टोक्यो ओलंपिक्स में भारत को पहला और अब तक का एकमात्र पदक दिलानेवाली मीराबाई चानू आज भारत लौट आईं. लगता है मीराबाई के साथ-साथ भारत का गुडलक भी टोक्यो से चला गया. टोक्यो ओलंपिक का चौथा दिन भारत के लिए चौतरफ़ा निराशाजनक नतीजों से भरा रहा.
टोक्यो ओलंपिक के चौथे दिन भारत ने जीत के साथ शुरुआत की थी. तलवारबाज़ी में देश का प्रतिनिधित्व कर रहीं भवानी देवी ने ट्यूनेशिया की अपनी प्रतिद्वंद्वी पर आसान जीत हासिल की. ओलंपिक के तलवारबाज़ी प्रतियोगिता में भारत का प्रतिनिधित्व करनेवाली पहली खिलाड़ी भवानी देवी की जीत की ख़ुशी ज़्यादा देर तक बरक़रार नहीं रह पाई. दूसरे राउंड में उन्हें पुर्तगाल की खिलाड़ी ने हरा दिया. भवानी देवी की हार के साथ भारत का जो टेम्प्लेट सेट हुआ था, कमोबेश वह पूरे दिन बना रहा.
तीरंदाज़ी में पहले पदक का भारत का इंतज़ार लंबा खिंच गया
ओलंपिक के प्रमुख खेलों में तीरंदाज़ी एक ऐसा खेल है, जिसमें भारत पिछले कई दशकों से अपनी टीम भेज रहा है. हर बार कुछ स्टार खिलाड़ियों की मौजूदगी के चलते भारत को पदक जीतने की उम्मीद रहती है, पर अभी तक यह उम्मीद पूरी नहीं हो सकी है. तीरंदाज़ी के मिक्स्ड टीम इवेंट में मिली निराशा को दूर करने के लिए आज भारत के पास एक मौक़ा था. आज पुरुष टीम इवेंट में मज़बूत टीम के साथ उतरे भारत को प्री-क्वॉर्टरफ़ाइनल में जीत मिली, पर मिक्स्ड टीम की तरह आज भी पदक और भारत की राह में दक्षिण कोरिया बाधा बनी. कल से तीरंदाज़ी के एकल मुक़ाबले शुरू हो रहे हैं, अब देखना होगा कि क्या भारतीय खिलाड़ी दक्षिण कोरियाई बाधा को पार कर पाते हैं या नहीं!
तीसरे दिन की भारतीय स्टार मनिका बत्रा चौथे दिन हुईं खेल से बाहर
कल वुमन्स टेबलटेनिस सिंगल्स के अपने दूसरे राउंड के मैच में पिछड़ने के बाद वापसी करके जीत हासिल करनेवाली मनिका बत्रा कल वाला प्रदर्शन आज नहीं दोहरा पाईं. साथी टेबलटेनिस खिलाड़ी सुतीर्था मुखर्जी अपने दूसरे राउंड के मुक़ाबले में हार गईं.
टेबलटेनिस से एक अच्छी ख़बर रही अनुभवी खिलाड़ी शरत कमल का मेन्स सिंगल्स के तीसरे राउंड में पहुंचना.
निशानेबाज़ी, टेनिस, बॉक्सिंग और बैडमिंटन से भी बैड न्यूज़
मेन्स टेनिस सिंगल्स के दूसरे राउंड में सुमित नागल का मैच था, जिसमें उनकी एक आसान हार ने भारतीय उम्मीदों पर विराम लगा दिया.
बैडमिंटन डबल्स के दूसरे राउंड में सात्विकसाईराज रैंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी भी हार गए.
शूटिंग के स्कीट मुक़ाबले के फ़ाइनल के लिए क्वॉलिफ़ाई करने का मेराज अहमद ख़ान और अंगद वीर सिंह बाजवा के पास आज एक और मौक़ा था, पर दोनों फ़ायदा उठा पाने में नाकाम रहे.
पुरुष बॉक्सिंग के मिडलवेट राउंड में आशीष कुमार राउंड ऑफ़ 32 में खेल रहे थे. उनसे जीत की उम्मीद थी, पर हार के साथ ही उनका भी ओलंपिक मेडल जीतने का सपना टूट गया.
महिला हॉकी टीम की लगातार दूसरी हार ने धुंधली की हॉकी में मेडल की उम्मीद
नेदरलैंड से टोक्यो ओलंपिक का अपना पहला मुक़ाबला हारने के बाद से भारतीय महिला हॉकी टीम पर अगले राउंड में जगह बनाने के लिए आज जर्मनी को हराने का दबाव था. भारतीय टीम यह दबाव नहीं झेल पाई. एक कड़े मुक़ाबले में जर्मनी ने भारत को 2-0 से हरा दिया. भारत का अगला मुक़ाबले पिछले ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतनेवाली ग्रेट ब्रिटेन की टीम से है. यानी अब कोई चमत्कार ही भारतीय महिला टीम को क्वॉर्टरफ़ाइनल में जगह दिला पाएगा.
कल किन भारतीय खिलाड़ियों और खेलों पर रहेगी पदक की ज़िम्मेदारी?
*कल भारत को सबसे अधिक उम्मीद 10 मीटर एयर पिस्टल के मिक्स्ड टीम से होगी, जिसमें भारत की दो टीमें, सौरभ चौधरी-मनु भाखड़ तथा अभिषेक वर्मा और यशस्विनी सिंह देसवाल भाग लेनेवाली हैं. भारत को सबसे अधिक उम्मीद सौरभ और मनु की जोड़ी से है.
* निशानेबाज़ी के ही 10 मीटर राइफ़ल के मिक्स्ड टीम में दीपक कुमार-अंजुम मुद्गिल और दिव्यांश सिंह पंवार-इलावेनिल वालारिवन भाग लेने जा रहे हैं.