सन्नाटा का अर्थ होता है- शांति, चुप्पी या मौन, पर क्या आपको पता है कि उत्तर प्रदेश में दही से बने एक पेय का भी नाम है ‘सन्नाटा’ और ये सन्नाटा स्वादिष्ट तो होता ही है, सेहतमंद भी होता है. कहते हैं इसे पी लिया जा तो उथल-पुथल भरे पेट में यानी पेट गड़बड़ हो तो पेट में भी सन्नाटा छा जाता है यानी वह गड़बड़ी ठीक हो जाती है. कुल मिलाकर बात यह है कि पेट के लिए मुफ़ीद होता है सन्नाटा और बनाने में बेहद आसान भी. तो आइए जानते हैं इसे बनाने का तरीक़ा.
सन्नाटा में लाल मिर्च कुछ अधिक मात्रा में डाली जाती है और बूंदी डालना वैकल्पिक यानी ऑप्शनल होता है. इसे भोजन के साथ या भोजन के बाद पीना पाचन के लिए अच्छा होता है. तो आइए, सन्नाटा की रेसिपी जान लीजिए.
सामग्री
2 कप दही, फेंटा हुआ
2 कप पानी (यदि और पतला करना चाहें तो आवश्यकतानुसार)
¼ कप बूंदी (वैकल्पिक)
¼ टीस्पून काला नमक
¼ टीस्पून लाल मिर्च पाउडर (यदि तीखा बनाना चाहें तो मिर्च की मात्रा आवश्यकतानुसार बढ़ा लें)
½ टीस्पून हरा धनिया, बारीक़ कटा हुआ
1 चुटकी हींग
¼ टीस्पून जीरा
½ टेबलस्पून सरसों का तेल (यदि सरसों का तेल पसंद न हो तो कोई दूसरा एडिबल ऑइल ले सकते हैं)
नमक स्वादानुसार
1 मिट्टी का दीया, तड़का लगाने के लिए
विधि
• फेंटे हुए दही को एक बड़े बर्तन में डालें. इसमें पानी मिलाएं और इसे अच्छी तरह मथ लें, ताकि यह एकसार हो जाए.
• इसमें काला नमक, नमक, लाल मिर्च पाउडर, हरा धनिया मिलाएं.
• अब मिट्टी के दीए को गैस पर रखकर दो मिनट तक गर्म होने दें.
• जब दीया अच्छी तरह गर्म हो जाए तो आंच बंद कर दें. इसमें सरसों का तेल डालें और गैस जला कर आंच को धीमा कर दें.
• अब तेल में जीरा डालकर तड़कने दें. हींग और थोड़ी लाल मिर्च डालें और आंच को बंद कर दें.
• तड़के वाले इस दीए को संसी की सहायता से पकड़ें और सावधानी से फेंटे हुए दही के बर्तन में डालकर बर्तन को अच्छी तरह ढंग दें.
• लगभग 10 मिनट बाद दीए को बाहर निकाल लें. यदि चाहें तो बूंदी मिलाएं.
• इसे भोजन के साथ या भोजन के बाद पिएं. दीए में तड़का लगाने से इसमें एक अलग स्मोकी फ़्लेवर आएगा, जो यक़ीनन आपको भी पसंद आएगा और आपके पेट को भी.
फ़ोटो साभार: पिन्टरेस्ट