उम्मीद पर दुनिया कायम है, इस कविता में कवि केदारनाथ अग्रवाल एक बेहतर उज्जवल भविष्य की उम्मीद जता रहे हैं.
इसी जन्म में,
इस जीवन में,
हमको तुमको मान मिलेगा
गीतों की खेती करने को,
पूरा हिंदुस्तान मिलेगा
क्लेश जहां है,
फूल खिलेगा,
हमको तुमको त्रान मिलेगा
फूलों की खेती करने को,
पूरा हिन्दुस्तान मिलेगा
दीप बुझे हैं,
जिन आंखों के,
उन आंखों को ज्ञान मिलेगा
विद्या की खेती करने को,
पूरा हिन्दुस्तान मिलेगा
मैं कहता हूं,
फिर कहता हूं,
हमको तुम को प्रान मिलेगा
मोरों सा नर्तन करने को,
पूरा हिन्दुस्तान मिलेगा
Illustration: Pinterest