यदि आप भी वॉशिंग मशीन ख़रीदने का मन बना रहे हैं और आपके दिमाग़ में भी यह बात चल रही है कि आख़िर कौन-सी वाली ख़रीदूं: टॉपलोड या फ्रंटलोड? तो यहां हम दोनों की ख़ासियत और खामियां बता देते हैं, ताकि आप अपने लिए सही निर्णय ले सकें.
वॉशिंग मशीन ख़रीदनी हो तो आपके पास हमेशा दो विकल्प होते हैं पहला ये कि आप टॉपलोड मशीन लें या दूसरा ये कि आप फ्रंटलोड मशीन लें. यह बात आपको कन्फ़्यूज़ कर रही है कि आप इनमें से किसका चुनाव करें तो हम आपकी इस समस्या को असान किए देते हैं, ताकि आपके लिए चयन करना संभव हो जाए. यहां हम उन सवालों के जवाब दे रहे हैं, जो वॉशिंग मशीन ख़रीदते समय आपको सोचने चाहिए.
इस्तेमाल करने में क्या आसान है?
इस्तेमाल में आसानी की बात करें तो फ्रंटलोड मशीन की तुलना में टॉपलोड मशीन को इस्तेमाल करना ज़्यादा आसान है, क्योंकि:
• कपड़े लोड करने और उन्हें बाहर निकालने के लिए आपको झुकना नहीं पड़ता. जबकि फ्रंटलोड मशीन में आपको कपड़े हमेशा झुक कर ही डालने व निकालने होंगे.
• यदि कुछ कपड़े रह गए हैं तो वॉश साइकल के दौरान भी आप और कपड़े धोने के लिए डाल सकते हैं. जबकि फ्रंटलोड मशीन में ऐसा करना थोड़ा मुश्क़िल काम है.
• फ्रंटलोड मशीन में यदि आप ग़लत या ज़्यादा डिटर्जेंट या फिर ज़्यादा फ़ैब्रिक सॉफ़्टनर डालते हैं तो यह ड्रम के गास्केट में लगा रह जाता है और इससे फफूंद लग सकती है. जबकि टॉपलोड मशीन का ढक्कन खुला रख कर इस समस्या से आसानी से बचा जा सकता है.
• फ्रंटलोड मशीन को ओवरलोड (ज़्यादा मात्रा में कपड़े डालना) करने से मशीन जल्दी ख़राब हो सकती है. अत: इसमें छोटे-छोटे बैचेज़ में कपड़े धोए जाने चाहिए. जबकि टॉपलोड मशीन यदि कभी ओवरलोड हो भी जाती है तो जल्दी ख़राब नहीं होती.
बिजली और पानी की बचत किसमें होती है?
यदि आप यह जानना चाहते हैं कि बिजली और पानी की बचत करने में टॉपलोड या फ्रंटलोड मशीन में से कौन सी मशीन बेहतर है तो इन पॉइन्ट्स पर नज़र डालें:
• यदि आपको पर्यावरण का ख़्याल है और आप पानी की बचत पर ज़्यादा ध्यान देते हैं तो हम बता दें कि यहां फ्रंटलोड मशीन बाज़ी मार ले जाती है. कपड़ों को साफ़ करने के लिए टॉपलोड मशीन ज़्यादा पानी का इस्तेमाल करती है.
• यह पाया गया है कि फ्रंटलोड मशीन ज़्यादा पावर सेविंग भी करती है. जबकि टॉपलोड मशीन के इस्तेमाल में बिजली ज़्यादा ख़र्च होती है.
कपड़े जल्दी किसमें धुलते हैं?
यदि आप समय की बचत के अनुसार तौलना चाहते हैं तो आपको बता दें कि इस मामले में टॉपलोड मशीन्स अपनी प्रतिद्वंद्वी फ्रंटलोड मशीन से आगे हैं. वजह यह है कि टॉपलोड मशीन में कपड़े पानी में पूरी तरह भीगे होते हैं, अत: वे फ्रंटलोड मशीन की तुलना में जल्दी धुल जाते हैं.
कपड़े साफ़ किसमें धुलते हैं?
अब यदि आपके आकलन का पैमाना कपड़ों की सफ़ाई है तो आपको बता दें कि इस मामले में फ्रंटलोड मशीन बाज़ी मार ले जाती है. फ्रंटलोड मशीन में कपड़े टॉपलोड मशीन की तुलना में ज़्यादा साफ़ धुलते हैं, क्योंकि कपड़ों की सफ़ाई के लिए वॉश मोशन ज़्यादा मायने रखता है, जो फ्रंटलोड मशीन में बेहतर होता है. अत: कपड़ों के दाग़ फ्रंटलोड मशीन में अच्छी तरह छूट जाते हैं. वहीं टॉपलोड मशीन कपड़ों पर कठोर होती है, जिससे कपड़ों की लाइफ़ साइकल कम हो सकती है.
क़ीमत किसकी कम है?
टॉपलोड वॉशिंग मशीन की क़ीमत, फ्रंटलोड वॉशिंग मशीन की तुलना में कम है. बावजूद इसके जो लोग साफ़ कपड़े और कम पानी व बिजली की खपत को तरजीह देते हैं, वो ज़्यादा क़ीमत चुका कर फ्रंटलोड वॉशिंग मशीन लेना पसंद करते हैं.
तो आप किसका चुनाव करें?
यह बात बिल्कुल सच है कि हर चीज़ का अपना नफ़ा और नुक़सान होता है. अत: यदि टॉपलोड और फ्रंटलोड वॉशिंग मशीन के बारे में इतनी सारी बातें जानने के बाद भी यदि आप इस बात को लेकर असमंजस में हैं कि आप किस मशीन का चुनाव करें तो पेन और पेपर लेकर वॉशिंग मशीन के संदर्भ में अपनी प्राथमिकताओं को क्रमवार लिख लें. इसके बाद दोनों मशीनों के यहां दिए गए तुलनात्मक विवरण से अपनी वरीयता को मैच करें. फिर जो भी मशीन आपकी प्राथमिकताओं पर खरी उतरे, उसे ख़रीद लें.
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