केरल ट्रैवल मार्ट (केटीएम-2024) के 12वें संस्करण का उद्घाटन समारोह से लेकर उसके अंतिम दिन तक इस आयोजन में मौजूद रही सुमन बाजपेयी बता रही हैं कि इस समारोह की क्या विशेषताएं और ख़ास उपलब्धियां रहीं.
मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने बीते गुरुवार को कोच्चि में केरल ट्रैवल मार्ट (केटीएम-2024) के 12वें संस्करण का उद्घाटन ली मेरिडियन होटल में किया. इस अवसर पर उन्होंने हाल ही में हुई वायनाड त्रासदी के बाद आतिथ्य उद्योग में उसके पुनरुत्थान की घोषणा भी की. विलिंगडन आइलैंड के सागर-समुद्रिका कन्वेंशन सेंटर में यह मार्ट 27 से 29 सितंबर तक चला. पर्यटन क्षेत्र में लचीलापन लाने के लिए आयोजित इस चार दिवसीय कार्यक्रम केटीएम 2024 में 76 देशों के 808 विदेशी ख़रीदारों में से 67 ब्रिटेन से, 60 खाड़ी से और 55 अमेरिका से थे. रूस से कुल 34 ख़रीदार थे, जबकि शेष यूरोप से 245 ख़रीदार थे. यहां अफ्रीका से 41 ख़रीदार आए थे, जबकि अन्य पूर्वी एशिया से से आए ख़रीदार थे. घरेलू ख़रीदारों के मामले में, महाराष्ट्र (578) सूची में सबसे ऊपर रहा, उसके बाद दिल्ली (340) और गुजरात (263) थे.
यह मार्ट, जो राज्य की अन्य एजेंसियों के साथ-साथ उद्योग के सहयोग से राज्य पर्यटन विभाग की सहायता से आयोजित किया जा रहा था, “संपूर्ण डिजिटल क्रांति” का संकेत देता हुआ था, क्योंकि आयोजकों ने ऐसा सॉफ़्टवेयर बनाया है जो B2B बैठकों के सुचारू संचालन को सुनिश्चित करता है. साथ ही, एक अग्रणी ऐप भी है, जो ग्रीन प्रोटोकॉल का सख़्ती से पालन करता है. 12वें केटीएम में केरल को वेडिंग डेस्टिनेशन के रूप में विशेष महत्व दिया गया है. क्रूज़ पर्यटन एक और ऐसा क्षेत्र है, जहां इस आयोजन पर ध्यान दिया जा रहा है.
इस अवसर पर पर्यटन मंत्री मोहम्मद रियास ने कहा कि केरल का लक्ष्य दक्षिण एशिया का MICE (बैठकें, प्रोत्साहन, सम्मेलन और प्रदर्शन पर्यटन) पर्यटन और वेडिंग डेस्टिनेशन बनना है. अगले साल तक ग्रीनफ़ील्ड, तटीय और पहाड़ी राजमार्गों के साथ-साथ राष्ट्रीय राजमार्ग के पूरा होने से राज्य की कनेक्टिविटी में उछाल आने वाला है.
मोहम्मद रियास ने आगे कहा, “राज्य का कोई भी प्रमुख गंतव्य आगंतुकों के लिए कुछ घंटों से अधिक दूर नहीं है- चाहे वह शांत समुद्र तट हो, बैकवाटर हो या आश्चर्यजनक हिल स्टेशन हो.” उन्होंने यह भी बताया कि केरल में MICE सेगमेंट की विशाल क्षमता का इस्तेमाल करने के लिए विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचा और माहौल है. 580 किलोमीटर से अधिक क्षेत्र में फैले हमारे ख़ूबसूरत राज्य में चार अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे हैं, जिसकी वजह से दुनियाभर के यात्री यहां आसानी से पहुंच सकते हैं.
इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम भी हुए. देश का यह सबसे बड़ा पर्यटन सम्मेलन संसाधनों की व्यापक श्रृंखला के साथ, जहां समानता को महत्व दिया जाता है, राज्य को समावेशी पर्यटन के लिए एक वैश्विक मॉडल बनाता है. इस तरह की समतावादी संस्कृति राज्य को विशेष रूप से ऐसे समय में बढ़ावा देगी, जब नई पीढ़ी के पर्यटक प्रगतिशील मानसिकता रखते हैं और मेज़बानों को उनकी सामाजिक प्राथमिकताओं को पूरा करने की आवश्यकता होती है. यही नहीं, केरल लंबे समय से ज़िम्मेदार पर्यटन (रिस्पांसिबल टूरिज्म) पर ज़ोर देते हुए इस दिशा में आगे बढ़ रहा है.
‘केरल फ़ेस्टिवल डेस्टिनेशन’ की थीम पर आधारित, वाहन निर्मित शानदार मंडप केरल की समृद्ध विरासत और पारंपरिक त्योहार समारोहों को एक अनोखे तरीक़े से दर्शा रहा था, जो यहां विलिंगडन द्वीप के सागर-समुद्रिका कन्वेंशन सेंटर में आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम के 12वें संस्करण में विदेशी और घरेलू ख़रीदारों का ध्यान आकर्षित कर रहा था.
फ़ोटो: सुमन बाजपेयी