यदि आप भी उन लोगों में से हैं, जिन्हें लगता है कि उन्होंने ग़लत करियर चुन लिया है तो आपके लिए अच्छी ख़बर ये है कि आप अब भी करियर बदल भी सकते हैं. लेकिन इसके लिए आपको सही प्लैनिंग करनी होगी. कैसे बनाएं करियर बदलने की योजना, यहां हम इसी के बारे में बात कर रहे हैं.
एक बार एक कंपनी की एचआर प्रमुख के साथ अनौपचारिक बातचीत के दौरान उन्होंने मुझे बताया था कि इस दुनिया में केवल एक प्रतिशत लोग ही यह बात जानते हैं कि दरअसल वे जीवन में वाक़ई क्या करना चाहते हैं. बाक़ी के 99 प्रतिशत लोग थोड़े-बहुत धक्के खा कर ही अपने लिए कोई अच्छा करियर तलाशते हैं.
बीते दिनों उनकी इस बात से इत्तफ़ाक रखता हुआ अमेरिकी करियर काउंसलर कंपनी वर्कइटडेली डॉट कॉम के संस्थापक और सीईओ, जे टी ओ’डॉनेल का एक आलेख पढ़ने मिला. जिसमें उन्होंने भी इसी बात के बारे में बताया है कि क्यों 99 प्रतिशत लोग ग़लत करियर चुन लेते हैं.
अब बात अपने देश की करें तो वर्ष 2019 में इंडिया टुडे में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक़, हमारे देश में 93% बच्चों के करियर के केवल सात ही विकल्पों के बारे में जानकारी है, जबकि भारत में लगभग 250 अलग-अलग तरह की नौकरियों के विकल्प मौजूद हैं.
यह करियर सर्वे माइंडलर द्वारा करवाया गया था, जिसमें 14 से 21 वर्ष के 10000 बच्चों को शामिल किया गया था. इन बच्चों को जिन करियर विकल्पों के बारे में जानकारी थी, वे हैं-लॉ, इंजीनियरिंग, मेडिसिन, अकाउंट्स और फ़ायनांस, डिज़ाइन, कम्प्यूटर ऐप्लिकेशन्स और आईटी और इसके अलावा मैनेजमेंट. इन आकलनों पर ग़ौर करें तो जो एक बात ग़लत करियर को लेकर सामने आती है, वो है सूचना की कमी होना, करियर के लिए गाइड करने वालों की कमी होना.
लेकिन वहीं दूसरा सच यह भी है कि हर बार करियर बदलने का कारण ग़लत करियर का चुनाव हो यह भी ज़रूरी नहीं. कई बार आप काम का लचीला समय पाने, अच्छा वेतन पाने, कम्यूटिंग यानी ऑफ़िस आने-जाने का समय बचाने, तनाव कम करने, प्रशंसा पाने या फिर अपने ही फ़ील्ड में दूसरा रोल पाने के लिए भी करियर में बदलाव का चुनाव कर सकते हैं. और सबसे अच्छी बात यह है कि इन दिनों करियर बदलने को किसी टैबू की तरह नहीं देखा जाता है.
कई लोग ऐसे हैं, जो इंजीनियरिंग करने के बाद लेखक बन गए, कई डॉक्टर बनने के बाद आईएएस तो कई और किसी अच्छी नौकरी को छोड़ कर खेतों में फसल उगा रहे हैं. आपको इस तरह के कई और उदाहरण अपने आसपास ही मिल जाएंगे.
लेकिन यह बात याद रखिए कि इस तरह करियर को स्विच करने वालों की कहानी, मीडिया में जितनी रोमैंटिक सी दिखाई जाती है, उतनी आसान होती नहीं है. उनके संघर्षों को उन्होंने ख़ुद झेला और जिया होता है. करियर बदलने के लिए तगड़ी प्लैनिंग की होती है, स्किल्स सीखे होते हैं. और वे इस पूरे रास्ते में कई बार उतार-चढ़ाव से भी गुज़रते हैं. बस, दो ही बातें उन्हें अपने मुक़ाम तक पहुंचने में कामयाब करती है और वो हैं: उनकी प्लैनिंग और उनका हौसला. यदि आप भी करियर बदलने का मन बना रहे/रही हैं तो इन बातों पर ज़रूर ग़ौर कीजिए:
1. सोचें कि आप अपने मौजूदा प्रोफ़ाइल से क्यों ख़ुश नहीं है: यह बात आपको करियर बदलने से पहले आंकनी होगी कि आप अपने मौजूदा करियर से ख़ुश क्यों नहीं है? यदि इसकी वजहें ऐसी हैं, जिन्हें बदला जा सकता है, जैसे- बॉस, कलीग या कंपनी की पॉलिसीज़ आपको सूट नहीं हो रही हैं तो आपको करियर की जगह केवल नौकरी बदलने की ज़रूरत है. लेकिन यदि आपको लगता है कि आप किसी दूसरे स्ट्रीम या दूसरे विभाग में काम करने से ख़ुश रहेंगे तो आपको करियर चेंज के बारे में सोचना चाहिए.
2. सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता: जब भी आप करियर बदलने के बारे में सोचें तो यह बात आपको मन में बैठानी होगी कि सफलता आसानी से नहीं मिलती और उसे पाने के लिए अनथक मेहनत करनी पड़ती है. कई बार आपने अपने लिए जो समय सीमा तय की होती है, उससे ज़्यादा समय भी लग सकता है. आपको इसके लिए तैयार रहना होगा.
3. अपनी पसंद के बारे में जानकारी हासिल करें: आपको यह सोचना होगा कि आप किस क्षेत्र में करियर बनाना चाहते हैं. उसके बारे में पूरी जानकारी हासिल करें. इसके लिए इंटरनेट, करियर काउंसलर्स या उस क्षेत्र में काम कर रहे लोगों से मिलें और आकलन करें कि क्या आप वाक़ई उस करियर में ख़ुश रहेंगे? इसके बारे में अपने परिवार वालों से भी बात करें, ताकि वे भी आपको सपोर्ट और सलाह दे सकें.
4. स्किल सेट को आंकें और ज़रूरत हो तो अपडेट करें: जिस क्षेत्र में आप करियर बनाना चाहते हैं, वहां काम करने के लिए क्या आपके पास ज़रूरी कौशल हैं? इस बारे में आकलन करें और ज़रूरत हो अपने मौजूदा जॉब में रहते हुए ही इसके लिए ऑन लाइन या फिर वीकएंड क्लासेस के ज़रिए ज़रूरी स्किल्स को डेवलप करें. यदि संभव हो तो उस क्षेत्र के लिए फ्रीलांस या वालंटीयर की तरह काम करें, ताकि आपके पास उस काम का थोड़ा अनुभव हो जाए.
5. ख़ुद को दोबारा परिभाषित करें: अब अपने रेज़्यूमे को इस तरह अपडेट करें, ख़ुद को इस तरह दोबारा परिभाषित और स्थापित करने का प्रयास करें, ताकि आपको आपके मनचाहे क्षेत्र में काम करने के अवसर मिल सकें. हमारी सलाह तो यह भी होगी कि जब तक आपको नया जॉब न मिल जाए, पुराना जॉब न छोड़ें.
6. नेगोशिएट करें: चूंकि यह नए क्षेत्र में करियर का आपका पहला जॉब होगा, बहुत संभव है कि जहां आप काम करने जाएं, वहां इस बात का हवाला दे कर आपको बहुत अधिक सैलरी न ऑफ़र की जाए. यहां आपको अपने रिक्रूटर को इस बात के लिए कन्विंस करना होगा कि भले ही इस क्षेत्र में नहीं, लेकिन दूसरे क्षेत्र में आपको काम का अनुभव है. टीम के साथ काम करने की स्किल आपको आती है. यदि आपके पास पुरानी कंपनियों के कोई प्रशंसा पत्र हों, कोई अवॉर्ड्स हों तो आप उनके बारे में जानकारी देते हुए अपनी सैलरी नेगोशिएट ज़रूर करें.
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