना चाहिए.
तरीक़ा# 1 नेकियां: रोज़ एक नेक काम. वह काम कुछ भी हो सकता है, मां-बाप से प्रेम और सम्मान पूर्वक बात या किसी ज़रूरतमंद की मदद या किसी जानवर को कुछ दाना या रोटी डालना.
तरीक़ा# 2 धूप: धूप मन को डर और नकारात्मकता से दूर करती है और सकारात्मकता की तरफ़ धकेलती है. 15 मिनट से 30 मिनट की रोशनी ज़रूरी है मन को आनंद की राह दिखाने के लिए.
तरीक़ा# 3 प्रकृति से नज़दीकियां: रोज़ाना कुछ देर किसी पेड़ के नीचे बैठें या घास पर चलें या बाग़वानी करें या फूलों को देखें उनकी ख़ुशबू सूंघें, नदियों को तालाबों को निहारें, उगते सूरज को देखें, शीतल चांदनी में नहाए चांद को देखें, टिमटिमाते तारों को देखें. प्रकृति से सुंदर कुछ भी नहीं और सुंदरता से शांतिदायक कुछ नहीं.
तरीक़ा# 4 ख़ुशहाल परिवार: घर और परिवार को कभी बिगड़ने और बिखरने ना दें ना कोई कलह होने दें. ख़ुशहाल परिवार के बिना सब कुछ व्यर्थ है. हां, सेहत भी व्यर्थ है. ख़ुशहाल परिवार के बिना आरोग्यता नहीं पाई जा सकती और ना आनंद.
तरीक़ा# 5 समय पर पौष्टिक भोजन: समय पर भोजन ना मिले और पौष्टिक ना हो तो शरीर के साथ साथ मन भी दुःखी होता है.
तरीक़ा# 6 डेटा पर लगाम: नकारात्मक लोगों, ख़बरों और प्रोग्रामों से दूर रहें. और बेवजह का डेटा भी अपने मन को ना परोसें. हमारा दिमाग़ हर दिए गए डेटा का प्रोसेस करता है. अगर आप इसे बेवजह के ढेर सारे डेटा रोज़ाना देंगे तो यह अनियंत्रित हो जाएगा और फिर आपके लिए एक मुसीबत खड़ी कर देगा.
तरीक़ा# 7 पर्याप्त नींद: पर्याप्त आराम के बिना मन शांति नहीं पा सकेगा इसलिए स्वयं को सोने के लिए पर्याप्त समय दें. रात में सोने से 2 घण्टे पहले अपने मोबाइल को सुला दें. क्योंकि अगर यह जागता रहा तो आपको भी नहीं सोने देगा. मेरी सलाह है कि रात में 9 से सुबह 9 तक मोबाइल फ़ोन ऑफ़ रहे तो यह मन के लिए उत्तम है.
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