हम जनसंख्या में विश्व में दूसरे नंबर पर हैं, बावजूद इसके ‘सेक्स’ पर चर्चा हमारे यहां वर्जित है. और हमारे देश में प्रति वर्ष प्रति वयस्क 5.9 लीटर शराब की खपत होती है, बावजूद इसके हमारे यहां ‘शराब’ पर चर्चा करना भी वर्जित है, क्योंकि शराब पीना अच्छा नहीं माना जाता. अब जब हम सेक्स और शराब जैसी दो मादक और वर्जित (चर्चा के लिए) चीज़ों के कॉकटेल के बारे में बात कर रहे हैं तो बात ज़रूर काम की ही होगी. कितने काम की है? पढ़िए और ख़ुद ही तय कीजिए.
हमारे देश में सार्वजनिक जीवन में सेक्स और शराब पर बात करना अच्छा नहीं माना जाता. लोग इससे बचते हैं, झिझकते हैं. और यदि आप बात शराब और सेक्स के तालमेल की करें तो इस बारे में गूगल सर्च तो बहुत किया जाता है, लेकिन सार्वजनिक तौर पर हमने इसे चर्चा का विषय नहीं बनाया है. दोस्तों के बीच यदि आप कभी-कभार इस पर बात कर भी लें तो अलग-अलग नज़रिए जानने मिलते हैं, मसलन, कुछ को लगता है कि शराब से सेक्स के लिए माहौल तैयार हो जाता है, जबकि कुछ इन दोनों के कॉकटेल से दूर रहने की सलाह देते हैं. ऐसे में यदि आप भी इस कॉकटेल के इफ़ेक्ट को लेकर संशय में हैं तो यहां आपको मोटी-मोटी जानकारी मिल जाएगी कि यह कॉकटेल दरअस्ल, क्या नतीजे देता है.
कैसा होता है शराब-सेक्स के कॉकटेल का असर
इस मुद्दे पर हुए कुछ शोधों के अनुसार, यह सच है कि संयमित मात्रा में शराब के सेवन से मूड बेहतर होता है और झिझक खुलती है. लेकिन शराब का सेवन संयमित से थोड़ा भी अधिक हो जाने पर आपको इस नशे के साथ सेक्शुअल संबंधों में वो ख़ुशी नहीं मिलनेवाली, जिसकी आपके कल्पना की थी. वहीं शराब का अत्यधिक मात्रा में सेवन करने से जब आपको ख़ुद की ही सुध नहीं होती तो ऐसे में संतुष्टिदायक सेक्शुअल संबंधों की बात तो भूल ही जाइए. इन मुद्दों पर हम आगे चर्चा करेंगे, लेकिन उससे पहले आपको यह बता दें कि शराब और सेक्स के कॉकटेल के लिए ऊपर लिखी बातें महिलाओं और पुरुषों दोनों पर समान रूप से लागू होती हैं.
जब हल्का-हल्का सुरूर हो
शराब का असर जबतक दिमाग़ पर हल्का-हल्का रहता है, महिला और पुरुष दोनों ही सेक्स-संबंधी स्पर्श को अच्छी तरह महसूस कर पाते हैं. उनके बीच दैहिक आकर्षण से जुड़ी झिझक कम हो जाती है और वे सेक्शुअल संबंधों का आनंद ले पाते हैं. अपने शरीर की बनावट को लेकर कॉन्शस रहने वाले पुरुष व महिलाएं दोनों का ही मानना है कि जब वे हल्के नशे में होते हैं तो शरीर को लेकर यह झिझक कम हो जाती है और वे सेक्स संबंधों का खुलकर आनंद ले पाते हैं.
कैसा असर होता है महिलाओं पर
जब महिलाएं ज़्यादा नशा कर लेती हैं तो वे सेक्स का लुत्फ़ नहीं उठा पातीं. इसकी वजह यह है कि शराब के नशे में अपने शरीर पर होने वाला स्पर्श महसूस ही नहीं होता. ऐसे में न तो महिलाएं ऑर्गैज़्म महसूस कर पाती हैं और ना ही संतुष्टि. अधिक शराब पीने की वजह से महिलाओं की वजाइना में लुब्रिकेशन की कमी हो सकती है और सेक्शुअल गतिविधि दर्दभरा अनुभव भी साबित हो सकती है. शराब पीने के बाद अधिकतर महिलाओं के ऑर्गैज़्म तक नहीं पहुंच पाने की एक वजह यह भी है कि शराब के सेवन के चलते वजाइना के आसपास का रक्त संचार धीमा हो जाता है और वे उत्तेजना महसूस नहीं कर पातीं.
पुरुषों पर कैसा पड़ता है प्रभाव
अधिक मात्रा में शराब का सेवन करने से कई पुरुष उत्तेजना में कमी का अनुभव करते हैं. इसकी वजह यह होती है कि शराब में कई ऐसे तत्व होते हैं, जो शरीर को रिलैक्स करते हैं और रक्त संचार को धीमा कर देते हैं. इससे पीनिस के आसपास के क्षेत्र में भी रक्त संचार धीमा हो जाता है, जिसकी वजह से पुरुष उत्तेजित महसूस नहीं कर पाते. कुल मिलाकर नशे की हालत में सेक्शुअल संबंध बनाने के बावजूद वे इन संबंधों की संतुष्टि से महरूम रह जाते हैं. और यह बात तो आपको पता ही होगी कि नियमित रूप से अधिक मात्रा में शराब का सेवन करना पुरुषों में इरेक्टाइल डिस्फ़ंक्शन का एक मुख्य कारण है.
नशे में सेक्स करना समझदारी नहीं है
ऊपर बताए गए कारणों के अलावा नशे में सेक्शुअल संबंध बनाने के कई और साइड इफ़ेक्ट्स हैं. पहली बात सबसे पहले- नशे में आप असुरक्षित सेक्शुअल संबंध बनाने की ग़लती कर सकते हैं. जिसका नतीजा एसटीडीज़ यानी सेक्शुअली ट्रांस्मिटेड डिज़ीज़ेज़ के साथ-साथ अनचाही प्रेग्नेंसी भी हो सकता है. हम तो आपको यही सलाह देंगे कि शराब के नशे में सेक्स न करें. ख़ासतौर पर तब, जबकि आप किसी अनजान पार्टनर के साथ सेक्शुअल रिश्ते में पड़ने जा रहे हों, किसी पार्टी में हों, अनजान लोगों के साथ किसी ट्रिप पर हों या इसी तरह की किसी अन्य असुरक्षित जगह पर हों. सच तो यह है कि हमें एक समय पर एक ही नशा करना चाहिए-या सेक्स या फिर शराब, क्योंकि एक समय पर आप इनमें से एक का ही मज़ा ले सकते हैं और इनका कॉकटेल ख़तरनाक साबित हो सकता है.
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