कई बार हम केवल यह सोच कर फ़िटनेस की ओर क़दम नहीं बढ़ाते हैं कि ये तो बड़ा समय लेने वाला काम है, जब फ़ुरसत मिलेगी तब फ़िटनेस पर काम कर लेंगे. लेकिन आपको बता दें कि फ़िटनेस के लिए दिन में पांच-पांच मिनट के प्रयास भी बेहद कारगर रहते हैं! आपको यक़ीन नहीं आता? तो ये आलेख पढ़ लीजिए…
फ़िटनेस के प्रयास केवल इसलिए मत टालिए कि इसके लिए ज़्यादा समय की दरकार होती है. पांच-पांच मिनट के ब्रेक लेकर की गई छोटी-छोटी गतिविधियां भी आपकी फ़िटनेस को बढ़ाती हैं और यहां हम आपको ऐसी ही गतिविधियों के बारे में बता रहे हैं.
फ़िट भी रहिए और रचनात्मकता भी बढ़ाइए
लंबे समय तक कुर्सी से चिपक कर काम रहे/रही हैं? तुरंत एक पांच मिनट के ब्रेक के लिए उठ खड़े होइए. लगातार बैठे रह कर काम करने की तुलना में एक छोटी सी वॉक आपको ज़्यादा क्रिएटिव बनाएगी. जरनल ऑफ़ एक्स्पेरिमेंटल साइकोलॉजी, लर्निंग, मेमोरी ऐंड कॉग्निशन में प्रकाशित हुए एक शोध के अनुसार, ऐसी वॉक हमें रचनात्मक सोच देती है. तो चेयर से उठें और पूरे ऑफ़िस का एक चक्कर लगा आएं या फिर कॉफ़ी वेंडिंग मशीन तक के चार-पांच चक्कर लगा लें और लौटते समय हाथ में काफ़ी का मग लेते हुए लौट आएं. कुल मिलाकर बात ये कि काम के लंबे घंटों के बीच सजग और सृजनात्मक बने रहने के लिए आपको बहुत लंबे, पसीना निकालने वाले एक्सरसाइज़ सत्र की ज़रूरत नहीं है. एक छोटा सत्र आपको फ़िट और क्रिएटिव रखने में कारगर है.
यहां तो बात पांच सेकेंड में भी बन जाएगी
यह तो आपने भी महसूस किया होगा कि जब भी मन अशांत हो यदि आप अपनी आंखें बंद कर उस सुंदर सी जगह को याद करें, जहां जाने से आपका मन शांत हो जाता है तो कुछ ही पलों में आपको भीतर से शांति का एहसास होने लगता है, है ना! और आपका मन होता है कि आप तुरंत वहां पहुंच जाएं. और इसी तरह जब आपको भूख लग आई हो तो उस रेस्तरां के बारे में सोचने से जहां की कोई डिश आपको बेहद पसंद हैं, आपको तुरंत ही वहां जाने की इच्छा होने लगती है. जिस तरह किसी अच्छे रेस्तरां में जाने के बारे में सोचने से ही आपको वहां जाने की इच्छा होने लगती है. ठीक इसी तरह जरनल मेमोरी में छपी रिपोर्ट के अनुसार, यदि आप किसी वर्कआउट के अच्छे सत्र को याद करें, जिसके बाद आपको हल्का महसूस हुआ था, अच्छा लगा था, फ़िट होने की अनुभूति हुई थी या लंबी थकानभरी ट्रेकिंग करने के एक ख़ूबसूरत दृश्य देखने को मिला था तो आपके भीतर दोबारा वैसा ही वर्क आउट करने की इच्छा ज़ोर मारने लगती है. तो ऐसे किसी वर्क आउट को याद करें और उसके तुरंत बाद जुट जाएं एक्सरसाइज़ में.
कारगर हैं पांच-पांच मिनट की तीव्र गति से की गई एक्सरसाइज़
धीमी गति से लगातार की गई एक्सरसाइज़ की तुलना में थोड़े थोड़े अंतराल पर की गई तीव्र या तेज़ एक्सरसाइज़ हमारे मेटाबॉलिज़्म के लिए ज़्यादा अच्छी होती हैं. तो बजाय 30 मिनट लगातार एक्सरसाइज़ करने के आप दिन में पांच या छह बार पांच-पांच मिनट के तीव्र वर्क आउट सेशन्स को अपनी दिनचर्या में जगह दीजिए. इससे आपके ब्लड प्रेशर में भी सुधार आएगा और आपके मेटाबॉलिज़्म में भी.
वज्रासन के पांच मिनट
वज्रासन एकमात्र ऐसा आसन है, जिसे खाना खाने के तुरंत बाद भी किया जा सकता है. वज्रासन हमारे पाचन तंत्र के लिए बेहद अच्छा होता है और यह हमारा पॉस्चर भी सुधारता है. अत: लंच और डिनर के बाद केवल पांच-पांच मिनट के वज्रासन के सत्र आपकी फ़िटनेस को सुधार सकते हैं. तो आज से ही इसका अभ्यास शुरू कर दीजिए.
फ़ोटो : फ्रीपिक