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Home बुक क्लब कविताएं

परिभाषा: गीत चतुर्वेदी की कविता

टीम अफ़लातून by टीम अफ़लातून
December 19, 2021
in कविताएं, बुक क्लब
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परिभाषा: गीत चतुर्वेदी की कविता
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इतिहास, मिथक, दर्शन का संवेदनशील संगम गीत चतुर्वेदी की कविताओं में देखने मिलता है. उनकी कविता परिभाषा, कई बनी-बनाई परिभाषाओं को नई दृष्टि से देखने के लिए प्रेरित करती है.

पेड़ एक निर्वाक प्रतीक्षालय है
मौन एक नाद है जिसके पीछे अनहद नदी बहती है

तुम्हारे कंठ का स्वर गांडीव से निकला वत्सदंत है
जो मृत्यु नहीं देता, जीवन के पार भी भटकन ही देता है
गोया जीवन कम है मेरे लिए जीवन की भटकन भी कम है

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बाल दोमुंहे थे बातें भी दोमुंही
क्या देव क्या दानव मेरे इतिहास में एक मुंह से किसी का काम ही न चल पाया
सारे देव प्रेम करते थे प्रेम का एक भी देव नहीं
वासना का देव था जो अपनी देह ही न संभाल पाया
अगर मैं हवा से तुम्हारी देह बनाकर तुम्हें चूमता हूं बेतहाशा
तो यह मेरी परम्परा का सर्वश्रेष्ठ पालन है

मिथिहास एक अन्यमनस्क परिहास है
हर परिभाषा फिर भी एक नई आशा है

अल्प-विराम, अर्ध-विराम और तमाम विराम चिह्न जोड़ लिए
सुंदर वाक्य शब्दों से बनता है संकेतों से नहीं
मेरी गठरी में बहुत सितारे हैं
लेकिन आसमान की मिल्कियत परिंदों को कभी मिली नहीं

मुझे मत दोषो शब्द बनकर तुम्हें ही आना था
मेरी गठरी को खोल आसमान बन तन जाना था

मन पर कौमार्य की कोई झिल्ली नहीं होती
मन भी देव है एक से ज़्यादा मुंह वाला

हद है प्रेम हमेशा मुसीबत की तरह आया
कोई मुसीबत कभी प्रेम की तरह नहीं आई
किसी ने कहा यह गूंगे का गुड़ है
दरअसल यह मुहावरा ही अभिव्यक्ति के खि़लाफ़ सबसे गहरी साजि़श है

हाथ की रेखाओं पर कभी रेल चला दी
तो तय है सब आपस में टकराकर नष्ट हो जाएंगी
ऐसा सर्वनाश जंक्शन किसी नक़्शे में भी नहीं मिलेगा

अंत के अनेक विकल्प हैं


कवि: गीत चतुर्वेदी
कविता संग्रह: न्यूनतम मैं
प्रकाशक: राजकमल प्रकाशन
Illustration: Pinterest

Tags: Aaj ki KavitaGeet ChaturvediGeet Chaturvedi PoetryHindi KavitaHindi PoemKavitaNyoontam Main by Geet ChaturvediParibhasha by Geet ChaturvediPoem Collection Nyoontam MainRajkamal Prakashanआज की कविताकविताकविता संग्रह न्यूनतम मैंगीत चतुर्वेदीगीत चतुर्वेदी की कवितापरिभाषाराजकमल प्रकाशनसंग्रह न्यूनतम मैं गीत चतुर्वेदीहिंदी कविता
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हर वह शख़्स फिर चाहे वह महिला हो या पुरुष ‘अफ़लातून’ ही है, जो जीवन को अपने शर्तों पर जीने का ख़्वाब देखता है, उसे पूरा करने का जज़्बा रखता है और इसके लिए प्रयास करता है. जीवन की शर्तें आपकी और उन शर्तों पर चलने का हुनर सिखाने वालों की कहानियां ओए अफ़लातून की. जीवन के अलग-अलग पहलुओं पर, लाइफ़स्टाइल पर हमारी स्टोरीज़ आपको नया नज़रिया और उम्मीद तब तक देती रहेंगी, जब तक कि आप अपने जीवन के ‘अफ़लातून’ न बन जाएं.

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