क्या आपने इस बात को महसूस किया है कि बचत और निवेश से जुड़े जो सबसे काम के सुझाव होते हैं, वे बेहद आसान होते हैं. उदाहरण के लिए: सबसे पहले निवेश करें, अपनी बचत को काम पर लगाएं, ऋण कम से कम लें और इमर्जेंसी फ़ंड ज़रूर बनाएं. यहां हम कुछ इसी तरह की निवेश और बचत से जुड़ी सलाह के बारे में बात कर रहे हैं, जिन्हें अनदेखा कर के कहीं बाद में आपको पछताना न पड़े.
यूं तो आपको कई जगह से, कई सारी फ़ायनांशियल सलाहें मिल सकती हैं, जिनके आधार पर आप बचत और निवेश की योजना बना सकते/सकती हैं, लेकिन इन भारी-भरकम से सुझावों के बीच अक्सर हम वे बुनियादी बातें भूल जाते हैं, जिन पर
हमें निवेश और बचत के लिए हमेशा भरोसा करना चाहिए. यहां हम आपको कुछ ऐसे सुझाव देने जा रहे हैं, जो बेसिक हैं और जिन पर आपको हमेशा डटे रहना चाहिए.
अपने भविष्य का ख़्याल पहले रखें
अमूमन तन्ख़्वाह मिलते ही हमें ख़र्च दिखाई देने लगते हैं और उसके बाद अपनी वो इच्छाएं, जिन्हें हम हमेशा से पूरा करना चाहते रहे हैं. ख़र्चे, जो ज़रूरी हैं, उन्हें तो किया ही जाना है, लेकिन इच्छाओं को आप धीरे-धीरे करके भी पूरा कर सकते/सकती हैं. लेकिन इन सबसे ज़्यादा ज़रूरी है भविष्य के लिए निवेश करना. अत: अपनी सैलरी का एक हिस्सा निवेश के लिए पहले ही अलग कर दें. अपने वेतन को घंटे के आधार पर बांटें और कम से कम रोज़ाना के एक घंटे का वेतन यानी एक महीने में कुल 30 घंटों का वेतन निवेश करने के लिए अलग रख दें. इस तरह आप लंबे समय में अच्छी बचत कर सकेंगे.
इंश्योरेंस को दें वरीयता
जैसे ही आपकी नियमित आय आने लगे, आपको अपना हेल्थ और लाइफ़ इन्श्योरेंस ज़रूर करा लेना चाहिए. अपने वेतन में से एक हिस्सा इसके लिए अलग निकाल के रखें, ताकि आप इन्श्योरेंस का प्रीमियम भर सकें. दुर्घटना या बीमारी हमारे जीवन में अकस्मात ही आ जाते हैं, इनसे निपटने में आपका यह निवेश हमेशा ही आपके काम आएगा. अत: इंश्योरेंस कराने में कभी कोताही न करें.
इमरजेंसी फ़ंड हमेशा तैयार रखें
महीने में आपकी जितनी भी तन्ख़्वाह/आय है, उसमें से धीरे-धीरे कर के इस तरह पैसों की बचत करें कि कम से कम छह माह तक की तन्ख़्वाह/आय आपके पास बैंक अकाउंट में इस तरह रखी हो कि आप किसी भी इमरजेंसी के दौरान उसका इस्तेमाल कर सकें. एक बार यह राशि जमा हो जाए तो हर साल इसमें उतने पैसे और जोड़ दें, जितनी कि आपकी आय बढ़ गई हो. यह राशि किसी भी आपत स्थिति का सामना करने के लिए आपको तैयार रखेगी.
क्रेडिट कार्ड बैलेंस का भुगतान कभी पेंडिंग न रखें
यूं तो हम आपको ज़्यादा लोन लेने की सलाह कभी नहीं देंगे और ये भी कहेंगे कि हमेशा ज़्यादा ब्याज़ वाले लोन समय पर या फिर जल्दी चुकाने का प्रयास करें. साथ ही, अपने क्रेडिट कार्ड के बैलेंस का भुगतान कभी-भी पेंडिंग न रखें. यदि आपने होम लोन लिया है तो उसे भी प्री-पे करने के बारे में पूछताछ करें और संभव हो तो हर वर्ष प्री-पे करने की पैनल्टी-फ्री राशि का भुगतान करते रहें. जब आप पर ऋण कम होगा तो आप जीवन को चिंतामुक्त होकर जी सकेंगे/सकेंगी.
समय पर भरें टैक्स
अपना टैक्स हमेशा समय पर भरें और ज़रूरी हो तो इसके लिए किसी सलाहकार की मदद लें. यदि आप टैक्स ब्रैकेट में नहीं आते हैं, तब भी रिटर्न ज़रूर फ़ाइल करें. इससे आपको आगे कभी लोन लेने में मदद मिलेगी, आपका टीडीएस वापस मिलेगा और दिमाग़ शांत रहेगा.
शेयर मार्केट में निवेश करें, लेकिन
अपनी बचत को केवल बैंक या पोस्ट ऑफ़िस में ही निवेश न करें, बल्कि इसे बढ़ाना चाहते/चाहती हैं तो इसे शेयर मार्केट में भी लगाएं. आप अपनी बचत को दो भागों में बांट सकते/सकती हैं, जिसका एक हिस्सा सुरक्षित निवेश जैसे-बैंक, पोस्ट ऑफ़िस में निवेश करें और दूसरा हिस्सा शेयर मार्केट में. शेयर मार्केट में निवेश करने से पहले यह बात जान लें कि इसमें उतार-चढ़ाव लगा रहता है अत: इसमें निवेश एक लंबे समय के लिए किया जाना चाहिए, तभी वह आपको बहुत अच्छा रिटर्न देता है. और आख़िरी बात ये कि यदि आपको मार्केट की समझ नहीं है तो मार्केट में निवेश के लिए एक्स्पर्ट्स की सलाह लेकर ही आगे बढ़ें, ताकि आपकी मेहनत की कमाई ज़ाया न होने पाए.
फ़ोटो: गूगल