खानपान और सेक्स के बीच संबंध पर तो प्राचीन समय से लिखा गया है, फिर चाहे भारत में कामसूत्र के संकलनकर्ता वात्स्यायन हों या फिर रोमन चिकित्सक गैलन. पर क्या आपको पता है कि सेक्स और खानपान के बीच का यह रिश्ता आज अरबों डॉलर के उद्योग में तब्दील हो गया है, जिसे हम न्यूट्रासूटिकल मार्केट के नाम से जानते हैं? और आगे यह बाज़ार बढ़ने ही वाला है. आइए, हम खाद्य पदार्थों और सेक्स के बीच के इस रिश्ते की पड़ताल करते हैं.
हिमाचल प्रदेश में एक फल पैदा होता है, जो बिल्कुल महिला और पुरुष जननांगों की तरह दिखाई देता है. स्थानीय लोग इसे पति पत्नी फल कहते हैं. इसकी फ़ोटो स्त्री-पुरुष जननांगों से इतनी मिलती-जुलती हैं कि यदि किसी को इसके बार में पता न हो तो वह यही सोचता है कि ये फ़ोटो नक़ली हैं (लोग गूगल पर अक्सर यह सर्च करते हैं कि क्या वास्तव में ये फल पैदा होता है?).
इसके आकार के चलते हिमाचल के लोग यह मानते हैं कि पति पत्नी फल में कामोत्तेजक यानी सेक्स की इच्छा को बढ़ानेवाले गुण मौजूद होते हैं. यूं भी इतिहास खंगालिए तो पता चलता है कि मनुष्य कामेच्छा को बढ़ाने के लिए कई तरह के खाद्य पदार्थों का इस्तेमाल करता रहा है.
भूमध्यसागरीय क्षेत्र में पाए जानेवाले मैंड्रेक नामक पौधे की जड़ें चूंकि किसी महिला की जांघों के आकार की होती हैं अत: इन्हें कामोत्तेजक माना जाता है और महिलाओं के बांझपन के इलाज के लिए खाया जाता था. ऑएस्टर भी महिलाओं के जननांगों के समान दिखता है अत: इसे भी कामोत्तेजक माना जाता था.
ऐसा नहीं है कि केवल कोई एक फल, सब्ज़ी या खाद्य पदार्थ को ही कामोत्तेजक मान के प्रयोग किया जाता रहा हो, बल्कि लोगों ने तो कामेच्छा बढ़ाने के लिए बाक़ायदा व्यंजन यानी रेसिपीज़ भी तैयार की हैं.
कामेच्छा बढ़ाने की रेसिपीज़
कामसूत्र में वात्स्यायन ने इस तरह की कई रेसिपीज़ के बारे में बात की है, जो किसी पुरुष को ‘अनगिनत महिलाओं के साथ सेक्शुल संबंध बनाने में’ कारगर हैं. इनमें से एक हम यहां भी दे रहे हैं, जिसे आप आज़मा सकते हैं (लेकिन इसके प्रयोग का जोख़िम आपका ख़ुद का होगा).
‘‘कुछ सिंघाड़े, कशेरू की जड़ें और मुलेठी को पीसकर खजूर और बेर के साथ मिलाएं. एक कढ़ाई में घी, शक्कर डला हुआ दूध और ऊपर बनाए हुए पेस्ट को मिलाकर धीमी आंच पर पकाएं. इस हलवे को खाएं. इसे खाने के बाद आप अनगिनत महिलाओं के साथ सेक्शुअल संबंध बना सकेंगे.’’
वात्स्यायन ने कई विद्वानों का हवाला देते हुए बताया कि यदि मक्खन, दूध, शक्कर, शहद, मुलेठी और ताड़ के पेड़ से निकली शराब का निर्धारित मात्रा में सेवन किया जाए तो पौरुष और उम्र दोनों में ही बढ़ोतरी होती है.
दुनियाभर में बनाए जाते हैं कामोत्तेजक व्यंजन
हमारे देश में ही नहीं, यूरोप में भी 18वीं सदी तक, दूसरी सदी के रोमन चिकित्सक गैलन के सिद्धांतों पर बहुत-सी कामोत्तेजक रेसिपीज़ बनाई जाती रहीं थीं.
गैलन के मुताबिक़ खाना कामोत्तेजक की तरह काम करता है यदि यह ‘‘गर्म और नम हो’’ और साथ ही ‘‘हवा’’ यानी गैस या पेट फुलानेवाला हो. गैलन का मानना था कि गैस वाला खाना पीनिस को फुला देता है, जिससे इरेक्शन होता है.
मसाले और ख़ासतौर पर काली मिर्च को कामोत्तेजक व्यंजनों के लिए महत्वपूर्ण माना जाता था. साथ ही गाजर, शतावरी, सौंफ, सरसों, बिछुआ और मीठी मटर को भी इसी श्रेणी में रखा जाता था.
इस रिश्ते ने बदला रूप
इतिहास में मौजूद सेक्स और खानपान के बीच का यह रिश्ता आज अरबों डॉलर के उद्योग में तब्दील हो गया है, जिसे हम न्यूट्रासूटिकल मार्केट के नाम से जानते हैं. न्यूट्रासूटिकल्स में खाद्य पदार्थ या इसके एक हिस्से का उपयोग समग्र सेहत के लाभ के लिए किया जाता है. भारत में वर्ष 2025 तक न्यूट्रासूटिकल मार्केट 18 अरब डॉलर तक पहुंच जाएगा. आज के समय में इस मार्केट का लीडर है अमेरिका और उसके बाद यूरोप व जापान भी इसके बड़े खिलाड़ी हैं.
भले ही इस बारे में कितना भी प्रचार किया जाए कि कोई खाद्य पदार्थ ‘जादुई प्रभाव’ डालता है, पर आख़िर ये बात कितनी सही है? हमारे पास वीवॉक्स क्लीनिक में एक सवाल आ था कि क्या आंवला और लहसुन खाने से आपका सेक्स प्रदर्शन सुधरता है? हमने इस बारे में सेक्शुल मेडिसिन विशेषज्ञ और वीवॉक्स के एक्स्पर्ट डॉक्टर डी नारायण रेड्डी से बात की.
एक्स्पर्ट का जवाब
जो भी खाद्य पदार्थ आपके शरीर की सेहत के लिए अच्छा है, वो सेक्स के लिए भी अच्छा है. क्योंकि सेक्स एक ऐसी चीज़ है, जिसमें आप अपने शरीर का इस्तेमाल करते हैं, अलग-अलग कुछ नहीं करते. इस मामले में पुराने व्यजंनों का असर आंकना हालांकि कठिन है.
किसी फल या व्यंजन से कामोत्तेजक शक्तियां मिलने की बात पारंपरिक है और मान्यताओं पर आधारित है. जैसे कि हाल ही में आई एक नई रिसर्च कहती है कि एक साल तक रोज़ाना पुराने (90 दिन) लहसुन का आधा टीस्पून (लगभग 2.6 ग्राम) अर्क पीने से आपके हार्ट के 80% तक के ब्लॉक्स साफ़ हो जाते हैं.
अब यह बात आपके पीनिस की सेहत के लिए लाभदायक भी सिद्ध की जा सकती है, क्योंकि जो चीज़ आपके दिल पर प्रभाव डालेगी, उसे स्वस्थ बनाएगी, वह साथ ही साथ आपके पीनिस पर भी असर डालेगी. लहसुन वाला यह प्रोडक्ट अगले छह महीनों में बाज़ार में कमर्शली मिलने लगेगा.
आंवला की बात करें तो यह यूं भी अच्छा है, क्योंकि इसमें बहुत सारा आयरन होता है. करक्यूमिन, जो हल्दी का अर्क है वह भी ऐंटी-डायबिटिक, ऐंटी-कैंसर और ऐंटी-इन्फ़्लैमटॉरी गुणों से भरपूर है. न्यूट्रासूटिकल्स आपकी संपूर्ण सेक्शुअल हेल्थ के लिए अच्छे होते हैं.
फ़ोटो: गूगल