यदि आप उन लोगों में से हैं, जो अपनी गर्लफ्रेंड/बॉयफ्रेंड के साथ रहते हुए यूं तो बहुत अच्छा महसूस करते हैं, लेकिन कई बार उनके व्यवहार को लेकर असमंजस में पड़ जाते हैं और सोचने लगते हैं कि क्या मैं इस रिश्ते को आगे बढ़ा सकता/सकती हूं या फिर मुझे दोबारा सोचना चाहिए? तो आप सही आलेख पर हैं, हम आपको यहां चार ऐसे संकेत बता रहे हैं, जिनपर अपने बॉयफ्रेंड/गर्लफ्रेंड को ज़रूर परखें, ताकि आप यह समझ सकें कि इस रिश्ते में आगे बढ़ना सही होगा या नहीं.
हमारे आसपास और हमारी ख़ुद की ज़िंदगी में भी कई ऐसे लोग होते हैं, जो दुनिया के लिए बेहद अच्छे अच्छे होते हैं. ख़ासतौर पर पहली नज़र में, लेकिन कई बार उनके कई-कई चेहरे होते हैं. यह बात आपकी गर्लफ्रेंड/बॉयफ्रेंड के लिए भी तो सही हो सकती है! क्या आपने इस बात पर ग़ौर किया है? अपने दोस्तों, परिजनों से बातचीत के दौरान उनका व्यवहार कभी आपकोअनुचित लगा हो, लेकिन आपने-आज तो उसका मूड ऑफ़ है, सोचकर इसे इग्नोर कर दिया हो. यदि ऐसी घटनाएं कई बार घटी हों तो आपको चाहिए कि नीचे दिए हुए संकेतों पर ध्यान दें और अपने रिश्ते को आगे बढ़ाने से पहले दोबारा इस बारे में सोच लें.
हर छोटे-बड़े फ़ैसले में टांग अड़ाना
यदि आपको कोई फ़ैसला लेना है और इस बारे में आप अपने पार्टनर (गर्लफ्रेंड/बॉयफ्रेंड) से चर्चा करें तो आपको सपोर्ट करने वाला साथी आपको इसके पॉज़िटिव या नेगेटिव नतीजों के बारे में बताएगा और जो भी फ़ैसला आप लेंगे, उसमें वह आपके साथ खड़ा रहेगा. लेकिन यदि आपका पार्टनर आप पर अपने हिसाब से निर्णय लेने का दबाव बनाता है, आपके लिए गए निर्णय में हमेशा कमियां निकालता है या निर्णय के सही हो जाने पर उसका सारा श्रेय ख़ुद लेना चाहता है तो समझ जाइए कि इस रिश्ते के बारे में आपको एक बार और सोचना चाहिए.
अक्सर आपका मज़ाक उड़ाना
यदि गर्लफ्रेंड/बॉयफ्रेंड आपको मज़ाक में ‘बुद्धू’ कह दे तो आपको एक या दो बार यह बात प्यारी लग सकती है, लेकिन यदि बात-बात पर वह आपको बुद्धू या बेवकूफ़ साबित करने लगे तो आपके कान खड़े हो जाने चाहिए. बार-बार आपकी समझ को चुनौती देकर दरअसल ऐसे व्यक्तित्व के लोग आप पर हावी होना चाहते हैं और जताना चाहते हैं कि वे आपसे कहीं ज़्यादा समझदार और बुद्धिमान हैं. और यदि वे आपके जीवन में नहीं रहे तो आप अकेल जीवन गुज़ार ही नहीं सकते. यदि आपका पार्टनर भी ऐसा करता है तो समझ जाइए कि उसके कम से कम दो चेहरे तो हैं ही!
प्यार भी एक्स्ट्रीम और ग़ुस्सा भी
यदि आपका पार्टनर (गर्लफ्रेंड/बॉयफ्रेंड) इस तरह व्यवहार करता है कि आप यह समझ ही नहीं पाते कि वो कब नाराज़ हो जाए और कब बेहद ख़ुश, तब भी आपको उसके बारे में दोबारा सोचना चाहिए. जब वह ख़ुश हो तो आप पर दुनियाभर का प्यार उड़ेलने लगे और जब नाराज़ हो तो इस बात की परवाह किए बिना कि आसपास कौन मौजूद है आपको अपशब्द कहने लगे तो आप इस व्यवहार का यही मतलब निकालिए कि उसके दो चेहरे हैं और यह जान लीजिए कि ऐसे एक्स्ट्रीम व्यवहार वाले लोगों के साथ जीवन गुज़ारना कभी-भीआसान नहीं होता. अत: आप अपने निर्णय पर दोबारा विचार करना चाहिए.
सही सही सब मेरा, ग़लत ग़लत सब तेरा
आपका साथी (गर्लफ्रेंड/बॉयफ्रेंड) बहुत कूल इंसान है. वह कभी नाराज़ नहीं होता, लेकिन बेहद शातिराना ढंग से हर अच्छी बात का श्रेय ख़ुद ले लेता/लेती (चाहे मज़ाक में ही सही) है और हर ग़लत बात का दोष आपके ऊपर ही मढ़ देता/देती है. यह काम वह इस तरह करता/करती है कि आप ये सोचने पर मजबूर हो जाते/जाती हैं कि कहीं सही में तो हर ग़लत बात के लिए आप ही दोषी नहीं है? तो आपको ये मालूम होना चाहिए कि आपका साथी आपको मनिप्यलेट कर रहा है, आपके साथ चालाकी कर रहा है. इस तरह के मनिप्यलेशन का शिकार होने से बचना चाहिए और आपको यह समझना चाहिए कि आपके साथी के एक नहीं, बल्कि कई चेहरे हैं.
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