पोहा, एक ऐसा व्यंजन है, जिसे हम सभी जानते हैं और अधिकतर खाते केवल एक ही रूप में हैं, जो नमकीन होता है: इसे महराष्ट्र में कांदे पोहे के नाम से जाना जाता है, मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश में ‘पोहे’ कहा जाता है और मध्य प्रदेश के मालवा क्षेत्र में तो इसे बड़े चाव से खाया और खिलाया जाता है. वहां इसमें नमकीन सेव, कटी हुई कच्ची प्याज़ और नींबू का रस डाल कर खाया जाता है. यहां हम बात तो पोहे की ही कर रहे हैं, लेकिन अगले कुछ दिनों तक आपको ये बताएंगे कि कांदे पोहे के इतर आप पोहे का स्वाद कितने अलग-अलग अंदाज़ में उठा सकते हैं.
तो आज जानिए दही वाले सेहतमंद पोहे के बारे में, जिसे महाराष्ट्र में जन्माष्टमी के दौरान बनाया जाता है और दही काला कहा जाता है. इसे भोग के रूप में तैयार किया जाता है. जब इसे भोग के रूप में बनाया जाता है तो टमाटर, प्याज़ या चाट मसाला जैसी चीज़ों का इस्तेमाल नहीं किया जाता. इस रेसिपी में घी/तेल और आग या आंच का इस्तेमाल भी नहीं होता है. दक्षिण भारत में इसी तरह पोहे की रेसिपी में करी पत्ते, राई और सूखी लाल मिर्च का तड़का दे कर बनाया जाता है.
सामग्री
1 कप पोहा, भिगो कर पानी निथारा हुआ
1½ कप दही, मथा हुआ
¼ कप पानी
¼ कप प्याज़, बारीक़ कटा हुआ (यदि प्याज़ नहीं खाते हैं तो स्किप कर दें)
¼ कप ककड़ी या खीरा, बारीक़ कटा हुआ
¼ कप टमाटर, बीज निकाल कर बारीक़ कटा हुआ
½ टीस्पून हरा धनिया, बारीक़ कटा हुआ
¼ टीस्पून हरी मिर्च, बीज निकाल कर बारीक़ कटी हुई
½ टीस्पून जीरा, भून कर दरदरा पीसा हुआ
¼ टीस्पून काला नमक
¼ टीस्पून चाट मसाला (वैकल्पिक)
कुछ अनार दाने, सजाने के लिए
नमक स्वादानुसार
विधि
1. एक बोल में पोहा डालें.
2. दही में ¼ कप पानी मिलाएं और इसे मथें.
3. पोहे के बोल में यह दही, काला नमक, भुना जीरा डाल दें.
4. अब इसमें प्याज़, टमाटर, खीरा, हरी मिर्च और हरा धनिया डालें.
5. यदि आपको इसका गाढ़ापन ज़्यादा लग रहा हो तो थोड़ा पानी डाल कर पतला कर लें.
6. स्वादानुसार नमक मिलाएं. चाट मसाला डालें.
7. अनार दाने से सजाएं और इस सेहतभरे दही पोहे का आनंद लें.
फ़ोटो: पिन्टरेस्ट, asmallbite.com
सांकेतिक तस्वीर