• होम पेज
  • टीम अफ़लातून
No Result
View All Result
डोनेट
ओए अफ़लातून
  • सुर्ख़ियों में
    • ख़बरें
    • चेहरे
    • नज़रिया
  • हेल्थ
    • डायट
    • फ़िटनेस
    • मेंटल हेल्थ
  • रिलेशनशिप
    • पैरेंटिंग
    • प्यार-परिवार
    • एक्सपर्ट सलाह
  • बुक क्लब
    • क्लासिक कहानियां
    • नई कहानियां
    • कविताएं
    • समीक्षा
  • लाइफ़स्टाइल
    • करियर-मनी
    • ट्रैवल
    • होम डेकोर-अप्लाएंसेस
    • धर्म
  • ज़ायका
    • रेसिपी
    • फ़ूड प्लस
    • न्यूज़-रिव्यूज़
  • ओए हीरो
    • मुलाक़ात
    • शख़्सियत
    • मेरी डायरी
  • ब्यूटी
    • हेयर-स्किन
    • मेकअप मंत्र
    • ब्यूटी न्यूज़
  • फ़ैशन
    • न्यू ट्रेंड्स
    • स्टाइल टिप्स
    • फ़ैशन न्यूज़
  • ओए एंटरटेन्मेंट
    • न्यूज़
    • रिव्यूज़
    • इंटरव्यूज़
    • फ़ीचर
  • वीडियो-पॉडकास्ट
  • लेखक
ओए अफ़लातून
Home ज़रूर पढ़ें

ये उन दिनों की बात है, जब पेड़ चला करते थे!

अंडमान की एक ख़ूबसूरत लोक कथा

टीम अफ़लातून by टीम अफ़लातून
June 6, 2023
in ज़रूर पढ़ें, ट्रैवल, लाइफ़स्टाइल
A A
andaman_folk-tale
Share on FacebookShare on Twitter

क्या आप अंडमान जाने का मन बना रहे हैं? क्या आप यात्रा के शौक़ीन हैं और कथाओं/ लोक कथाओं के भी? तो आपको अंडमान की इस लोक कथा के बारे में बता रहे हैं ग़ालिब मुसाफ़िर, जिसमें उस समय का ज़िक्र है, जब पेड़ चला करते थे. यह कथा बतौर पर्यटक अंडमान से  आपका नाता जोड़ने में सहायक होगी. अक्सर तो लोक कथाएं या किंवदंतियां हमें जीवन के कई महत्वपूर्ण सबक सिखलाने के लिए ही बनाई जाती रही हैं और यह लोक कथा भी इस बात की तस्दीक करती है यानी यह कथा आपको जीवन की सीख भी देगी.

 

बेशक़ वे बड़े सुनहरे दिन थे. उन दिनों आदमी जंगलों में भटकता फिरता था. आदमी की तरह ही पेड़ भी घूमते-फिरते थे. आदमी उनसे जो कुछ भी कहता, वे उसे सुनते-समझते थे. जो कुछ भी करने को कहता, वे उसे करते थे. कोई आदमी जब कहीं जाना चाहता था तो वह किसी पेड़ से उसे वहां तक ले चलने को कहता था. पेड़ उसकी बात मानता और उसे गंतव्य तक ले जाता था. जब भी कोई आदमी पेड़ को पुकारता, पेड़ आता और उसके साथ जाता. उन दिनों पेड़ केवल चल ही नहीं सकते थे, बल्कि आदमी की तरह दौड़ भी सकते थे. असलियत में, पेड़ वो सारे काम कर सकते थे, जो आदमी कर सकता है.

इन्हें भीपढ़ें

Padma-Sachdev_Kahani

आधा कुआं: कहानी दो मुल्क़ों में विभाजित हुई सहेलियों की (लेखिका: पद्मा सचदेव)

September 25, 2023
चौधरी देवीलाल

जन्मदिन विशेष: किसानों एवं श्रमिकों के मसीहा और असली जननायक ‘चौधरी देवीलाल’

September 25, 2023
बिछड़ गए तो ये दिल उम्र भर लगेगा नहीं: उमैर नजमी की ग़ज़ल

बिछड़ गए तो ये दिल उम्र भर लगेगा नहीं: उमैर नजमी की ग़ज़ल

September 22, 2023
जो मिले, मुरीद हो जाए ऐसी शख़्सियत थे डॉक्टर दीपक आचार्य

जो मिले, मुरीद हो जाए ऐसी शख़्सियत थे डॉक्टर दीपक आचार्य

September 19, 2023

तब वहां ‘इलपमन’ नाम की एक जगह थी. वास्तव में वह मनोरंजन की जगह थी. पेड़ और आदमी वहां नाचते थे, गाते थे, ख़ूब आनंद और मज़े करते थे. वहां वे भाइयों की तरह हंसते-खेलते थे. लेकिन समय बदला. इस बदलते समय में आदमी के भीतर शैतान ने प्रवेश किया. उसके भीतर . बुराइयां पनप उठीं.

एक दिन कुछ लोगों ने पेड़ों पर लादकर कुछ सामान ले जाना चाहा. लेकिन उन्होंने पेड़ों इतना अधिक बोझ लाद दिया कि पेड़ मुश्किल से ही क़दम बढ़ा सके. वे बड़ी मुश्किल से डगमगाते हुए चल पा रहे थे. पेड़ों की उस हालत पर उन लोगों ने उनकी कोई मदद नहीं की. वे उल्टे पेड़ों का मज़ाक उड़ाने लगे.

पेड़ों को बहुत बुरा लगा. वे मनुष्य के ऐसे मित्रताविहीन रवैये से खिन्न हो उठे. वे सोचने लगे कि मनुष्य के हित की इतनी चिन्ता करने और ऐसी सेवा करने का नतीजा उन्हें इस अपमान के रूप में मिल रहा है. बस, उसी दिन से पेड़ स्थिर हो गए. उन्होंने आदमी की तरह इधर-उधर घूमना और दौड़ना बन्द कर दिया.

अब आदमियों को अपनी ग़लती का एहसास हुआ. वे पेड़ के पास गए और उनसे पहले की तरह ही दोस्त बन जाने की प्रार्थना की. लेकिन पेड़ नहीं माने. वे अचल बने रहे.
इस तरह आदमी के भद्दे और अपमानजनक रवैये ने उससे उसका सबसे अच्छा मित्र और मददगार छीन लिया.

तो देखा न आपने कि इस लोक कथा में भी एक सीख छुपी हुई है कि मित्र के साथ कभी भी अपमानजनक व्यवहार न करें. इस कथा को जानने के बाद अब जब कभी आप किसी पर्यटन स्थल पर घूमने जाएंगे, आपको पेड़ों के प्रति और लगाव महसूस होगा.

फ़ोटो: फ्रीपिक

Tags: AndamanAndaman and NicobarAndaman folk talebirth of coconutfolk taleFolk tale about coconutGhalib Musafirthe legendtourismwhen trees used to walkअंडमानअंडमान की लोक कथाअंडमान निकोबारकिंवदंतीग़ालिब मुसाफ़िरजब पेड़ चलते थेनारियल का जन्मपर्यटनलोक कथा
टीम अफ़लातून

टीम अफ़लातून

हिंदी में स्तरीय और सामयिक आलेखों को हम आपके लिए संजो रहे हैं, ताकि आप अपनी भाषा में लाइफ़स्टाइल से जुड़ी नई बातों को नए नज़रिए से जान और समझ सकें. इस काम में हमें सहयोग करने के लिए डोनेट करें.

Related Posts

अकाल: हूबनाथ पांडे की कविता
कविताएं

अकाल: हूबनाथ पांडे की कविता

September 18, 2023
Telengana-peoples-movement
ज़रूर पढ़ें

महिला किसान (चौथी कड़ी): महिला किसानों ने जब हैदराबाद के निज़ाम की व्यवस्था की चूलें हिला दी थीं

September 11, 2023
Tebhaga-farmer-movement
ज़रूर पढ़ें

महिला किसान (तीसरी कड़ी): तेभागा किसान आंदोलन, जिसमें महिलाओं ने जान फूंक दी थी

September 9, 2023
Facebook Twitter Instagram Youtube
ओए अफ़लातून

हर वह शख़्स फिर चाहे वह महिला हो या पुरुष ‘अफ़लातून’ ही है, जो जीवन को अपने शर्तों पर जीने का ख़्वाब देखता है, उसे पूरा करने का जज़्बा रखता है और इसके लिए प्रयास करता है. जीवन की शर्तें आपकी और उन शर्तों पर चलने का हुनर सिखाने वालों की कहानियां ओए अफ़लातून की. जीवन के अलग-अलग पहलुओं पर, लाइफ़स्टाइल पर हमारी स्टोरीज़ आपको नया नज़रिया और उम्मीद तब तक देती रहेंगी, जब तक कि आप अपने जीवन के ‘अफ़लातून’ न बन जाएं.

संपर्क

ईमेल: [email protected]
फ़ोन: +91 9967974469
+91 9967638520
  • About
  • Privacy Policy
  • Terms

© 2022 Oyeaflatoon - Managed & Powered by Zwantum.

No Result
View All Result
  • सुर्ख़ियों में
    • ख़बरें
    • चेहरे
    • नज़रिया
  • हेल्थ
    • डायट
    • फ़िटनेस
    • मेंटल हेल्थ
  • रिलेशनशिप
    • पैरेंटिंग
    • प्यार-परिवार
    • एक्सपर्ट सलाह
  • बुक क्लब
    • क्लासिक कहानियां
    • नई कहानियां
    • कविताएं
    • समीक्षा
  • लाइफ़स्टाइल
    • करियर-मनी
    • ट्रैवल
    • होम डेकोर-अप्लाएंसेस
    • धर्म
  • ज़ायका
    • रेसिपी
    • फ़ूड प्लस
    • न्यूज़-रिव्यूज़
  • ओए हीरो
    • मुलाक़ात
    • शख़्सियत
    • मेरी डायरी
  • ब्यूटी
    • हेयर-स्किन
    • मेकअप मंत्र
    • ब्यूटी न्यूज़
  • फ़ैशन
    • न्यू ट्रेंड्स
    • स्टाइल टिप्स
    • फ़ैशन न्यूज़
  • ओए एंटरटेन्मेंट
    • न्यूज़
    • रिव्यूज़
    • इंटरव्यूज़
    • फ़ीचर
  • वीडियो-पॉडकास्ट
  • लेखक

© 2022 Oyeaflatoon - Managed & Powered by Zwantum.

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password?

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In

Add New Playlist