नौकरी ढूंढ़ना शुरू कर रहे/रही हैं तो जान लें कि इस प्रक्रिया का एक न टाला जा सकने वाला और दुख पहुंचाने वाला पहलू है: जॉब रिजेक्शन. हर नौकरी करने वाले व्यक्ति ने कभी न कभी जॉब रिजेक्शन झेला ही है और नौकरी पाने की चाह रखने वाले व्यक्ति को भी इसे झेलना पड़ सकता है. हालांकि जॉब रिजेक्शन झेलना आसान नहीं होता, ख़ासतौर पर तब, जबकि आपने इसके लिए तैयारी की हो, अपना समय और मेहनत दोनों ही लगाया हो. पर दूसरी सच्चाई यह भी है कि नौकरी पाने के दौरान धीरज रखना ही पड़ता है. यहां आपको जॉब रिजेक्शन से डील करने के तरीक़े मिलेंगे.
आपने बहुत उत्साह के साथ जॉब इंटरव्यू की तैयारी की थी, काफ़ी समय दिया था और आप अपने इंटरव्यू से बहुत संतुष्ट भी थे/थीं. फिर आपने इंतज़ार किया कि कब इसका नतीजा बताया जाएगा, लेकिन कुछ ही दिनों बाद आपको जॉब रिजेक्शन का ईमेल आ गया. या फिर कोई जवाब ही नहीं आया और जब आपने पूछताछ की तो आपको बताया गया कि आपका सलेक्शन नहीं किया गया है. ऐसे में आपका दुखी महसूस करना, हताश महसूस करना बिल्कुल सामान्य है, लेकिन बावजूद इसके आप यह तो मानेंगे ही कि जीवन चलने का नाम है. यहां मौजूद कुछ टिप्स आपको जॉब रिजेक्शन से डील करने के साथ-साथ अगले जॉब इंटरव्यू के लिए बहुत आत्मविश्वास के साथ जाने का साहस देंगे.
अपना दायित्व निभाएं: जब आपको इंटरव्यू में रिजेक्शन की सूचना मिले फिर चाहे वो ईमेल के ज़रिए मिली हो या फ़ोन पर आप अपने जज़्बात पर क़ाबू रखते हुए सूचना देने वाले को इस बात के लिए धन्यवाद दें कि कम से कम आपको उनकी कंपनी में नौकरी के लिए इंटरव्यू देने का, उनसे बात करने का अवसर मिला, जिसने आपको समृद्ध किया, क्योंकि यदि आप ग़ौर करें तो पाएंगे कि बहुतों को उस कंपनी के लिए इंटरव्यू देने का मौक़ा भी नहीं मिला होगा. साथ ही, ईमेल/फ़ोन करने वाले व्यक्ति को यह भी कहें कि आगे कभी उनकी कंपनी में कोई और अवसर निकले तो वे उपयुक्त समझें तो आपके नाम की अनुशंसा करें.
परिणाम का आकलन करें: आप चाहें तो रिजेक्शन की सूचना देने वाले व्यक्ति से विनम्रता से इस बारे में पूछ सकते हैं कि आप जानना चाहेंगे कि क्या वे आपको इस बारे में अपना फ़ीडबैक दे सकेंगे कि आपको क्यों नहीं चुना गया, ताकि यदि आप किसी अन्य जगह इंटरव्यू दें तो सजग रह सकें. हालांकि भारतीय कंपनियां इस बारे में थोड़ी रूढ़िवादी होती हैं, बावजूद इसके यदि आपके पूछने पर वे कारण बताती हैं तो आप वाक़ई अगले इंटरव्यू के लिए सजग रह सकेंगे/सकेंगी.
यह सच्चाई जान लें: कोई भी कंपनी यदि आपको रिजेक्ट कर रही है तो इसकी कई वजहें हो सकती हैं, जैसे- उन्हें आपसे कम बजट में कोई व्यक्ति मिल रहा हो; जिस व्यक्ति का चयन किया गया हो, वह आपकी तुलना में ज़्यादा अनुभवी या लायक़ हो; महानगरों में कंपनियां इस बात को भी वरीयता देती हैं कि जिस व्यक्ति का चयन किया जाए वह कंपनी के ऑफ़िस के आसपास रहता हो. कहने का मतलब ये कि रिजेक्शन की वजह से ख़ुद को कम न आंके, बल्कि आगे बढ़ जाएं और दूसरी जगह काम की तलाश शुरू कर दें.
आप अकेले ही नहीं है: इस बात को अपने मन में बिठा लें कि जॉब इंटरव्यू में रिजेक्शन झेलने वाले आप अकेले/अकेली ही नहीं हैं. कई लोगों के साथ ऐसा होता है, जिनमें आपके भाई-बहन, दोस्त और यहां तक कि आपके माता-पिता (जब वे नौकरी ढूंढ़ रहे थे, तब) भी शामिल हो सकते है. उनसे उनके अनुभव पूछें और एक बार फिर अगले इंटरव्यू की तैयारी शुरू कर दें.
फ़ोटो: पिन्टरेस्ट