बुक क्लब

gulzar_kavita

हिंदुस्तान में दो दो हिंदुस्तान दिखाई देते हैं: गुलज़ार की कविता

हिंदुस्तान अपनी आज़ादी की 75वीं सालगिरह मना रहा है. पर उम्मीदों से भरे इस देश में बहुत-सी चीज़ें हैं, जिन्हें...

Premchand-ke-fate-joote

प्रेमचंद के फटे जूते: हिंदी के लेखकों की स्थिति पर व्यंग्य (लेखक: हरिशंकर परसाई)

व्यंग्यकार हरिशंकर परसाई की पैनी नज़र से भला कौन बच पाया. उन्होंने उपन्यास सम्राट मुंशी प्रेमचंद की फ़ोटो में उनके...

Page 44 of 97 1 43 44 45 97

Recommended

Welcome Back!

Login to your account below

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Add New Playlist