lekhak: कार्ल सैंडबर्ग

I Am the People, the Mob BY CARL SANDBURG

मैं ही अवाम, जनसमूह: कार्ल सैंडबर्ग की कविता (भावानुवाद: दीपक वोहरा)

अमेरिकी कवि, इतिहासकार, उपन्यासकार और लोकगीतकार, आम जनता के कवि थे. उन्हें अपनी रचनाओं के लिए विश्वभर में सम्मानित किया ...

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