त्वचा की कई समस्याओं को दूर करने के लिए, जैसे- मुहांसों के दाग़, स्ट्रेच मार्क्स, बड़े ओपन पोर्स, ऑइली त्वचा, बारीक़ रेखाएं, झुर्रियां और त्वचा की कसावट में आई कमी, इन दिनों डर्मा रोलर का इस्तेमाल किया जाता है. हालांकि डर्मा रोलर का घर पर ख़ुद ही इस्तेमाल किया जा सकता है, लेकिन इसके बारे में आपको पूरी जानकारी यहां देने के बावजूद हम यह रेकमंड करेंगे कि आप इसका इस्तेमाल अपने डर्मैटोलॉजिस्ट की सलाह पर ही करें.
डर्मा रोलर के बारे में बताने से पहले हम आपसे पूछना चाहते हैं कि क्या आपने डर्मारोलिंग के बारे में सुना है? दरअसल, डर्मारोलिंग को माइक्रोनीडलिंग भी कहा जाता है. पहले यह प्रक्रिया केवल डर्मैटोलॉजिस्ट्स द्वारा अंजाम दी जाती थी. और त्वचा को इस प्रक्रिया से होने वाले फ़ायदों के बारे में तो हम ऊपर ही बता चुके हैं, पर इसे दोहरा देते हैं डर्मारोलिंग के ज़रिए मुहांसों के दाग़, स्ट्रेच मार्क्स को कम किया जाता है. त्वचा में कसावट लाई जाती है और झुर्रियों को कम किया जाता है.
डर्मा रोलर है क्या?
समय के साथ तकनीक के बदलने के बाद अब डर्मारोलिंग की यह प्रक्रिया आप आसानी से अपने घर पर भी कर सकते हैं. इस प्रक्रिया को अंजाम देने वाला उपकरण डर्मा रोलर कहलाता है. इसमें एक चक्र या वील होता है, जिसमें बहुत छोटी-छोटी सूइयां या नीडल्स होती हैं. चेहरे और गर्दन पर इसका इस्तेमाल करने से त्वचा की सतह पर छोटे-छोटे छेद हो जाते हैं, जिससे मस्तिष्क को यह संकेत मिलता है कि त्वचा को उपचार की ज़रूरत है और वह त्वचा की सतह पर कोलैजन का उत्पादन बढ़ाने की गति तेज़ कर देता है. इससे त्वचा में कसाव आने लगता है. डर्मा रोलर अब आसानी से बाज़ार में उपलब्ध है.
डर्मा रोलर कैसे काम करता है?
जब आप डर्मा रोलर को चेहरे पर फिराते हैं तो इसकी नीडल्स से त्वचा पर बहुत ही छोटे छेद हो जाते हैं. एक तरह से यह भी कहा जा सकता है कि नियंत्रित तरीक़े से आपके चेहरे पर चोट लगती है. यह क्षति बहुत ही कम होती है, जो आपकी त्वचा की ऊपर पर्त को बिल्कुल भी नुक़सान नहीं पहुंचाती. ये नीडल्स जब त्वचा पर फिराई जाती हैं तो दाग़-धब्बे वाले टिशूज़ को तोड़ देती हैं. इससे हमारे मस्तिष्क को इस बात का संकेत मिलने लगता है कि त्वचा पर क्षति हुई है और वह इस क्षतिग्रस्त त्वचा को ठीक करने के लिए ज़रूरी प्रक्रिया को अंजाम देने लगता है.
इससे त्वचा से जुड़ी नई रक्त नलिकाएं बनने लगती हैं और त्वचा पर कोलैजन का उत्पादन बढ़ जाता है. डर्मा रोलर के इस्तेमाल के पांच दिन बाद तक शरीर में बनने वाला कोलैजन इस ट्रीटेड त्वचा पर जमा होता रहता है, जिससे त्वचा में कसाव आता है और झुर्रियां कम होती हैं.
कैसे करें डर्मा रोलर का इस्तेमाल?
इसके लिए सबसे पहले तो आपको अपनी त्वचा के मुताबिक़ डर्मा रोलर का चुनाव करना होगा. कई तरह के डर्मा रोलर बाज़ार में उपलब्ध हैं. यदि आप इनमें से किसका चुनाव करें, इस बात को ले कर संशय में हैं तो अपने डर्मैटोलॉजिस्ट की सलाह पर ही डर्मा रोलर ख़रीदें. डर्मा रोलर का इस्तेमाल करने के लिए आप नीचे दिए हुए स्टेप्स को फ़ॉलो कर सकते हैं:
• डर्मा रोलर को इसके बॉक्स से निकालें. इस पर ऐल्कहॉल सलूशन डाल कर इसे स्टरलाइज़ करें फिर गर्म पानी धो लें.
• अब अपने चेहरे को अच्छी तरह क्लेंज़ करें. चेहरे को थपथपाते हुए सुखा लें.
• डर्मा रोलर को अपने चेहरे व गर्दन पर हल्के हाथों से फिराएं. इसे फिराने का सही तरीक़ा है कि अपने चेहरे को कुछ सेक्शन में बांट लें. हर सेक्शन में इसे पहले ऊपर-नीचे की ओर फिराएं, फिर दाएं-बाएं और फिर तिरछी दिशा में.
• जब डर्मा रोलर के इस्तेमाल से आप पूरे चेहरे और गर्दन को कवर कर लें तो अपने चेहरे और गर्दन पर फ़ेस सीरम या मॉइस्चराइज़र लगाएं. चूंकि डर्मा रोलर फिराने से चेहरे पर छोटे-छोटे छेद हो चुके हैं (जो आपको महसूस भी नहीं होंगे) तो इनमें से होकर सीरम त्वचा की निचली पर्त तक पहुंचेगा और गहरे समाहित हो कर अपने पूरे फ़ायदे देगा.
• अब डर्मा रोलर को ऐल्कहॉल सलूशन से दोबारा साफ़ करें फिर गर्म पानी से धोएं और सूखने दें. जब यह सूख जाए तो इसे इसके केस में वापस रख दें.
वैसे तो डर्मा रोलर का इस्तेमाल हर तरह की त्वचा पर किया जा सकता है, लेकिन यदि आपकी त्वचा संवेदनशील हो या उस पर मुहांसे हों तो इसके इस्तेमाल में सावधानी बरतें. यहां हमने आपको डर्मा रोलर के बारे में जो जानकारी दी है, वह अपने आप में सही है, लेकिन फिर भी हम आपको सलाह देंगे कि इसका इस्तेमाल आप अपने डॉक्टर या डर्मैटोलॉजिस्ट का परामर्श ले कर ही करें.
फ़ोटो: फ्रीपिक