Tag: हिंदी कविताएं

बस्ती में है वो सन्नाटा जंगल मात लगे: क़ैसर-उल ज़ाफ़री के शेर

बस्ती में है वो सन्नाटा जंगल मात लगे: क़ैसर-उल ज़ाफ़री के शेर

क़ैसर-उल ज़ाफ़री की यह शायरी प्रतीकों और विरोधाभासों के साथ ख़ूबसूरती से खेलते हुए सीधे दिल में उतर जाती है. ...

सितारों से आगे जहां और भी हैं: अल्लामा इक़बाल की शायरी

सितारों से आगे जहां और भी हैं: अल्लामा इक़बाल की शायरी

सारे जहां से अच्छा हिंदोस्तां लिखनेवाले अल्लामा इक़बाल की शायरी में गहरे विचार, उपमाओं और रूपकों की कमी नहीं होती ...

तुम्हारे शहर का मौसम बड़ा सुहाना लगे: क़ैसर-उल ज़ाफ़री के शेर

तुम्हारे शहर का मौसम बड़ा सुहाना लगे: क़ैसर-उल ज़ाफ़री के शेर

प्यार, वफ़ा, बेवफ़ाई और अकेलेपन को बयां करते क़ैसर-उल ज़ाफ़री के शेर, पढ़कर बरबस मुंह से ‘वाह, वाह’ ज़रूर निकलेगा. ...

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