अक्सर वेट ड्रीम्स (स्वप्न दोष) या स्लीप ऑर्गैज़्म को किशोरों या पुरुषों से जोड़कर देखा जाता है, लेकिन क्या आप जानती हैं कि लगभग 70% महिलाओं को भी इसका अनुभव होता है?
तो आपकी नींद भी कई बार ऑर्गैज़्म के अनुभव से खुल जाती है, है ना? तो युवतियों और महिलाओं! हम आपको बता दें कि वेट ड्रीम्स (स्वप्न दोष), जिसे सेक्स ड्रीम, नाइट फ़ॉल, स्लीप ऑर्गैज़्म नामों से भी जाना जाता है, उस पर केवल पुरुषों का एकाधिकार नहीं है. कई महिलाएं भी इसे महसूस करती हैं और वेट ड्रीम्स का आना या न आना दोनों ही पूरी तरह सामान्य व स्वाभविक घटनाएं हैं. पुरुषों के वेट ड्रीम को पहचानना आसान होता है, क्योंकि उनका स्खलन नोटिस किया जा सकता है. लेकिन जब बात महिलाओं को आने वाले वेट ड्रीम्स की हो तो इसे नोटिस करना थोड़ा मुश्क़िल है. इसके बारे में न तो ज़्यादा जागरुकता है और ना ही बहुत अधिक शोध किए गए हैं.
महिलाओं के वेट ड्रीम्स के बारे में क्या कहते हैं शोध?
वर्ष 1953 में अमेरिकी शोधकर्ता डॉ अल्फ्रेड किन्ज़ी ने लगभग 5,628 महिलाओं का इंटरव्यू लिया और पाया कि उनमें से 40 प्रतिशत महिलाओं ने अपने 45 वर्ष का होने से पूर्व एक न एक बार स्लीप ऑर्गैज़्म महसूस किया था.
अमेरिका में ही वर्ष 1986 में हुए एक सेक्स संबधी रिसर्च में पाया गया कि लगभग 81% महिलाओं ने 21 वर्ष की होने तक नाइट फ़ॉल को अनुभव किया था, इनमें से कुछ ने तो 13 वर्ष की होने से पहले ही इसे अनुभव किया था. साथ ही, जिन किशोरियों और युवतियों ने इसका अनुभव किया उन्होंने इसका एक ही नहीं, बल्कि कई कई बार अनुभव किया.
स्लीप ऑर्गैज़्म का अनुभव कब होता है?
जब हम सोते हैं तो हमारे शरीर में बहुत कुछ होता है. सोते वक़्त हम नींद की आरईएम (रैपिड आइ मूवमेंट) और नॉन-आरईएम साइकल्स के बीच अदला-बदली करते रहते हैं. हमें नाइट फ़ॉल का अनुभव आरईएम साइकल के दौरान होता है. सोने के इस चक्र के दौरान पेल्विक (पेड़ू या श्रोणि) क्षेत्र में रक्त का प्रवाह बढ़ जाता है. इसकी वजह से पुरुषों में स्खलन और महिलाओं में योनी यानी वेजाइनल स्राव होता है. यह ऑर्गैज़्म बिल्कुल सामान्य ऑर्गैज़्म की तरह ही होता है. कई बार इसका अनुभव करने वाली महिलओं की नींद ऑर्गैज़्म के दौरान टूटती है या फिर उसके बिल्कुल बाद. उठने पर वे सेक्शुअल संतुष्टि का अनुभव करती हैं.
महिलाओं के नाइट फ़ॉल को आंकना कठिन क्यों होता है?
इसका कारण यह है कि पुरुषों का स्खलन दिखाई देता है, क्योंकि यह बाहर होता है. जबकि महिलाओं का ऑर्गैज़्म आने पर होने वाला स्राव उनकी वेजाइना के भीतर ही होता है, यदि वे इसके बारे में चर्चा करें या कोई उनसे इसके बारे में चर्चा करे तभी इसके बारे में जाना जा सकता है.
महिलाओं में स्लीप ऑर्गैज़्म की बारंबारता कितनी होती है?
पुरुषों की तुलना में महिलाओं को वेट ड्रीम्स कम आते हैं. जिन महिलाओं ने इसका अनुभव किया है, उन्होंने एक ही साल में इसका कई बार अनुभव किया है. कई महिलाओं में इसकी बारंबारता ज़्यादा होती है. कुछ महिलाओं ने इसे एक ही रात में कई बार भी अनुभव किया है. महिलाओं में नाइट फ़ॉल के अध्ययन में कमी की वजह से यह सही तरीक़े से पता नहीं है कि एक महिला इसे कितनी बार अनुभव करती है. कई बार कई महिलाएं नींद में नाइट फ़ॉल का अनुभव करती हैं और उठने पर वे इस बात से अनजान भी हो सकती हैं. महिलाओं में स्लीप ऑर्गैज़्म का आना या न आना दोनों ही बातें बिल्कुल सामान्य हैं.