हममें से ज़्यादातर लोग सेहत के दृष्टिकोण से एक अच्छी ज़िंदगी जी रहे होते हैं, पर अचानक से कोई बीमारी धावा बोलकर हमें हैरान कर देती है. दरअसल, हमारी लाइफ़स्टाइल में कोई बड़ी चूक नहीं होती, बस कुछ छोटी-मोटी मामूली सी ग़लतियां बीमारियों को मौक़ा दे देती हैं. साल 2021 में हम ऐसी ही 21 छोटी-मोटी ग़लतियों को दुरुस्त करने की कोशिश करेंगे. सबसे बड़ी बात ऐसा करना बहुत ही आसान है.
साल 2020 जा चुका है, जो हमें बहुत सारी नसीहतें देकर गया है. 2021 शुरू हो चुका है और हमें कुछ नई शुरुआत करने के लिए आगाह कर रहा है. पिछले साल ने दुनिया को बहुत कुछ बदला है. दुनिया वालों ने अपनी आदतें बदली हैं, काम करने का तरीक़ा बदला है. ऐसे में हमें भी व्यक्तिगत रूप से कुछ अच्छे परिवर्तन अपने अंदर लाना चाहिए. मैं चाहता हूं कि 2021 आपको ऐसे 21 परिवर्तन बताऊं जिन्हें आप आसानी से करके अपने जीवन को आनंददायक, सफल और निरोगी बना सकते हैं…
1. सुबह उठकर सबसे पहले स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज़ करेंगे. आपको बस सुबह उठकर लेटे-लेटे ही अंगड़ाइयां लेना है वह भी केवल 5 बार. स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज़ हर एक जानवर नींद से जागने के बाद करता है और इससे वह अपने जोड़ों को और मसल्स को स्वस्थ बनाए रखता है जीवनभर. अगर हम भी ऐसा करेंगे तो हमारी मसल्स और जोड़े भी उनकी तरह स्वस्थ रहेंगे.
2. अब से हम छोटे हेड वाले ब्रश से ब्रश करेंगे या यूं कहें कि बच्चों के ब्रश से ब्रश करेंगे क्योंकि चौड़े ब्रश हेड हमारे मसूड़ों को डैमेज करते हैं यदि हम अपने ब्रश की साइज़ छोटी कर लें तो ब्लीडिंग गम जैसी शिकायतें लगभग ख़त्म हो जाएंगी.
3. अब से हम टूथब्रश केवल 40 सेकंड से 1 मिनट तक ही करेंगे. कुछ लोग 5 से 10 मिनट तक ब्रश करते रहते हैं और अपने दांतों के इनेमल को और मसूड़ों को डैमेज कर देते हैं. उन्हें लगता है कि ज़्यादा ब्रश करने से उनके दांत स्वस्थ रहेंगे और मसूड़े मज़बूत होंगे लेकिन दुर्भाग्य से यह धारणा ग़लत है. 40 सेकंड से 1 मिनट तक ब्रश करना काफ़ी है इससे ज़्यादा दांत और मसूड़ों के लिए घातक है.
4. हम अब से अच्छा नाश्ता करेंगे और वह भी सुबह 9 बजे के पहले कर लेंगे. हममें से अधिकांश लोग नाश्ते का महत्व नहीं समझते जबकि नाश्ता शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए बेहद महत्वपूर्ण होता है. हमारे भूखे रहने का समय सबसे ज़्यादा नाश्ते के समय ही होता है और इस समय में हमारा पेट खाने को पचाने के लिए बहुत ज़्यादा मुफीद अवस्था में होता है. तो हम नाश्ता ज़रूर करें. पौष्टिक नाश्ता समय पर करने से चिड़चिड़ाहट, डिप्रेशन, तनाव और घबराहट नहीं होती. नाश्ता करने वाले लोगों का वज़न भी नाश्ता नहीं करने वालों की तुलना में नियंत्रण में रहता है.
5. खाने से हम शुगर को कम से कम करने की कोशिश करेंगे. विशेषकर चाय कॉफी अब से फीकी पिएंगे.
6. रिफ़ाइंड चीज़ों को अपने खाने से दूर करेंगे. उनकी जगह नॉन रिफ़ाइंड वस्तुओं का उपयोग करेंगे जैसे रिफ़ाइंड तेल रिफ़ाइंड शुगर रिफ़ाइंड आटा आदि को अपने किचन से हटा देंगे.
7. खाने में अब से स्वाद के साथ-साथ पोषण का भी ध्यान रखेंगे.
8. बैठते समय ध्यान रखेंगे की हमारी रीढ़ का कर्व ठीक है या नहीं. क्योंकि, रीढ़ का कर्व ठीक होना बेहद ज़रूरी है एक निरोगी काया के लिए.
9. बैठते समय यह भी ध्यान रखेंगे की हमारी कुर्सी कैसी है. क्या वह समतल और आरामदायक है? जिससे हमारे रीड के कर्व को कोई हानि नहीं हो.
10. दिन में जब भी याद आएगा हम गहरी सांसें लेंगे.
11. रोज़ाना कम से कम आधा घंटा हम धूप में ज़रूर बिताएंगे.
12. रोज़ाना कुल मिलाकर 3 किलोमीटर हम ज़रूर चलेंगे.
13. ख़ुद को सकारात्मक रखने की ज़िम्मेदारी हम स्वयं लेंगे.
14. खाना खाते समय हम मोबाइल नहीं चलाएंगे और ना टीवी देखेंगे.
15. प्लास्टिक के बर्तनों में हम ना कुछ खाएंगे और पिएंगे.
16. मोबाइल के नोटिफ़िकेशन को ऑफ़ रखेंगे ताकि वह हमें दिनभर परेशान ना करें और न हमारा लक्ष्य से ध्यान भटकाए. ग़ैर ज़रूरी ऐप्स को भी मोबाइल से डिलीट करेंगे और ऐसे ऐप्स को आगे कभी इंस्टाल भी नहीं करेंगे.
17. दिन का कुछ समय तय करेंगे कि हम मोबाइल के बिना जिएं. जैसे शाम को ऑफ़िस से लौटने के बाद के 3 घंटे और रात में 9:00 बजे से लेकर सुबह 9:00 बजे तक मोबाइल से दूर रहेंगे या इसे एयरप्लेन मोड पर रखेंगे.
18. सोशल मीडिया का सकारात्मक उपयोग करेंगे. तनाव या चिंता देने वाले वेबसाइट या वीडियो को नहीं देखेंगे. नकारात्मक ख़बरों और व्हाट्सऐप फ़ॉरवर्ड से ख़ुद को दूर रखेंगे. बेवजह के व्हाट्सऐप ग्रुप्स से ऐग़्जिट हो जाएंगे.
19. हम अपने लिए एक और इनकम के सोर्स का कोई प्रबंध करेंगे ताकि हमें कोविड जैसी समस्या फिर से आने पर दिक़्क़त ना हो. हम अपनी आमदनी में से 20% की बचत करेंगे ताकि उन्हें किसी अन्य क्षेत्र में इन्वेस्ट किया जाए और फ़ाइनेंशियल सिक्योरिटी को और मज़बूत किया जाए.
20. सोने से पहले हम कोई नकारात्मक ख़बर या वीडियो नहीं देखेंगे और ना सोने से पहले हम मोबाइल चलाएंगे.
21. हम अपने बेडरूम में हवा का अच्छा प्रबंध करेंगे. उसमें एक एग्ज़ास्ट फ़ैन ज़रूर लगाएंगे जिससे कि हमें 8 घंटे ताज़ी और साफ़ हवा मिले और हमारा सोना भी स्वास्थ्यवर्धक बन जाए. बहुत नरम गद्दों को हम बिस्तर से हटाएंगे और बहुत ऊंचे तकियों को भी क्योंकि यह हमारी स्पाइन के लिए घातक होते हैं.