‘फ़िक्शन अफ़लातून’ हिंदी की इस नई वेबसाइट की पहली प्रतियोगिता थी. हम इसे लेकर बेहद उत्साहित थे और आपकी प्रतिक्रियाओं ने हमारे उत्साह को बनाए रखा. हमें मिलीं कुल 32 कहानियों में हमने 15 को इस प्रतियोगिता के तहत प्रकाशित किया. जिनमें 4 कहानियां, टॉप 3 (नंबर 3 का स्थान दो कहानियों ने साझा किया) रहीं. सभी प्रतिभागियों, निर्णायक मंडल के सदस्यों और पाठकों के हम आभारी हैं.
यूं तो ‘फ़िक्शन अफ़लातून’ प्रतियोगिता की शुरुआती डेडलाइन या कहें डेटलाइन थी ‘15 फ़रवरी से 15 मार्च’, पर हमारे मन मुताबिक़ कहानियां देर से मिलनी शुरू हुईं और कुछ लेखकों ने हमसे थोड़ा और समय मांगा, सो हमने प्रतियोगिता की तारीख़ 1 मार्च से 31 मार्च कर दी. प्रतियोगिता के लिए हमें कुल 32 कहानियां मिलीं, जिनमें से 15 कहानियां प्रकाशित होने योग्य लगीं. हमने, जिन कहानियों को प्रकाशित नहीं किया, उनमें से कुछ अच्छी थीं, लेकिन कुछ कारणों से प्रतियोगिता की शर्तों पर खरी नहीं उतरती थीं.
अब बात करें विजेता के चुनाव का तो उसके लिए हमने दो पैरामीटर्स तय किए थे. पहला पैरामीटर था कहानियों का क्रिटिकल एनालसिस, जिसके तहत हमारे निर्णायक मंडल के चार सदस्यों ने रेटिंग दी थी. और दूसरा पैरामीटर था, कहानियों की पॉप्युलैरिटी यानी कहानियां कितनी बार पढ़ी गईं. फिर हमने दोनों में मिले अंकों को जोड़कर फ़ाइनल रेटिंग दी.
क्रिटिकल एनालसिस की टॉप 5 कहानियां
निर्णायक मंडल के हर सदस्य ने कहानियों को 1 से 5 के बीच रेट किया. यानी निर्णायक मंडल के कुल अंक थे 20. निर्णायकों के अनुसार टॉप 5 कहानियां ये रहीं.
1.इक़ प्यार का नग़मा है, नीरज कुमार मिश्रा (15.5/20)
2.त्रिलोकी की दुल्हन, डॉ संगीता झा (14.5/20)
3.नीली शॉल, राजुल अशोक (14/20)
4.भरा पूरा परिवार, पूजा भारद्वाज (13.5/20)
5.कैक्टस, शर्मिला चौहान (13/20)और दिखावा या प्यार, शरनजीत कौर (13/20)
मोस्ट पॉप्युलर कैटेगरी की टॉप 5 कहानियां
सबसे ज़्यादा पढ़ी गई कहानियों की रेटिंग हमने 5 में से की. हमने 2000 बार पढ़ी गई कहानियों के लिए 5 की रेटिंग तय की. 1600 के लिए 4, 1200 के लिए 3, 800 के लिए 2 और 400 के लिए 1. पॉप्युलैरिटी वाइज़ ये रहीं टॉप 5 कहानियां.
1.कैक्टस, शर्मिला चौहान (2/5)/ नीली शॉल, राजुल अशोक (2/5)
3. देश सेवा, मीनाक्षी विजयवर्गीय (1.5/5)
4. भरा पूरा परिवार, पूजा भारद्वाज (1/5)
5. दिखावा या प्यार, शरनजीत कौर (1/5)
और ये रहीं टॉप 3 पर रहने वाली 4 विजेता कहानियां
क्रिटिकल एनालसिस और मोस्ट पॉप्युलर कैटेगरी की कहानियों के अंकों को जोड़कर हमने विजेता कहानियों का चयन किया. जिसमें तीसरे स्थान के लिए दो कहानियों में टाइ रहा. इस तरह तीसरे स्थान पर दो कहानियां संयुक्त रूप से रहीं. फ़िक्शन अफ़लातून (2023) की विजेता कहानियां ये रहीं.
1.इक़ प्यार का नग़मा है, नीरज कुमार मिश्रा (16.5)
2.नीली शॉल, राजुल अशोक (16)
3.त्रिलोकी की दुल्हन, डॉ संगीता झा/ कैक्टस, शर्मिला चौहान (15)
निर्णायक मंडल
जयंती रंगनाथन, नामचीन लेखिका, पत्रकार, एग्ज़ेक्यूटिव एडिटर, दैनिक हिन्दुस्तान
दीप्ति मित्तल, जानीमानी लेखिका, अमेज़ॉन पेन टू पब्लिश प्रतियोगिता की दो बार की विजेता
भावना प्रकाश, लेखिका, शिक्षाविद्, थिएटर आर्टिस्ट
अमरेन्द्र यादव, को-फ़ाउंडर, एग्ज़ेक्यूटिव एडिटर, ओए अफ़लातून
एक बार फिर, प्रतियोगिता में भाग लेनेवाले कहानीकारों, निर्णायक मंडल के सदस्यों और सबसे ज़्यादा हमारे पाठकों का आभार. हमारी इस छोटी-सी पहल को संजीदगी से लेने और यथासंभव सहयोग करने के लिए.