काजल वो सबसे बेसिक मेकअप प्रोडक्ट है, जिसका हर इस्तेमाल कर हर युवती मेकअप की दुनिया में पहला क़दम रखती है. आप मेकअप की नौसिखिया हों या उसकी एक्स्पर्ट, यदि आपने सही तरीक़े से काजल लगान सीख लिया तो समझिए मेकअप का आधा मैदान जीत लिया. यहां हम आपको काजल लगाते समय हो सकने वाली उन सामान्य-सी गलतियों के बारे में बता रहे हैं, जो आपके लुक को ख़राब दिखा सकती हैं, ताकि आप इन गलतियों से बच सकें.
हमें पता है कि काजल आपका सबसे पसंदीदा मेकअप प्रोडक्ट है. हो भी क्यों न? हल्का-सा काजल आपके लुक के आकर्षण को कई गुना तक बढ़ा जो देता है. लेकिन क्या आपको पता है कि काजल लगाते समय यदि आपने कुछ बुनियादी नियमों का ध्यान नहीं रखा तो यह आपके लुक को पूरी तरह बिगाड़ भी सकता है. आइए जानें कि कौन-सी हैं वो गलतियां, ताकि आप उन्हें करने से बच सकें…
काजल पेंसिल को अच्छी तरह शार्प न करना
यदि आप काजल पेंसिल को अच्छी तरह शार्प किए बिना काजल लगाएंगी तो वो बहुत ही असमान यानी कहीं मोटा और कहीं पतला लगेगा, जो दिखने में बिल्कुल भी अच्छा नहीं लगेगा. अत: इस बात को काजल लगाने का पहला स्टेप मान कर हमेशा ही सबसे पहले काजल पेंसिल को शार्पनर की सहायता से शार्पन करें और उसके बाद ही इस्तेमाल करें.
अपनी आंखों के आकार को बिना समझे काजल लगाना
काजल लगाने से पहले आपको अपनी आंखों के आकार को समझना होगा. यदि आपकी आंखें छोटी हैं और उन पर आपने बहुत सारा या मोटा-मोटा काजल लगा लिया तो आपकी आंखें बहुत ही छोटी नज़र आने लगेंगी. लेकिन यदि ऐसी आंखों पर काजल की एक बारीक़ लाइन लगाई जाए तो आंखें, खुली-खुली और बड़ी नज़र आएंगी. अत: हमेशा अपने आंखों के आकार को कॉम्प्लिमेंट करते हुए काजल लगाएं.
केवल एक ही स्ट्रोक में काजल लगाना
यह भी वह गलती है, जो अक्सर काजल लगाने में हो जाती है. यदि आप केवल एक ही स्ट्रोक से काजल लगाएंगी तो वह कहीं गहरा, कहीं हल्का लगेगा. इसकी वजह से सुपरिभाषित नज़र नहीं आएगा और अच्छा दिखाई नहीं देगा. आपको चाहिए कि छोटे-छोटे स्ट्रोक्स लेते हुए काजल लगाएं, ताकि वह अच्छी तरह लगे और अच्छा दिखाई भी दे.
डार्क सर्कल्स छुपाए बिना काजल को स्मज करना
हमें पता है काजल को स्मज करने से बहुत अच्छा, स्मोकी लुक मिलता है, लेकिन आप जान लें कि ये केवल तभी अच्छा लगता है, जबकि आपकी आंखों के नीचे डार्क सर्कल्स न हों. यदि आपको डार्क सर्कल्स की समस्या है और बावजूद इसके आप स्मोकी आइ लुक पाना चाहती हैं तो पहले आंखों के निचले हिस्से पर मौजूद डार्क सर्कल्स को कंसीलर की सहायता से छुपाएं और इसके बाद ही काजल को स्मज करें.
आंखों को टाइटलान न करना
अक्सर जब हम काजल लगाते हैं तो आंखों की निचली पलकों की वॉटर लाइन पर काजल पेंसिल का इस्तेमाल करते हैं और सोचते हैं काजल लगाने की प्रक्रिया पूरी हो गई है. लेकिन यह सच नहीं है. आंखों को टाइटलाइन करने का अर्थ है ऊपरी पलकों की वॉटर लाइन पर काजल लगाना. और इसके बिना काजल लगाने का काम पूरा नहीं होता. आप एक बार आंखों को टाइटलाइन कर के काजल लगा कर देखिए, फिर आप ख़ुद समझ जाएंगी कि आंखों को टाइटलाइन करना क्यों ज़रूरी है.
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