वर्ष 2021 की सिंड्रेला की कहानी पहले की तरह प्यारी परिकथा होते हुए भी काफ़ी बदल गई है, उसके आसपास के क़िरदार हैं तो वही, पर वे भी काफ़ी बदल गए हैं. इस म्यूज़िकल फ़िल्म में बहुत अच्छा संगीत है, बहुत ख़ूबसूरत कॉस्ट्यूम्स हैं, कहानी में हल्का बदलाव है, कलाकारों का अभिनय उम्दा है. कुल मिलाकर यह यह फ़िल्म एक हैप्पी और फ़ीलगुड पैकेज है.
फ़िल्म: सिंड्रेला
ओटीटी प्लैटफ़ॉर्म: एमाज़ॉन प्राइम
सितारे: कैमिला कैबेलो, निकोलस गैलिट्ज़ाइन, बिली पोर्टर, इडिना मेंज़ेल
डायरेक्टर, स्क्रीनप्ले: के कैनन
रन टाइम: 113 मिनट
रेटिंग: 3/5 स्टार
कल रात एमाज़ॉन प्राइम पर सिंड्रेला देखी. हम्मम… सिंड्रेला की कहानी हम सब जानते हैं, हम सबमें सिंड्रेला है. सिंड्रेला का बेचारा बचपन, सौतेली मां और दो सौतेली बहनों की ज़्यादतियां, उसका जानवरों से प्रेम, उसके चूहे दोस्त, उसकी गॉड मदर और फिर उसकी मदद से राजकुमार के महल के बॉल में उसका ख़ूबसूरत गाउन और कांच के जूते पहन कर जाना. साथ ही यह वॉर्निंग भी कि रात बारह बजे से पहले जादू का असर ख़त्म हो जाएगा, उससे पहले लौट आना. सिंड्रेला का एक जूता महल में छूट जाता है. राजकुमार उस जूते की मदद से सिंड्रेला को ढूंढ निकालता है और हैप्पी हैप्पी नोट पर कहानी ख़त्म हो जाती है. दे लिव्ड हैपिली एवर आफ़्टर… वगैरह-वगैरह…
कहानी कमोबेश तो नए वर्शन में भी यही है. पर आज के वक़्त को देखते हुए कुछ तब्दीलियां भी है. सबसे बड़ी बात कि सिंड्रेला एक ड्रेस डिज़ाइनर है और अपने बेसमेंट के कमरे में बैठकर हमेशा कुछ ना कुछ सिलती रहती है. उसका सपना है अपने गांव में एक दुकान खोलने का, जहां एला के नाम से उसकी बनाई पोशाकें बिकेंगी. राजकुमार अपने राज्य पर शासन नहीं करना चाहता. वह एक आम आदमी की नज़र से ज़िंदगी को देखना चाहता है. राजकुमार की दीदी को शासन के दांव-पेंच पता हैं. पर अपने भाई के रहते उसे शासन करने का मौक़ा नहीं मिल रहा.
तो सिंड्रेला उसी तरह गॉड मदर की वजह से, और गॉड मदर को भी एक ट्रांस्जेंडर के रूप में दिखाया गया है, राजकुमार के महल के बॉल में शामिल होने जाती है. उससे पहले राजकुमार गांव में उससे मिल चुका है और उसकी महत्वाकांक्षा से प्रभावित हो चुका है. अंत में राजा अपनी बेटी के हाथ में शासन सौंपता है और अपने बेटे को उसकी मनचाही जिंदगी और मनचाहे जीवन साथी के साथ रहने की आज़ादी देता है. सिंड्रेला भी लंदन जा कर अपना सपना पूरा करती है.
ये सब ट्विस्ट अच्छे हैं. फ़िल्म में हर क़दम पर गाने हैं, नाच है. लेकिन एक बात मुझे खटक गई… जब फ़ेयरी टेल में इतना सबकुछ बदला है तो ये सौतेली मां का रोल क्यों नहीं बदला? सिंड्रेला अपनी मां को स्टेप मॉम बुलाती है और वो उसे स्टेप डॉटर (मतलब कुछ भी?). जब सबके क़िरदारों को नई हवा मिली है तो सौतेली मां को भी नए रंग में दिखा देते. ये क्या ज़रूरी है कि अपनी दो आड़ी-टेढ़ी बेटियों के प्यार में बावली होनेवाली मां अपनी टैलेंटेड और ख़ूबसूरत सौतेली बेटी से इतना बुरा व्यवहार करे? वो भी तो संवेदनशील हो सकती थी, सिंड्रेला की महत्वाकांक्षा को पहचान सकती थी, उसे प्यार कर सकती थी? हम इस वाले स्टीरियोटाइप से कब उबरेंगे? वैसे फ़िल्म के अंत में मां-बेटी को गाते और एक साथ नाचते दिखाया गया है, पर मेरे लिए यह काफ़ी नहीं था.
बावजूद इसके इस फ़िल्म को ज़रूर देखा जाना चाहिए, क्योंकि वर्ष 2021 की सिंड्रेला काफ़ी बदल गई है, उसके आसपास के क़िरदार हैं तो वही, पर वे भी काफ़ी बदल गए हैं. इस म्यूज़िकल फ़िल्म में बहुत अच्छा संगीत है, बहुत ख़ूबसूरत कॉस्ट्यूम्स हैं, कहानी में हल्का बदलाव है, कलाकारों का अभिनय बहुत उम्दा है. कुल मिलाकर यह यह फ़िल्म एक हैप्पी और फ़ीलगुड पैकेज है.
फ़ोटो: गूगल