अमेरिका में जारी हुई पुरुषों की एक नई डायटरी गाइडेंस के मुताबिक़ ज़्यादातर पुरुषों में पोटैशियम, डायटरी फ़ाइबर, मैग्नीशियम, कैल्शियम और विटामिन ए, डी, ई और सी की कमी है. जानी-मानी डायटीशियन अनुराधा सूदन बता रही हैं कि किन चीज़ों को अपने खानपान में शामिल करके पुरुष इन कमियों को पूरी कर सकते हैं.
पुरुष स्वभाव से ही ख़ुद को रफ़ ऐंड टफ़ समझते हैं. अगर आप उनके अंदर किसी कमी की बात करते हैं तो वे दिल और अंतत: ईगो पर ले लेते हैं. हम बात करने जा रहे हैं, पुरुषों में कुछ बेहद ज़रूरी पोषक तत्वों की कमी के बारे में. साथ ही यह भी कि वो कौन-से सुपरफ़ूड हैं, जो इस कमी को दूर करने में आपकी मदद कर सकते हैं.
सुपरफ़ूड #1 आलू
ऐसे लोगों की दुनियाभर में कमी नहीं है, जो आलू से इसलिए दूरी बनाकर रखते हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि इससे हमें कार्बोहाइड्रेट के अलावा कुछ और नहीं मिलता है. पर आपको जानकर आश्चर्य होगा कि आलू सिक्स पैक ऐब्स पाने में आपकी मदद कर सकता हैं. रिपोर्ट में यह पाया गया है कि जो लोग आलू के साथ रिड्यूस्ड-कैलोरी डायट फ़ॉलो कर रहे हैं, उन्होंने 12 हफ़्तों में वज़न बढ़ाने की जगह घटाकर दिखाया है. पर देखा जाए तो इसमें आश्चर्य नहीं होना चाहिए, क्योंकि इससे आपकी टोटल कैलोरी इनटेक में कमी आती है.
आलू की दूसरी सबसे अच्छी बात यह है कि यह पोटैशियम का शानदार स्रोत है. छिलके के साथ खाए जानेवाले मध्यम आकार के आलू में तो केले से भी ज़्यादा पोटैशियम होता है. ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में पोटैशियम की बड़ी भूमिका होती है. नर्वस सिस्टम और मांसपेशियों के बेहतर ढंग से काम करने के लिए भी पोटैशियम ज़रूरी है. पुरुषों को रोज़ाना 4,700 एमजी पोटैशियम की ज़रूरत होती है. यानी आलू की दावत उड़ाने का आपके पास सॉलिड वाला रीज़न है.
सुपरफ़ूड #2 दालें
दालों में कैलोरी और वसा की मात्रा कमी होती है, पर प्रोटीन की प्रचुरता होती है. दालों से पुरुषों की डायट में फ़ाइबर और पोटैशियम की कमी पूरी की जा सकती है. दालें ब्लड शुगर कम करती हैं, डायबिटीज़ होने की संभावना को कम करती हैं. एक स्टडी में यह बात सामने आई है कि दालें न केवल खाने के बाद ब्लड शुगर कम करती हैं, बल्कि खाने के 4 घंटे बाद तक ब्लड शुगर को नियंत्रित रखती हैं. चूंकि वे एलडीएल (बैड कोलेस्टेरॉल) को कम करती हैं, इसलिए दालें आपके दिल के लिए भी अच्छी हैं. दालों के नियमित सेवन से हार्ट अटैक की संभावना, आर्टरीज़ में सूजन में कमी आती है. एक सर्वे में यह पाया गया है कि जो लोग सप्ताह में 4 या उससे अधिक बार दाल खाते हैं, उनको हृदय रोग होने की संभावना सप्ताह में एक बार दाल खाने वालों की तुलना में 22% तक कम हो जाती है.
सुपरफ़ूड #3 तरबूज
क्या आपको एक रसीले स्नैक्स की ज़रूरत है, जो पेट भरने के साथ-साथ आपके प्रोस्टेट और दिल का ख़्याल भी रख सके? तो बेझिझक आप तरबूज चुनें. यह फल लाइकोपेन से भरा होता है. लाइकोपेन ऐसा ऐंटी-ऑक्सिडेंट है, जो प्रोस्टेट कैंसर से लड़ने में बेहद कारगर है. कई रिसर्च में यह बात साबित हो चुकी है, जिन लोगों में लाइकोपेन की मात्रा अधिक होती है, उन्हें प्रोस्टेट कैंसर होने का ख़तरा काफ़ी कम होता है. तरबूज में पाए जानेवाले दो कंपाउंड सिट्रुलिन और आर्जिनिन ब्लड फ़्लो को दुरुस्त रखते हैं. इतना ही नहीं त्वचा को नुक़सान पहुंचानेवाली सूरज की यूवी किरणों से भी बचाते हैं. तरबूज विटामिन ए और सी का भी बेहतरीन सोर्स है और कैलोरी तो इसमें नाममात्र की होती है.
सुपरफ़ूड #4 डार्क चॉकलेट
उपलब्ध आंकड़ों की मानें तो अमेरिका में पुरुषों की मृत्यु का एक चौथाई ज़िम्मेदार हार्ट अटैक है. वहां चार में से एक पुरुष की मृत्यु का कारण हार्ट अटैक है. डार्क चॉकलेट एक हार्ट हेल्दी फ़ूड है. कुछ तरह के डार्क चॉकलेट्स में कोको फ़्लैवनॉल की अच्छी मात्रा होती है, जो ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर करता है. ब्लड क्लॉट, ब्लड प्रेशर से बचाता है. जिसके चलते हार्ट अटैक और स्ट्रोक से बचाव होता है.
रोज़ाना के खानपान में कोको फ़्लैवनॉल शामिल करन से ब्लड वेसल्स का फ़ंक्शन सुधरता है, जिससे ब्लड प्रेशर नियंत्रण में रहता है. इतना ही नहीं कोको फ़्लैवनॉल आपकी याददाश्त के लिए भी अच्छा होता है. पर हर तरह के डार्क चॉकलेट में कोको फ़्लैवनॉल की मात्रा कम ज़्यादा होती है. इसका सबसे अच्छा स्रोत है बिना शक्कर मिला हुआ कोको पाउडर.
सुपरफ़ूड #5 हल्दी
भारतीय किचन के सबसे ज़रूरी इंग्रीडिएंट्स में एक हल्दी का पारंपरिक चाइनीज़ और आयुर्वेद में औषधि की तरह सदियों से इस्तेमाल होता रहा है. कई मॉडर्न रिसर्च ने भी हल्दी के मेडिसिनल गुणों पर मुहर लगा दी है. हल्दी में मौजूद करक्युमिन के सेहत से जुड़े फ़ायदे अनगिनत हैं. हल्दी सूजन कम करने में बेहद कारगर है. यही कारण है कि रुमैटॉइड आर्थराइटिस से लेकर सोरियासिस, अल्ज़ाइमर जैसे न्यूरोडीजेनेरेटिव कंडीशन्स में हल्दी फ़ायदेमंद है. हल्दी हाल के दिनों में कैंसर रोधी औषधि के तौर पर हल्दी की ख्याति बढ़ी है. तो सिर्फ़ पुरुष ही क्या, महिलाएं भी हल्दी को अपने खानपान का हिस्सा बनाएं तो बेहतर स्वास्थ्य पा सकती हैं.
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