खानपान में इन दिनों स्थानीय और मौसमी चीज़ों को शामिल करने की बातें की जाने लगी हैं. ऐसा ही एक मौसमी कंद है शलजम. आज हम बता रहे हैं कि ढेर सारे पोषक तत्वों से भरे इस कंद को आपको अपनी डायट में क्यों शामिल करना चाहिए.
शलजम एक कंदमूल है, जो बेहद पौष्टिक होता है. इसमें कैल्शियम, विटामिन C, विटामिन A, विटामिन B, फ़ोलेट, मिनरल्स और फ़ाइबर्स पाए जाते हैं. साथ ही यह ऐंटीऑक्सिडेंट, ऐंटीबैक्टीरियल और ऐंटीमाइक्रोबियल गुणों से भरपूर होता है. अत: इम्यूनिटी बढ़ाता है और मौसमी बीमारियों से बचने में मदद करता है. शलजम में बहुत कम कैलरीज़ होती हैं, अत: यदि आप वज़न कम करने की फ़िराक में हैं तो यह मौसमी कंद आपके काम को आसान करेगा.
आयुर्वेद में शलजम को अनेक बीमारियों से बचाव के लिए बतौर औषधि भी किया जाता है. आइए, जानते हैं कि शलजम को डायट में शामिल करने के क्या फ़ायदे हो सकते हैं:
प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है
जैसा कि हमने आपको ऊपर ही बताया कि शलजम में विटामिन C पाया जाता है, जिसे प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए जाना जाता है. वहीं इसमें फ़ोलेट भी पाया जाता है. फ़ोलेट एक ऐसा केमिकल है, जो शरीर की क्षतिग्रस्त कोशिकाओं की मरम्मत करता है और नई कोशिकाएं बनाने में मदद करता है.
खांसी में मिलता है फ़ायदा
हम यह नहीं कह रहे हैं कि शलजम खांसी को दूर करने का इलाज है, लेकिन मौसम बदलने पर बच्चों और बड़ों को होनेवाली खांसी को दूर करने में यह मदद करता है. इस काम के लिए इसे दो तरीक़े से इस्तेमाल किया जा सकता है: शलजम को टुकड़ों में काटकर उन्हें भून लें और थोड़ा सा नमक मिलाकर खा लें. साथ ही शलजम के तेल को अपनी छाती पर मलें. शलजम के तेल का इस्तेमाल गर्दन में अकड़न को दूर करने के लिए भी किया जाता है.
हड्डियों और डायबिटीज़ के लिए लाभकारी
शलजम में मौजूद कैल्शियम आपकी हड्डियों और मांसपेशियों को मज़बूत बनाए रखता है. साथ ही इसमें कम शक्कर और ज़्यादा फ़ाइबर होता है, जिसके कारण डायबिटीज़ के मरीज़ भी इसका बेहिचक सेवन कर सकते हैं. इसके लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स के चलते यह डायबिटीज़ के मरीज़ों के लिए अच्छा होता है.
वज़न घटाने में मददगार
जैसा कि हमने आपको बताया कि शलजम में शक्कर की मात्रा कम होती है, फ़ाइबर की मात्रा अधिक होती है अत: कैलरीज़ कम होती हैं. और यह तो हम सभी जानते हैं कि वज़न कम करने के इच्छुक लोगों को ज़्यादा फ़ाइबर और कम कैलरी वाला भोजन करने की सलाह दी जाती है. शलजम इस सलाह के आधार पर बिल्कुल सटीक कंद/सब्ज़ी है.
भोजन में कैसे शामिल करें: आप शलजम की सब्ज़ी या सलाद को अपनी डायट का हिससा बना सकते हैं. यहां हम आपको शलजम का भुना हुआ सलाद बनाने का तरीक़ा बता रहे हैं.
सामग्री
2 मध्यम आकार के शलजम, छीलकर चौकोर टुकड़ों में काटे हुए
2 टीस्पून तेल
½ टीस्पून राई
½ टेबलस्पून हरा धनिया, कटा हुआ
नमक, काली मिर्च और चाट मसाला, स्वादानुसार
विधि
1. एक पैन में तेल गर्म करें.
2. इसमें राई डालकर चटकने दें. अब इसमें शलजम के टुकड़े और स्वादानुसार नमक डालें.
3. इसे धीमी आंच पर शलजम के पारदर्शी होने तक पलट-पलटकर पकाएं (लगभग 5-7 मिनट). अब आंच बंद कर दें.
4. इसमें स्वादानुसार काली मिर्च और चाट मसाला डालें. हरा धनिया डालकर मिलाएं और सर्व करें.
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