दुःख और तितलियां: कहानी मां-बेटे के भावनात्मक रिश्ते की (लेखक: अज्ञेय)
शेखर की मां मर गई है. पर मां की यादें, उसकी बातें अब भी उसके मस्तिष्क में घूम रही हैं....
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शेखर की मां मर गई है. पर मां की यादें, उसकी बातें अब भी उसके मस्तिष्क में घूम रही हैं....
बाबुषा कोहली हमारे समय की ऐसी कवयित्री हैं, जिनकी कविताएं मन के भीतर सीधे उतरती हैं. उनकी कविताओं में मौजूद...
यूं तो आपने इतिहास में कई युद्धों के कई सेनापतियों के नाम सुने होंगे, लेकिन मणिपुर के इस सेनापति का...
ऐन ऐक्शन हीरो में आयुष्मान एक सुपरस्टार, मानव खुराना बने हैं, जिसका अपना स्वैग है, अपनी अकड़ है, नखरे हैं....
पठान फ़िल्म के विवादों की बात करें या फिर फ़िल्म की बात करें, इससे कहीं बेहतर लगा कि दोनों की...
अपनी तिब्बत यात्रा के दौरान जानेमाने पत्रकार, लेखक व कवि चंद्र भूषण की नज़र एक ऐसी पेंटिंग पर पड़ी, जो...
संवेदनशील कहानियों के लिए मशहूर लेखक गुलशेर ख़ान शानी ने कहानी ‘बोलनेवाले जानवर’ में दो अलग-अलग परिवेश में रहनेवालों की...
बेहतर अवसर की तलाश में अपने गांव को छोड़कर शहरों की ओर रुख़ करना ज़्यादातर लोगों की मजबूरी होती है....
विमला और अखिलेश मुंहबोले भाई-बहन हैं. विमला की शादी विनोद से हो जाती है. विनोद, अखिलेश का सहपाठी रह चुका...
हर अच्छे बुरे का कोई न कोई कारण ज़रूर होता है. बशीर बद्र की ग़ज़ल‘यूं कोई बेवफ़ा नहीं होता’ बेवफ़ाई...
हर वह शख़्स फिर चाहे वह महिला हो या पुरुष ‘अफ़लातून’ ही है, जो जीवन को अपने शर्तों पर जीने का ख़्वाब देखता है, उसे पूरा करने का जज़्बा रखता है और इसके लिए प्रयास करता है. जीवन की शर्तें आपकी और उन शर्तों पर चलने का हुनर सिखाने वालों की कहानियां ओए अफ़लातून की. जीवन के अलग-अलग पहलुओं पर, लाइफ़स्टाइल पर हमारी स्टोरीज़ आपको नया नज़रिया और उम्मीद तब तक देती रहेंगी, जब तक कि आप अपने जीवन के ‘अफ़लातून’ न बन जाएं.
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