• होम पेज
  • टीम अफ़लातून
No Result
View All Result
डोनेट
ओए अफ़लातून
  • सुर्ख़ियों में
    • ख़बरें
    • चेहरे
    • नज़रिया
  • हेल्थ
    • डायट
    • फ़िटनेस
    • मेंटल हेल्थ
  • रिलेशनशिप
    • पैरेंटिंग
    • प्यार-परिवार
    • एक्सपर्ट सलाह
  • बुक क्लब
    • क्लासिक कहानियां
    • नई कहानियां
    • कविताएं
    • समीक्षा
  • लाइफ़स्टाइल
    • करियर-मनी
    • ट्रैवल
    • होम डेकोर-अप्लाएंसेस
    • धर्म
  • ज़ायका
    • रेसिपी
    • फ़ूड प्लस
    • न्यूज़-रिव्यूज़
  • ओए हीरो
    • मुलाक़ात
    • शख़्सियत
    • मेरी डायरी
  • ब्यूटी
    • हेयर-स्किन
    • मेकअप मंत्र
    • ब्यूटी न्यूज़
  • फ़ैशन
    • न्यू ट्रेंड्स
    • स्टाइल टिप्स
    • फ़ैशन न्यूज़
  • ओए एंटरटेन्मेंट
    • न्यूज़
    • रिव्यूज़
    • इंटरव्यूज़
    • फ़ीचर
  • वीडियो-पॉडकास्ट
ओए अफ़लातून
Home ज़ायका

जानिए काजू कतली की दिलचस्प और पवित्र कहानी

कनुप्रिया गुप्ता by कनुप्रिया गुप्ता
November 20, 2021
in ज़ायका, फ़ूड प्लस
A A
जानिए काजू कतली की दिलचस्प और पवित्र कहानी
Share on FacebookShare on Twitter

कुछ कहानियां आपके पास ख़ुद चलकर आती हैं, आप कुछ लिखने बैठते हैं और कोई दूसरी कहानी आपके पास आकर हाथ थाम लेती है और कहती है- ये क्या आज के दिन तो मेरे बारे में बात होनी चाहिए, आज की कहानी कुछ ऐसी ही है. दिवाली पर मैंने मिठाइयां बनाईं, मिठाइयों की बात भी की, पर एक मिठाई की बात ही नहीं हुई, जिसका जन्म ही दिवाली के दिन हुआ. बात शायद इसलिए नहीं हुई कि मैंने भी पहली बार ये कहानी सुनी और मुझे विश्वास ही नहीं हुआ कि मुझे अब तक ये पता नहीं था. और ये कहानी है काजू कतली की…

दिवाली हो, होली हो, राखी हो या बैसाखी हो… हर त्यौहार पर काजू कतली का बोलबाला रहता है और यह हमारे घरों में भी बनती रही है. ये भी सच्चाई है कि त्यौहारों पर जितनी खिल्ली लोग बेचारी सोहन पापड़ी की उड़ाते हैं, उतना ही मोह काजू कतली से जताते हैं. हालांकि पूरे त्यौहार ये बातें भी होती रहती हैं कि बाज़ार में मिलनेवाली आधी काजू कतली तो नक़ली होती है, लेकिन फिर भी काजू कतली से लोगों का मोह कम नहीं होता.

काजू कतली का इतिहास: बड़ी दिलचस्प और पवित्र कहानी है काजू कतली की. कहा जाता है मुगल बादशाह जहांगीर ने 52 सिक्ख धर्मगुरुओं और राजाओं को ग्वालियर के क़िले में बंदी बना रखा था. इन्हीं बंदियों में सिक्खों के छठवें धर्मगुरु गुरु हरगोविन्द जी भी थे. इस क़ैद में बंदियों की हालत बहुत ख़राब थी. अन्दर का माहौल भी अच्छा नहीं था और ना ही साफ़-सफ़ाई थी. गुरु हरगोविन्दजी ने क़ैदियों को अच्छे से रहना और अपने काम ख़ुद करना सिखाया. क़ैदियों और यहां तक कि पहरेदारों को भी स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए कई बातें सिखाईं. फिर एक दिन जहांगीर ने आदेश दिया कि गुरु हरगोविन्द जी को रिहा कर दिया जाए और उनके बाहर निकलते समय जो भी क़ैदी उनके वस्त्र को पकड़कर बाहर आ सकें उन्हें भी रिहा कर दिया जाए. कहा जाता है गुरु जी ने 52 कलियों वाला कुर्ता बनवाया, ताकि सारे क़ैदी एक-एक कली को पकड़कर बाहर आ सकें. उनके रिहा होने की ख़ुशी और यादगार के रूप में जहांगीर के ख़ानसामा ने काजू की बर्फ़ी बनाई थी, जो उस दिन पहली बार बनाई गई थी. ये दिवाली का दिन था, जिसे सिक्ख बंदीछोड़ दिवस के रूप में मनाने लगे और इसी दिन हमारी काजू कतली ने भी जन्म लिया.

इन्हें भीपढ़ें

mother-cooking-food

मां के हाथ के खाने के स्वादिष्ट होने का सीक्रेट यहां है!

November 10, 2022
sattvik-food

सात्विक भोजन के कई फ़ायदे हैं!

October 31, 2022
अबकि देसी अंदाज़ में कराइए मुंह मीठा- बनाइए गुड़ पारे

अबकि देसी अंदाज़ में कराइए मुंह मीठा- बनाइए गुड़ पारे

October 21, 2022
pumpkin-halwa

स्वादिष्ट और पौष्टिक कद्दू का हलवा

October 14, 2022

काजू कतली के कितने रूप: आजकल काजू कतली कई रूप में मिलने लगी है काजू पान, काजू पिस्ता बर्फ़ी, काजू पिस्ता रोल, काजू के एप्प्ल, काजू अंजीर की मिठाई, काजू अंजीर के रोल जैसे कई रूप आपको देखने मिल जाएंगे.

किस्से काजू कतली के: मुझे तो याद नहीं पर मम्मी बताती हैं कि पुराने ज़माने में घरों में औरतें हाथों से थपेड़कर काजू की बर्फ़ी बनाती थीं. बाद में धीरे-धीरे इसे बेलकर बनाया जाने लगा. इसे भी लोग अलग तरह से बनाते हैं. कुछ लोग इसमें रबड़ी या दूध मिलते हैं तो कुछ काजू को भिगोकर, फिर पीसकर बनाते हैं तो कुछ लोग मेरी तरह यानी सूखे काजू का पाउडर बनाकर उसमे चाशनी मिलाकर बनाते हैं.
काजू कतली मेरे घर पर त्यौहारों का अभिन्न हिस्सा है शायद इसलिए भी कि इसे मैं घर पर ही बना लेती हूं और इसमें मिलावट की सम्भावना नहीं होती और शायद इसलिए भी कि ये मेरे बेटे की बेहद पसंदीदा मिठाई है.
इस बार दिवाली का क़िस्सा है. हम मिठाइयां लेने बाज़ार गए. कई तरह की मिठाइयां ख़रीदने के बाद बेटा काजू कतली मांगने लगा. मैंने एक काजू का पैकेट उठाया और कहा “काजू कतली घर पर बनाएंगे.” वहां पास ही एक महिला खड़ी थीं, वो हंसने लगीं. फिर बोलीं,‘‘सच बाज़ार की काजू कतली में डर बना रहता न?’’ मैंने भी मुस्कुराते हुए कहा, “हां बेटे को पसंद है, पर अभी त्यौहारों पर न जाने क्या मिला हो, इस बात का डर पहले ही लगने लगता तो घर पर बना लूंगी.”
मैंने सोचा भी नहीं था की काजू कतली का जन्म इस तरह हुआ होगा और इसकी कहानी का सम्बन्ध किसी इतनी बड़ी ऐतिहासिक घटना से होगा. इसीलिए तो कहते हैं कई बार क़िस्से हम तक ख़ुद चलकर आते हैं.
अच्छा, अब आप भी बताइएगा कि आपको काजू कतली का कौन-सा रूप पसंद है. इस ईमेल आईडी पर: [email protected]

फ़ोटो: पिन्टरेस्ट

Tags: kaju katlikaju katli interesting storykaju katli storyKanupriya Guptakanupriya gupta's weekly columnSweetsweekly columnकनुप्रिया गुप्ताकनुप्रिया गुप्ता का साप्ताहिक कॉलमकाजू कतलीकाजू कतली की कहानीकाजू कतली की दिलचस्प कहानीमिठाईसाप्ताहिक कॉलम
कनुप्रिया गुप्ता

कनुप्रिया गुप्ता

ऐड्वर्टाइज़िंग में मास्टर्स और बैंकिंग में पोस्ट ग्रैजुएट डिप्लोमा लेने वाली कनुप्रिया बतौर पीआर मैनेजर, मार्केटिंग और डिजिटल मीडिया (सोशल मीडिया मैनेजमेंट) काम कर चुकी हैं. उन्होंने विज्ञापन एजेंसी में कॉपी राइटिंग भी की है और बैंकिंग सेक्टर में भी काम कर चुकी हैं. उनके कई आर्टिकल्स व कविताएं कई नामचीन पत्र-पत्रिकाओं में छप चुके हैं. फ़िलहाल वे एक होमस्कूलर बेटे की मां हैं और पैरेंटिंग पर लिखती हैं. इन दिनों खानपान पर लिखी उनकी फ़ेसबुक पोस्ट्स बहुत पसंद की जा रही हैं. Email: [email protected]

Related Posts

quick-cooking
ज़रूर पढ़ें

रेडी टू ईट और रेडी टू कुक फ़ूड का चलन भारत में तेज़ी से बढ़ रहा है!

September 24, 2022
clean-fridge
ज़रूर पढ़ें

ज़रा सोचिए क्या आप अपने फ्रिज को सेहतमंद रखते हैं?

September 16, 2022
pindi-chana
ज़रूर पढ़ें

स्वाद में लाजवाब होते हैं पिंडी चने

September 8, 2022
Facebook Twitter Instagram Youtube
ओए अफ़लातून

हर वह शख़्स फिर चाहे वह महिला हो या पुरुष ‘अफ़लातून’ ही है, जो जीवन को अपने शर्तों पर जीने का ख़्वाब देखता है, उसे पूरा करने का जज़्बा रखता है और इसके लिए प्रयास करता है. जीवन की शर्तें आपकी और उन शर्तों पर चलने का हुनर सिखाने वालों की कहानियां ओए अफ़लातून की. जीवन के अलग-अलग पहलुओं पर, लाइफ़स्टाइल पर हमारी स्टोरीज़ आपको नया नज़रिया और उम्मीद तब तक देती रहेंगी, जब तक कि आप अपने जीवन के ‘अफ़लातून’ न बन जाएं.

संपर्क

ईमेल: [email protected]
फ़ोन: +91 9967974469
+91 9967638520
  • About
  • Privacy Policy
  • Terms

© 2022 Oyeaflatoon - Managed & Powered by Zwantum.

No Result
View All Result
  • सुर्ख़ियों में
    • ख़बरें
    • चेहरे
    • नज़रिया
  • हेल्थ
    • डायट
    • फ़िटनेस
    • मेंटल हेल्थ
  • रिलेशनशिप
    • पैरेंटिंग
    • प्यार-परिवार
    • एक्सपर्ट सलाह
  • बुक क्लब
    • क्लासिक कहानियां
    • नई कहानियां
    • कविताएं
    • समीक्षा
  • लाइफ़स्टाइल
    • करियर-मनी
    • ट्रैवल
    • होम डेकोर-अप्लाएंसेस
    • धर्म
  • ज़ायका
    • रेसिपी
    • फ़ूड प्लस
    • न्यूज़-रिव्यूज़
  • ओए हीरो
    • मुलाक़ात
    • शख़्सियत
    • मेरी डायरी
  • ब्यूटी
    • हेयर-स्किन
    • मेकअप मंत्र
    • ब्यूटी न्यूज़
  • फ़ैशन
    • न्यू ट्रेंड्स
    • स्टाइल टिप्स
    • फ़ैशन न्यूज़
  • ओए एंटरटेन्मेंट
    • न्यूज़
    • रिव्यूज़
    • इंटरव्यूज़
    • फ़ीचर
  • वीडियो-पॉडकास्ट
  • टीम अफ़लातून

© 2022 Oyeaflatoon - Managed & Powered by Zwantum.

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password?

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In

Add New Playlist