दोस्ती दुनिया का सबसे अच्छा रिश्ता है, लेकिन कई बार हम जिन्हें दोस्त समझते हैं, वे हमारे सामने या हमारे पीठ पीछे कुछ ऐसी बातें कर जाते हैं, जिनसे हमें चोट पहुंचती है. यदि दोस्त सच्चे हों तो वे ये बात बिन कहे ही समझ जाते हैं और अपनी ग़लती के लिए माफ़ी मांग लेते हैं. लेकिन जो दोस्त टॉक्सिक होते हैं उन्हें इस बात से काई फ़र्क़ नहीं पड़ता कि उनकी बातों या हरकतों से हम कैसा महसूस कर रहे हैं. ऐसे टॉक्सिक दोस्तों से किनारा कर लेने में ही आपकी भलाई है. और इस काम को सही तरीक़े से अंजाम कैसे दें, यहां हम आपको यही बात बता रहे हैं.
जब हम दुनिया में आते हैं तो कुछ रिश्ते हमें जन्म के साथ ही मिल जाते हैं, जैसे-माता, पिता, भाई-बहन, दादा-दादी, नानी यानी हमारे रिश्तेदार. लेकिन दोस्त, हम ख़ुद चुनते हैं! और दोस्ती वह पहला रिश्ता होती है, जिसे हमने चुना होता है.
दोस्ती की कितनी ही मिसालें दी जाती हैं, कितनी ही कहानियां हैं इस पर, कितनी ही फ़िल्में बनी हैं और हमारे आसापास के लोगों के और हमारे ख़ुद के कितने ही बेमिसाल दोस्तों को हम सेलेब्रेट भी करते हैं. लेकिन कई बार हम कुछ ऐसे दोस्त बना लेते हैं, जो दरअसल बहुत स्वार्थी व्यक्तित्व के होते हैं और दोस्ती के नाम पर हमारा हर तरह से उपयोग करते हैं, फ़ायदा उठाते हैं और मौक़ा पड़ने पर हमें धकेल या गिरा कर आगे बढ़ जाने से संकोच भी नहीं करते. बस, इसी तरह के लोग टॉक्सिक दोस्त होते हैं.
तो इससे पहले कि हम आपको ये बताएं कि ऐसे लोगों से दोस्ती कैसे तोड़ी जा सकती है, हम आपको वो संकेत बताना चाहते हैं, जिससे आप यह तय कर सकें कि क्या आपका दोस्त भी ऐसा है? और यदि है तो उससे कैसे दूर हुआ जा सकता है, ताकि वह आपके जीवन में नकारात्मकता न घोलने पाए.
इन संकेतों पर ध्यान दें
यदि आपके साथ भी आपके किसी दोस्त ने ऐसा बर्ताव किया है, जो आपको बुरा लगा और उसने कई बार इस तरह का व्यवहार दोहराया भी है तो आप इन संकेतों पर ध्यान दें:
1. आपका दोस्त आपके सपनों की खिल्ली उड़ाता है.
2. वह आपके काम की कभी प्रशंसा नहीं करता.
3. जब उसे ज़रूरत होती है आपको कॉल करता है, लेकिन आपकी ज़रूरत पर मदद करने से इनकार कर देता/देती है.
4. वह आपसे कहता/कहती है कि मेरे पास समय नहीं है, लेकिन दूसरे दोस्तों के साथ समय बिताने को तरजीह देता/देती है.
5. वह आपकी समस्या सुनता/सुनती तो है, लेकिन उस पर ध्यान नहीं देता/देती, कोई समाधान सुझाना तो भूल ही जाइए.
6. वह आपकी राज़ की बातों को दूसरों से कहता फिरता/फिरती है.
7. वह आपको बॉडीशेम करता/करती है.
8. उसे आपके बारे में कोई बात याद नहीं रहती, मसलन- आपका बर्थडे, ऐनिवर्सरी या फिर कोई महत्वपूर्ण बात, जो आपने बताई हो.
9. वह दूसरों के सामने अक्सर आपका अपमान करता/करती है.
10. आप दोनों के बीच कभी अनबन हो तो वह हमेशा यह साबित करता/करती है कि ग़लती आपकी थी. माफ़ी मांगने या पैचअप करने की पहल कभी नहीं करता/करती.
यदि इन संकेतों में कोई चार बातें भी आपके दोस्त के लिए सही हैं तो आप जान लीजिए कि इस दोस्त के लिए आपकी दोस्ती कोई मायने नहीं रखती और यह आपका टॉक्सिक फ्रेंड है. आपको चाहिए कि आप जल्द ही इस दिखावे वाली ‘दोस्ती’ के रिश्ते से बाहर निकल आएं.
टॉक्सिक दोस्त को यूं कहें अलविदा
यदि आपका दोस्त ऊपर बताए संकेतों पर खरा उतरता/उतरती है तो बहुत ज़रूरी है कि आप इस रिश्ते को सीमित या ख़त्म कर दें. हमें पता है कि यदि आपने दोस्ती के इस रिश्ते अपना भावनात्मक निवेश किया है तो यह आपके लिए बेहद कठिन होने वाला है, लेकिन इस रिश्ते को बचाए रखने से आपको जीवन में कभी कोई फ़ायदा नहीं होगा. यहां तक कि आप पूरी तरह से इमोशनली ख़र्च हो जाएंगे/जाएंगी और जीवन में नकारात्मकता बनी रहेगी. शायद इसी के बारे में साहिर लुधियानवी ने लिखा है:
वो अफ़्साना जिसे अंजाम तक लाना न हो मुमकिन
उसे एक ख़ूबसूरत मोड़ दे कर छोड़ना अच्छा
तो आइए, जानते हैं कि आप इस टॉक्सिक रिश्ते को कैसे अलविदा कह सकते हैं:
धीरे-धीरे अलग हो जाएं
यदि आप अपने दोस्त के व्यवहार से परेशान हैं, लेकिन नहीं चाहते कि यह रिश्ता एकदम से तोड़ा जाए, क्योंकि आप उनसे भावनात्मक तौर पर जुड़े/जुड़ी हैं तो धीरे-धीरे उनसे दूरी बनाएं. जैस- यदि आप उन्हें रोज़ाना फ़ोन/मैसेज करते थे तो अब तीन दिन में एक बार करें, धीरे-धीरे सप्ताह में एक बार और फिर महीने में एक बार. यदि आप कई सोशल मीडिया ग्रुप्स में साथ हैं तो यह आपके लिए मुश्क़िल होगा, लेकिन हर बार उनके पोस्ट पर जवाब देने की बजाय अब इसकी बारंबारता कम कर दें. किसी भी दूसरे तरीक़े से दोस्ती में अलग होने से यह तरीक़ा ज़्यादा अच्छा है. इससे आप अलग भी हो जाएंगे और रिश्तों में कटुता भी नहीं आएगी.
उन्हें इस बारे में बता कर अलग हों
हालांकि यह बहुत ही कठिन तरीक़ा है, लेकिन यदि आप बार-बार अपने दोस्त की हरकतों से आहत हो रहे/रही हैं तो आपको यह तरीक़ा चुन लेना चाहिए. अपने दोस्त से समय मांगे, उसे वे सभी बातें बताएं, जिनसे आपको दुख पहुंचा है. और बता दें कि आप अब उनसे कोई रिश्ता नहीं रखना चाहते/चाहती हैं. यदि आप इस तरह से अपनी दोस्ती तोड़ने का मन बना रहे/रही हैं तो ध्यान रखें कि इस बात की बहुत ही कम संभावना है कि आगे आप उस दोस्त से कभी-भी जुड़ सकें. साथ ही, इस बात का भी ध्यान रखें कि इस तरह अलग होने पर आपको बहुत भावनात्मक दुख से गुज़रना पड़ेगा. लेकिन टॉक्सिक दोस्त के साथ रह कर बार-बार भावनात्मक दुख झेलने से बेहतर होगा कि आप एक ही बार में इस दर्द से बाहर निकल आएं.
पूरी तरह रिश्ता तोड़ दें
यदि आपके दोस्त ने आपको शारीरिक (कई बार अपनी आदत से लाचार ऐसे दोस्त हाथ भी उठा देते हैं!) या मानसिक रूप से इस्तेमाल किया है और आपको इस तरह परेशान किया है कि आप उन्हें कभी माफ़ नहीं करे सकेंगे/सकेंगी तो अच्छा होगा कि आप एक ही बार में उनसे अपने सारे संबंध तोड़ दें. आप उन्हें ब्लॉक कर दें, हर उस जगह जहां आप उनसे जुड़े हैं, जैसे- फ़ोन, सोशल मीडिया आदि. उनसे बातचीत बंद कर दें. इस बारे में अपने दूसरे दोस्तों को भी जानकारी दें और उन्हें बता दें कि पैचअप की कोई कोशिश आपको नहीं चाहिए. इस तरह दोस्ती तोड़ने पर हो सकता है कि आपको अपने कुछ म्यूचुअल दोस्तों की दोस्ती भी कुछ समय के लिए खोनी पड़े, लेकिन किसी टॉक्सिक दोस्ती में रह कर अपना समय और जीवन ख़राब करने से तो यह बेहतर ही होगा. बाद में, जिन दोस्तों को आपकी परवाह होगी, वे आपको ज़रूर समझेंगे.
फ़ोटो: गूगल