चाय भले ही मूल रूप से विदेशी पेय हो, पर दुनिया के सबसे बड़े चाय प्रेमी देश हैं. चाय के साथ प्रयोग करने में हमारी बराबरी शायद ही कोई और कर सके. डायटीशियन अनुराधा सूदन बता रही हैं कि बारिश के मौसम में आप अपनी पसंदीदा चाय के किस वैरिएंट से ज़्यादा फ़ायदा पा सकेंगे.
बाहर बारिश हो रही हो तो चाय पकौड़े की ख़ुशबू हर घर से आने लगती है. चाय से हमें केवल गर्माहट ही नहीं मिलती, बल्कि बारिश के मौसम से जुड़ी कई तरह की एलर्जी और सर्दी से बचने में भी मदद मिलती है. चलिए, बारिश के मुफ़ीद चार तरह की चाय के बारे में जानते हैं.
टर्मरिक टी
टर्मरिक टी यानी हल्दीवाली चाय को बनाने के लिए हल्दी पाउडर का इस्तेमाल नहीं किया जाता, बल्कि इसके लिए हल्दी के रूट्स की ज़रूरत होती है. इसका स्वाद अनूठा होता है और इसके सेहत से जुड़े तमाम फ़ायदे भी हैं. यह मॉनसून के लिए एक परफ़ेक्ट पेय पदार्थ है. इससे इम्यूनिटी बढ़ती है, आर्थराइटिस के लक्षणों से राहत मिलता है, ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है.
कैसे बनाएं टर्मरिक टी: 4 कप पानी उबालें. उसमें 1 से 2 टीस्पून ग्रेटेड टर्मरिक रूट डालें. इसे 10-15 मिनट तक आंच पर रहने दें. इस चाय को कप में छानें और 5 मिनट तक ठंडा होन दें. शहद, दूध, अदरक और चाहें तो काली मिर्च डालें.
जिंजर टी
जिंजर यानी अदरक वाली चाय भारतीयों की पसंदीदा है. हमारे डाइजेस्टिव सिस्टम के लिए अदरक वाली चाय वरदान की तरह है. ख़ासकर जिन लोगों का पाचनतंत्र कमज़ोर होता है, बरसात के मौसम में अदरक वाली चाय पीने से उन्हें काफ़ी फ़ायदा हो सकता है.
कैसे बनाएं जिंजर टी: एक ग्लास पानी को सॉस पैन में डालकर उबाल लें. अब इस पानी में 1 टीस्पून अदरक घिसकर डालें. पानी को 3-4 मिनट तक आंच पर रखें. आंच से हटाकर एक कप में छान लें. इसमें आप शहद डाल सकते हैं. दिन में खाना खाने के 40 मिनट बाद जिंजर टी पीने का सबसे अच्छा समय होता है. हां, अगर आपको एसिडिटी की समस्या हो तो यह चाय पीने से बचें.
पेपरमिंट टी
पेपरमिंट टी पीने से पाचन की समस्याएं दुरुस्त होती हैं. बंद नाक को खोलने में मदद मिलती है. मौसमी एलर्जी से राहत मिलती है और साथ ही सिरदर्द भी ठीक होता है.
कैसे बनाएं पेपरमिंट टी: 2 कप पानी उबालें. आंच बंद कर दें. अब थोड़े से ताज़ा तोड़े हुए पेपरमिंट के पत्ते इस पानी में डालें. 5 मिनट तक ढककर रखें. इस पानी को छान लें और पिएं.
चूंकि पेपरमिंट में कैफ़ीन नहीं होता इसलिए यह चाय आप दिन में 3 बार पी सकते हैं. दिन में खाने के बाद पेपरमिंट टी पीने से पाचन सही होता है, ऊर्जा का स्तर बढ़ता है. वहीं रात को पेपरमिंट चाय पीने से अच्छी नींद आती है.
कैमोमाइल टी
कैमोमाइल टी में ऐंटी-इन्फ़्लेमेटरी गुण होते हैं. साथ ही यह ऐंटी-ऑक्सिडेंट्स से भरी होती है. कैमोमाइल की भाप से सर्दी, गले की खराश से राहत मिलती है.
कैसे बनाएं कैमोमाइल टी: 100 मिली गर्म उबलते पानी में 3 चुटकी कैमोमाइल पाउडर डालें. इसे 10 मिनट तक ढककर छोड़ दें. उसके बाद इसे छान लें. कैमोमाइल टी को आप दिन में दो बार कभी भी पी सकते हैं. हालांकि इसके रिलैक्सिंग गुणों का बेहतर फ़ायदा पाने के लिए आप शाम को इसका सेवन करें.