हमें पता है कि आपने भी दिवाली पर लक्ष्मी पूजा के दौरान खील यानी लाई का भोग लगाया होगा. क्या आपको पता है कि देवी लक्ष्मी को लाई का भोग क्यों लगाया जाता है? क्योंकि दीपावली से कुछ पहले ही धान यानी चावल की फसल तैयार होती है, जिससे खील बनती है. और यह तो कृषि समाज में प्रचलित ही है कि फसलों के तैयार होने पर पहला भोग अपने इष्ट देवताओं को लगाया जाता है. अब यदि आपने भी लाई का भोग लगाया था और लाई घर पर बची हुई हो तो आप गुड़ में पाग कर उसके लड्डू बना सकते हैं. ये लड्डू आपने भी बचपन में खाए होंगे, पर शायद तब आपको मालूम नहीं होगा कि ये स्वादिष्ट होने के साथ-साथ बहुत सेहतमंद भी होते हैं! तो आइए, जान लेते हैं बचपन की यादों वाले लाई और गुड़ के लड्डू बनाने का तरीक़ा.
सामग्री
1 कप लाई, अच्छी तरह साफ़ की हुई
¼ कप गुड़ (यहां ऑर्गैनिक गुड़ का इस्तेमल किया गया है)
2 टेबलस्पून पानी
विधि
1. एक कड़ाही को गैस पर गर्म करें और इसमें लाई डाल दें. धीमी आंच पर लाई को दो से तीन मिनट तक चलाते हुए भून लें.
2. अब इस कड़ाही में पानी डालें और इसमें गुड़ डाल कर लगातार चलाते रहें.
3. जब गुड़ की चाशनी एक तार की बन जाए या गुड़ में झाग आने लगे तो इसमें भुनी हुई लाई डालें.
4. इसे अच्छी तरह मिलाएं, ताकि लाई के हर दाने पर गुड़ अच्छी तरह से कोट हो जाए और आंच बंद कर दें.
5. अब भी इसे लगातार चलाते रहें और जब यह इतना ठंडा हो जाए कि आप इसे हाथ से उठा सकें तो इसे लड्डू का आकर दे दें.
6. लड्डुओं को ठंडा होने दें और एयर टाइट कंटेनर में भर दें. आप इसे 15 दिनों तक खा सकते हैं.
फ़ोटो: गूगल