सफ़ेद ज़हर कही गई चीज़ों में मैदा, नमक के साथ शक्कर भी है. इन तीनों ने हमें जितना बीमार किया है, उतना शायद ही किसी और चीज़ ने किया हो. आइए जानते हैं, शक्कर की क्रेविंग सताने पर आप उसके कौन-से सेहतमंद विकल्पों को अपना सकते हैं.
शक्कर का सेहत पर दुष्प्रभाव किसी से भला छुपा है क्या? यही कारण है कि आजकल बहुत से लोग अपने खानपान से इसे निकाल बाहर करना चाहते हैं. अगर आप भी इसी कोशिश में हैं, पर शक्कर है कि आपको छोड़ ही नहीं रही है यानी मीठा खाने का मन बराबर करता रहता है! तो आप सही आर्टिकल पढ़ रहे हैं. हम यहां शक्कर न खाते हुए भी सेहतमंद तरीक़े से मीठे का आनंद लेने के बारे में बात करने जा रहे हैं.
शक्कर की जगह खाएं: कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट्स
हमें काम करने के लिए ऊर्जा की ज़रूरत होती है. शरीर को आवश्यक ऊर्जा की सबसे अधिक सप्लाई कार्बोहाइड्रेट्स से होती है. अगर आपने शक्कर को अपनी डायट से निकाल बाहर करने का पक्का फ़ैसला कर लिया है तो खानपान में रिफ़ाइंड्स कार्बोहाइड्रेट्स की जगह कॉम्प्लेक्स कार्ब्स शामिल करें. यानी ब्रेड, पास्ता और मिठाइयों की जगह आपको डायट में होल ग्रेन्स यानी साबुत अनाज, भुने आलू, बीन्स जैसे कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट्स शामिल करने चाहिए.
शक्कर की जगह खाएं: प्रोटीन्स
पॉल्ट्री प्रॉडक्ट्स और मछलियां, डेयरी प्रॉडक्ट्स और दालें, लेंटिल्स, बीन्स, टोफ़ू जैसी प्रोटीन से भरी चीज़ें आपके शुगर क्रेविंग को प्रभावशाली तरीक़े से कम करती हैं. ब्रेकफ़ास्ट में प्रोटीन से समृद्ध चीज़ें खाकर आप दिनभर ऊर्जावान बने रहेंगे और साथ ही साथ आपको भूख भी कम लगेगी. प्रोटीन्स भूख के लिए ज़िम्मेदार हार्मोन ग्लेरिन की मात्रा कम करते हैं और पेट को लंबे समय तक भरा महसूस कराते हैं.
मीठा खाने की इच्छा को पूरा करने के लिए प्रोटीन की प्रचुर मात्रावाले नट्स, जैसे-काजू, बादाम, पिस्ता, चिया सीड्स, सूरजमुखी के बीज आदि को डायट में जगह दें. अपने लिए नट्स, सीड्स और ड्रायफ्रूट्स से पोषण देनेवाला बार बनाएं.
शक्कर की जगह खाएं: फल
फलों में प्राकृतिक मिठास होती है, इसके अलावा इसमें सेहतमंद विटामिन्स, मिनरल्स और डायटरी फ़ाइबर्स होते हैं. मीठा खाने का मन करे तो बेरीज़, अंगूर, अनन्नास और आम जैसे ज़्यादा मिठास वाले फल, सीज़न और उपलब्धता के अनुसार खा सकते हैं. फलों को प्रोटीन के साथ मिलाकर खाने से न केवल आपकी मीठा खाने की इच्छा संतुष्ट होगी, बल्कि आप लंबे समय तक भूख का अनुभव नहीं करेंगे. आप सेब या केला को होममेड शुरगर फ्री पीनट बटर के साथ, संतरा या बेरीज़ को पनीर के साथ, फ़िग्स को चीज़ के साथ खा सकते हैं.
हां, प्रिज़र्वेटिव्स और ऐडेड शुगरवाले केन्ड फ्रूट्स खाने से बचें. यही बात फलों के जूस पर भी लागू होती है. अगर आपको फ्रूट जूस पीना हो तो घर पर ही बनाएं, बजाय बाज़ार से केन्ड जूस ख़रीदकर पीने के.
शक्कर की जगह खाएं: डार्क चॉकलेट्स
कई बार जब हमें किसी सवाल का जवाब नहीं सूझ रहा होता या हम बुरी तरह उलझ गए होते हैं तो एक चॉकलेट खाकर दिमाग़ काम करने लगता है. बेशक चॉकलेट में कोई जादू नहीं होती, पर मीठे के चलते आपको ख़ुशी महसूस होती है और दिमाग़ दोबारा सक्रिय हो जाता है. पर चॉकलेट खाना कोई अच्छी बात तो है नहीं. अगर आपको चॉकलेट खाना ही हो तो वाइट या मिल्क चॉकलेट की जगह डार्क चॉकलेट के एक-दो पीसेस खाएं. हालांकि इसकी कड़वाहट आपको बुरी लग सकती है, पर एक बार जब आपके टेस्ट बर्ड्स इसको लेकर सहज हो जाएंगे तो आप दूसरे चॉकलेट्स भूल जाएंगे. डार्क चॉकलेट्स में 70% से अधिक कोको होता है, जो इसको ऐंटी-ऑक्सिडेंट और ऐंटी-इन्फ़्लेमेटरी गुणों से भर देता है. यानी शक्कर की जगह डार्क चॉकलेट खाने को हम एक सेहतमंद ऑप्शन कह सकते हैं.
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