जीवन की अनगिन परेशानियों और दौड़-भाग के बीच यह ग़ज़ल आपको उम्मीद के उजाले से भर देगी.
ख़ुशियां आएंगी उम्मीद जगाए रखिए,
अपनी पलकों पर सपने सजाए रखिए.
उदास लम्हों में नई राह दिखाएंगी,
हर याद को साया बनाए रखिए.
मायूसियां उम्र को नज़र लगाती हैं,
मुस्कुराहटें होंठों पे खिलाए रखिए.
आपकी मेहनत हर हाल में रंग लाएगी,
बस, ये यक़ीन ख़ुद को दिलाए रखिए.
रास्ते भटकें, क़दम लड़खड़ाएं मुमकिन है,
बस आप मंज़िल पर नज़र गड़ाए रखिए.
एक हार से ज़िंदगी पिछड़ नहीं जाती,
जीत का अहसास लहू में जिलाए रखिए.
ज़िंदगी की राहों में अंधेरे बहुत मिलेंगे,
हौसलों की लौ सीने में जलाए रखिए
फ़ोटो साभार: पिन्टरेस्ट