यह अपनी जगह सच है कि दुर्घटना कभी भी और कहीं भी हो सकती है, लेकिन दूरंदेशी रखते हुए हम संभावित घटनाओं को टाल भी सकते हैं. घरों, बहुमंज़िला इमारतों और फ़्लैट्स में लगने वाली आग एक ऐसी दुर्घटना है, जिसकी संभावना को कई तरीक़े से कम किया जा सकता है. यहां आप जानेंगे कि नया घर ख़रीदते समय इस बात पर कैसे ध्यान दें कि वहां सही फ़ायर फ़ाइटिंग सिस्टम मौजूद है या नहीं.
इन दिनों घरों और बहुमंज़िला इमारतों में लगने वाली आग की संख्या में वृद्धि हो रही है. आग के इन हादसों के पीछे अक्सर जो कारण होता है, वह शॉर्ट सर्किट है. सभी के घरों में इन दिनों कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण होते हैं, जैसे- टीवी, फ्रिज, एसी, कूलर, माइक्रोवेव, अवन वगैरह. इसके अलावा महानगरों में गैस पाइप लाइन होती है, जो कहीं कहीं इलेक्ट्रिक सिस्टम से इस तरह जोड़ी जाती है, ताकि आपका गैस चूल्हा ऑटो ऑन हो सके. ऐसे में यदि हमने इन उपकरणों को इनके स्विच से बंद न किया हो, एक ही प्लग पॉइंट पर बहुत सारे उपकरण जोड़ रखे हों या फिर हमारे घर की वायरिंग या कोई उपकरण बहुत पुराना हो, तब भी घरों में आग लगने के हादसे हो सकते हैं.
यदि आप नया घर लेने जा रहे हैं या फिर अपने घर को रिनोवेट कराने जा रहे हैं तो इन कुछ बातों का ध्यान रख कर यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि आपका घर आग से सुरक्षित रहे.
फ़ायर फ़ाइटिंग सिस्टम: नई बन रही बहुमंज़िला इमारतों में फ़ायर फ़ाइटिंग सिस्टम का होना अनिवार्य है. जब फ़्लैट ले रहे हों, तब देखें कि बिल्डर ने स्मोक डिटेक्टर्स लगवाए हैं कि नहीं. आग लगने पर ये डिटेक्टर्स धुएं को महसूस करते हुए फ़ायर अलार्म को ट्रिगर कर देते हैं और अलार्म बजने लगता है, जिससे बिल्डिंग के लोग अलर्ट पर आ जाते हैं.
फ़ायर एग्ज़िट: यह भी देखें कि बिल्डिंग में अलग से फ़ायर एग्ज़िट, रिफ़्यूज एरिया (जहां आग लगने के दौरान शरण ली जा सके और वहां से लोगों को बाहर निकाल जा सके) और फ़ायर लिफ़्ट (जिसका कनेक्शन अलग किया जाता है, ताकि आग लगने के दौरान भी उसे इस्तेमाल किया जा सके) मौजूद है या नहीं. यदि बिल्डिंग में कोई फ़ायर लिफ़्ट मौजूद नहीं है तो आग लगने के दौरान कभी-भी लिफ़्ट का इस्तेमाल न करें.
फ़ायर सेफ़्टी ऑडिट रिपोर्ट: घर ख़रीदने से पहले सोसाइटी ऑफ़िस में जा कर यह चेक करें कि बिल्डिंग का फ़ायर सेफ़्टी ऑडिट हुआ है या नहीं. नियमों के अनुसार साल में दो बार हर बहुमंज़िला इमारत की सोसाइटी को यह ऑडिट करवा कर उसकी रिपोर्ट रजिस्ट्रार को सौंपनी होती है. अत: आप सोसाइटी से लेटेस्ट रिपोर्ट चेक करने की मांग कर सकते हैं.
फ़ायर ड्रिल को हल्के में न लें: केवल एक बार आपने चीज़ें पता कर लीं तो आप निश्चिंत हो कर नहीं बैठ सकते. आग कभी भी और कहीं भी, केवल एक छोटी सी ग़लती से लग सकती है. अत: जिस फ़ायर सेफ़्टी सिस्टम, एग्ज़िट या रिफ़्यूज एरिया के बारे में आपने जानकारी जुटाई है, उसे दोहराते रहें. बहुमंज़िला इमारतों के लिए साल में एक बार फ़ायर ड्रिल आयोजित करना ज़रूरी है, ताकि सभी लोगों को फ़ायर सिस्टम की पूरी जानकारी रहे और आपत स्थिति में वे इसका इस्तेमाल कर सकें. अत: यदि आपकी सोसाइटी में फ़ायर ड्रिल हो रही हो तो उसे ज़रूर अटेंड करें. इसे हल्के में लेना अपनी और अपने परिवार की जान जोख़िम में डालना है.
ख़ुद के घर में इन बातों का रखें ध्यान: यदि आप ज़मीन ख़रीदकर अपना घर बनवा रहे हैं, तब भी आप अपने घर के लिए फ़ायर सेफ़्टी सिस्टम लगाने के बारे में यह सिस्टम उपलब्ध कराने वाली कंपनियों से बात कर सकते हैं. आग से सुरक्षा के लिए फ़ायर एग्स्टिंगविशर्स लगवाए जा सकते हैं. अपने घर के लिए वायरिंग का इस्तेमाल करते समय अच्छे वायरों का चुनाव करें और पुरानी वायरिंग को निकलवा दें. पुराने उपकरणों को भी समय रहते बदल दें.
कुछ सामान्य सावधानियां
आपके घर को आग से सुरक्षित रखने की ज़िम्मेदारी आपकी ख़ुद की है. यहां हम आपको वे सामान्य बातें बता रहे हैं, जिन्हें रोज़मर्रा में अपना कर आप अपने घर को संभावित आग के ख़तरों से बचा सकते हैं:
• प्रमाणित इलेक्ट्रॉनिक/इलेक्ट्रिकल उपकरण ही ख़रीदें और उन्हें उनके दिशा निर्देशों का पालन करते हुए ही इस्तेमाल करें.
• इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को कभी-भी कपड़ों या प्लास्टिक के कवर आदि दे न ढंके, जैसे- माइक्रोवेव, डेस्क टॉप, अवन, मिक्सर आदि. ये उपकरण यूं भी बहुत गर्मी पैदा करते हैं, इस गर्मी की वजह से कपड़ा व कवर आग पकड़ सकता है.
• इस्तेमाल के बाद सभी उपकरणों को उनके स्विच से बंद करें. कई बार उन्हें ऊपर से बंद किए बिना सो जाने पर रात में हुई शॉर्ट सर्किट की वजह से आग लगत जाती है और घर पर मौजूद लोगों को पता भी नहीं चलता.
• रात को सोने से पहले गैस सिलेंडर या पाइपलाइन गैस को नीचे की ओर से बंद कर दें. ताकि किसी तरह के हादसे की गुंजाइश न रहने पाए.
• यदि मीटर बार-बार ट्रिप हो रहा हो तो इसे हल्के में न लें. इलेक्ट्रिशन को बुला कर इसे चेक करवाएं.
• कहीं स्पार्किंग की आवज़ आ रही हो या फिर कोई बल्ब फ़्लिकर कर रहा हो तो भी इलेक्ट्रिशन की मदद से इसे चेक करवाएं और बदलवा लें.
• यदि वायर आदि के जलने की गंध आ रही हो तो मेन स्विच ऑफ़ करें और इसे चेक करवाएं. इन बातों कभी भी ढील न दें अन्यथा आप आग से खेल रहे होंगे.
फ़ोटो : फ्रीपिक