क्या हमारा दिल भी हमारी अमीरी और ग़रीबी के मुताबिक़ छोटा या बड़ा होता है? रबिंद्रनाथ टैगोर की इस कहानी...
बचपन की यादें जब बाहर निकलती हैं तो एक ऐसा तिलस्मी संसार रचती हैं कि कई बार हम ख़ुद आश्चर्यचकित...
ख़ूबसूरत लड़कियों को चिढ़ाने के लिए इस्तेमाल किया जानेवाला एक जुमला ‘अंगूर की बेल’ कैसे एक परिवार की तीन पीढ़ियों...
कुछ रिश्ते ख़ून के नहीं होते, पर उनका गाढ़ापन ख़ून के रिश्ते से कम नहीं होता. ऐसा ही रिश्ता था...
कवि मैथिलीशरण गुप्त के महाकाव्य ‘साकेत’ की यह रचना प्रेम की व्याख्या करती है प्रेम, प्रेम के लिए किए जानेवाले...
शिक्षा व्यवस्था में ट्यूशन कल्चर के आने से न जाने कितने प्रतिभाशाली बच्चों के साथ अन्याय हुआ है. मन्नू भंडारी...
केदारनाथ सिंह की इस कविता में उन सूत्रों का ज़िक्र है, जो एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक बोली-वाणी के...
अदम गोंडवी आम आदमी के कवि थे. आवाम की तकलीफ़ हमेशा उनकी कलम का हिस्सा रही. अपनी कविताओं से उन्होंने...
अपनी कविताओं के माध्यम से चुटीले अंदाज़ में समाज को संदेश देनेवाले कुंवर बेचैन की यह कविता सबकुछ जानते समझते...
कुछ रिश्तों के धागे उतने भी सीधे-सरल नहीं होते, जितना हम समझते हैं. और कुछ रिश्ते उतने भी जटिल नहीं...
हर वह शख़्स फिर चाहे वह महिला हो या पुरुष ‘अफ़लातून’ ही है, जो जीवन को अपने शर्तों पर जीने का ख़्वाब देखता है, उसे पूरा करने का जज़्बा रखता है और इसके लिए प्रयास करता है. जीवन की शर्तें आपकी और उन शर्तों पर चलने का हुनर सिखाने वालों की कहानियां ओए अफ़लातून की. जीवन के अलग-अलग पहलुओं पर, लाइफ़स्टाइल पर हमारी स्टोरीज़ आपको नया नज़रिया और उम्मीद तब तक देती रहेंगी, जब तक कि आप अपने जीवन के ‘अफ़लातून’ न बन जाएं.
© 2022 Oyeaflatoon - Managed & Powered by Zwantum.
© 2022 Oyeaflatoon - Managed & Powered by Zwantum.