यदि आप उन लोगों में से हैं, जो फ़िट रहना चाहते हैं और वर्कआउट करने के लिए अपना स्टैमिना (सहनशक्ति) बढ़ाना चाहते हैं तो आप सही आलेख पढ़ रहे/रही हैं. यहां हम आपको कुछ ऐसे आसनों के बारे में बता रहे हैं, जो आपका स्टैमिना बढ़ाएंगे. लेकिन यदि आप पहली बार इन आसनों को करने जा रहे हैं तो हमारी सलाह होगी कि ऐसा किसी एक्स्पर्ट की देखरेख में ही करें.
फ़िट रहने के लिए एक्सरसाइज़ या वर्कआउट करना ज़रूरी है. और वर्कआउट करने के लिए आपके भीतर स्टैमिना का होना ज़रूरी है. स्टैमिन बढ़ाने के लिए खानपान सही रखने के साथ-साथ कुछ ऐसे योगासन किए जा सकते हैं, जो आसान भी हैं और मनचाहे नतीजे भी देते हैं. आइए, ऐसे ही आसनों पर डालते हैं एक नज़र:
सूर्य नमस्कार
सूर्य नमस्कार कुल बारह आसनों का एक समूह है, जो एक तय चक्र में किए जाते हैं. ये आसन हैं: प्रणामासन, हस्तउत्तानासन, हस्तपादासन, अश्वसंचालनासन, दंडासन, अष्टांग नमस्कार, भुजंगासन, पर्वतासन, अश्वसंचालनासन, हस्तपादानसन, हस्तउत्तानासन और ताड़ासन. ये सभी आसन आपके पूरे शरीर को लचीला बनाते हैं, तन और मन को तंदुरुस्त बनाते हैं. इसे करने के लिए सुबह का समय सबसे उपयुक्त होता है. सूर्य नमस्कार आपके स्टैमिना को बढ़ाने में मददगार होता है.
प्राणायाम
योग में सांस लेने-छोड़ने के तरीक़े और सांसों की लय पर बहुत ध्यान दिया जाता है. कहा जाता है कि यदि कोई अपने सांस लेने के तरीक़े को नियंत्रित कर सकता है तो वह अपने मन और शरीर को भी नियंत्रित कर सकता है. प्राणायाम करने से आपके फेफड़ों की क्षमता बढ़ती है, जिससे वर्कआउट करने में आसानी होती है. आप स्टैमिना बढ़ाने के लिए अनुलोम-विलोम, कपालभांति, भ्रस्त्रिका आदि प्राणायाम कर सकते हैं.
फलकासन
फलक का अर्थ होता है लकड़ी का तख्ता या प्लैंक. इस आसन को अंग्रेज़ी में प्लैंक पोज़ भी कहा जाता है. इस आसान को करते समय शरीर का संतुलन आपके दोनों हाथों पर अधिक होता है और इसे करते समय आपको अपना शरीर बिल्कुल किसी लकड़ी के तख्ते की तरह सीधा रखना होता है. इस आसन को करने से कोर मसल्स और कंधे मज़बूत होते हैं. यह आसान मांसपेशियों को मज़बूत बनाता है, जिससे आप लंबे समय तक वर्कआउट कर सकते हैं.
नौकासन
नौकासन का नाम नाव से लिया गया है. इस आसान को करते समय हमार शरीर किसी नौका की तरह दिखाई देता है. यह आसान हमारे लिवर को मज़बूती देता है और पाचन तंत्र को दुरुस्त करता है. यह पेट की मांसपेशियों को मज़बूत बनाता है. इस आसन से पीठ और पैरों की मांसपेशियों की स्ट्रेचिंग होती है, जिससे इन हिस्सों का रक्त-संचार सुधरता है. इससे आपके लिए कठिन वर्कआउट करना आसान हो जाता है.
इन आसनों की शुरुआत पहली बार कर रहे हों तो किसी एक्स्पर्ट की देखरेख में करें. रोज़ाना इनका अभ्यास करने से कुछ ही महीनों में आपका स्टैमिना बढ़ जाएगा.
फ़ोटो साभार: पिन्टरेस्ट