कवियों-लेखकों ने मां को परिभाषित करने का हर युग में प्रयास किया है. सोशल मीडिया प्लैटफ़ॉर्म इंस्टाग्राम पर हिंदी लिखनेवालों...
मां कहने को तो एक शब्द है, पर जब इसे परिभाषित करने जाएं तो दुनिया के सारे शब्द कम पड़...
बुआ-फूफा का 65 साल का साथ था. विवाहित जोड़े का साथ कितना भी लंबा हो, किसी एक तो पहले जाना...
यूं तो कहने के लिए कवि हूबनाथ पांडे की यह कविता है, पर इसका एक-एक शब्द देश की दशा बयां...
आधे और पूरे की व्याख्या करनेवाली ऐसी बेमिसाल कविता आपने शायद ही कभी पढ़ी हो. कवि नरेश सक्सेना की यह...
पशु-पक्षी प्रेमी लेखिका महादेवी वर्मा ने अपने पालतू जानवरों और पक्षियों के लाजवाब संस्मरण लिखे थे. यह संस्मरण है उनके...
गुरुदेव रबिंद्रनाथ टैगोर की यह कहानी प्रेम के सर्वोच्च शिखर यानी त्याग को बयां करती है. राजकवि अनंगशेखर को राजकुमारी...
ज़िंदगी में सबकुछ सामान्य चल रहा हो या न चल रहा हो, पर कभी-कभी कोई उमंग मन के साथ-साथ शरीर...
एक आम आदमी की ज़िंदगी कैसी होती है. मरहूम कवि कुंवर बेचैन की यह छोटी-सी कविता बख़ूबी बयां कर रही...
कभी-कभी हम अपनों के बीच रहकर भी नितांत अकेले होते हैं. यदि इस अकेलेपन को समझने वाला कोई न हो...
हर वह शख़्स फिर चाहे वह महिला हो या पुरुष ‘अफ़लातून’ ही है, जो जीवन को अपने शर्तों पर जीने का ख़्वाब देखता है, उसे पूरा करने का जज़्बा रखता है और इसके लिए प्रयास करता है. जीवन की शर्तें आपकी और उन शर्तों पर चलने का हुनर सिखाने वालों की कहानियां ओए अफ़लातून की. जीवन के अलग-अलग पहलुओं पर, लाइफ़स्टाइल पर हमारी स्टोरीज़ आपको नया नज़रिया और उम्मीद तब तक देती रहेंगी, जब तक कि आप अपने जीवन के ‘अफ़लातून’ न बन जाएं.
© 2022 Oyeaflatoon - Managed & Powered by Zwantum.
© 2022 Oyeaflatoon - Managed & Powered by Zwantum.