साल 2009 का चर्चित टीवी शो मन की आवाज़ प्रतिज्ञा, अपने दूसरे सीज़न के साथ लौटा है. शो की कहानी को मेकर्स ने नौ साल आगे बढ़ा दिया है, जिसके चलते बेशक कुछ बदलाव होंगे ही. इस बारे में हमने इस शो के मेल लीड अरहान बहल से बातचीत की, शो में कृष्णा का किरदार निभा रहे हैं.
मन की आवाज़ प्रतिज्ञा उत्तर भारत की गंवई पृष्ठभूमि के चलते शहरी मध्यमवर्ग के दूसरे सीरियल्स के दबदबे के बीच अपनी अलग पहचान रखता था. निर्माता राजन शाही और क्रिएटिव निर्माता पर्ल ग्रे के इस शो के दूसरे सीज़न को भी दर्शकों का प्यार मिल रहा है. क्या है इस सीज़न में ख़ास? क्या चीज़ें बदली हैं और क्या पहले जैसी ही हैं? जैसे सवालों के जवाब दे रहे हैं अभिनेता अरमान बहल.
मन की आवाज़ प्रतिज्ञा 2 के साथ स्क्रीन पर दोबारा लौटते हुए आपको कैसा महसूस हो रहा है?
मुझे ऐसा महसूस हो रहा है मानो मैं अपने घर दोबारा लौट आया हूं. इन कई वर्षों में मैंने कई अलग-अलग किरदार निभाए, पर यह बिल्कुल सही समय था जब आप अपने दिल के सबसे क़रीब रहने वाले किरदार को दोबारा निभाएं. इस बार दर्शकों को बिलकुल नया कृष्णा देखने को मिलने वाला है.
नया कृष्णा से आपका क्या मतलब है? इस सीज़न में आपके किरदार से दर्शक क्या नया एक्सपेक्ट कर सकते हैं?
इस शो की कहानी अब नौ साल आगे बढ़ चुकी है, इसलिए ज़ाहिर है कि कहानी के फ़्लो के साथ कुछ स्पष्ट बदलाव ज़रूर होंगे. हमेशा की तरह इस बार भी कृष्णा के रवैये में कोई बदलाव नहीं आया है लेकिन इस बार वह किसी भी तरह की ग़ैरकानूनी क़ार्रवाई में शामिल नहीं होगा. अब वह एक सीधा-सादा व्यक्ति बन गया है, जिसका वास्ता क़ानून से दूर-दूर तक नहीं है, लेकिन हां उसका कैरेक्टराइज़ेशन कुछ ऐसा किया गया है कि आपको कभी भी सरप्राइज़ देखने मिल सकता है.
पहले सीज़न में पूजा गौर और आपकी केमिस्ट्री काफ़ी सराही गई थी. क्या इस बार भी वह जादू देखने मिलेगा?
देखिए पूजा एक को-स्टार के रूप में काफ़ी सपोर्टिंग और समझदार इंसान हैं. हमारे बीच कभी कोई क्रिएटिव डिफ़रेंसेस नहीं रहे हैं. अगर कभी हमारे बीच शो से जुड़े किसी प्रकार के बदलावों को लेकर मतभेद आता भी है तो उसे हम साथ बैठकर और उसपर चर्चा करके उसका निष्कर्ष निकाल लेते हैं. जब क़रीब एक दशक के लंबे अंतराल के बाद हमने शूटिंग दोबारा शुरू की तो ऐसा लगा ही नहीं कि हम इतने सालों के बाद एक साथ शूट कर रहे हैं. हमें किसी भी तरह का फ़र्क़ महसूस नहीं हुआ. शूटिंग के दौरान सब कुछ स्वाभाविक रूप से होता गया. पिछला वाला मैजिक रीक्रिएट करने का निश्चित रूप से हम पर कोई दबाव नहीं है, लेकिन एक जिज्ञासा ज़रूर है कि यह शो अब हमारे अलावा बच्चों के साथ दर्शकों को कैसा लगेगा और उन्हें कितना पसंद आएगा.
लंबे समय बाद सेट पर अपने सभी सह-कलाकारों से दोबारा मिलकर कैसा महसूस हो रहा है? ख़ासकर सज्जन सिंह का किरदार निभाने वाले अनुपम श्याम के साथ कैसा अनुभव रहा है?
इतने सालों बाद शो के हर एक पुराने किरदार से मिलकर बहुत अच्छा लगा. इस पुनर्मिलन को देखना एक अनोखे मौक़े के समान था जब सभी की पुरानी यादें ताज़ा हो गईं और यह पॉज़िटिव एनर्जी सभी किरदारों की परफ़ॉर्मेंस में झलकती है. मुझे लगता है कि हम सभी बहुत सौभाग्यशाली हैं जो पुराने पलों को दोबारा जीवित कर पा रहे हैं.
रही बात अनुपम श्याम के साथ काम करने का तो उनके साथ काम करने का अनुभव पहले की तरह ही है. उनके साथ शूटिंग करने में हमेशा मज़ा आता है और इस बार भी उनके साथ काम करते हुए और उनसे सीखते हुए बहुत अच्छा लग रहा है.
शो के दूसरे सीज़न से आपकी क्या उम्मीदें हैं?
दर्शकों ने हमारे पहले सीज़न पर अपने प्यार की बौछार कर दी थी और उन्होंने इस शो के दूसरे सीज़न के लिए बहुत लम्बे समय का इंतज़ार भी किया और यह कयास लगाकर बैठे थे कि वह दोबारा कृष्णा और प्रतिज्ञा को साथ-साथ अपने टीवी स्क्रीन पर दोबारा देखेंगे और उनकी उम्मीदें पूरी हुईं और हम दर्शकों से मिलने दोबारा लौट आए. अब बस हमें पूरी आशा है कि हम दर्शकों की उम्मीदों पर खरा उतरे जो हमारा लम्बे समय से इंतज़ार कर रहे थे.
कहानी नौ साल आगे बढ़ गई है तो ज़ाहिर है कि यह वहीं से शुरू होगी, जहां हमने इसे सालों पहले छोड़ा था. शुरू में दर्शकों को कुछ सीन्स ऐसे देखने को मिलेंगे जहां पूरे परिवार की स्टोरी शॉर्ट में दिखाई जाएगी. मैं इसे बदलाव नहीं कहना चाहता, लेकिन दर्शकों को फिर भी इसमें कुछ नयापन देखने को ज़रूर मिलेगा.