आपको यूं भी ऑफ़िस के काम को घर लाने की आदत थी, ऑफ़िस के काम से जुड़े फ़ोन कॉल्स, ईमेल्स सभी को आप खाना खाते-खाते भी हैंडल किया करते थे/करती थीं और अब वर्क फ्रॉम होम ने तो कामकाज के और निजी जीवन के काम के घंटों के बीच के फ़ासले को मिटा ही दिया है. आप समझ ही नहीं पाते/पातीं कि जब आपको ऑफ़िस का काम करना होता है तो कब आप घर के कामों में शामिल हो जाते हैं और जब घर पर ध्यान देनेवाला समय कब ऑफ़िस के कामों में गुज़रने लगा है. यदि आपको लग रहा है कि ये आपकी कहानी है तो जान लीजिए कि ये अधिकांश कामकाजी लोगों की कहानी है. यही वजह है कि हम आपको बता रहे हैं वो तरीक़े जो ऑफ़िस के काम के बोझ को दिन-रात लादे रहने के आपके व्यवहार पर अंकुश लगाएंगे, ताकि आप अपना जीवन खुलकर जी सकें.
हम ऊपर कही हुई बात को दोहराएंगे नहीं, लेकिन यदि ऊपर हमने जिस गाथा का ज़िक्र किया है, वो आपकी ही है तो यक़ीन मानिए यहां हम जो उपाय बताने जा रहे हैं, वो आपके लिए बेहद कारगर होंगे. ऑफ़िस के काम के बाद भी और बीच में भी इनमें से कई टिप्स आपके काम आएंगे, क्योंकि ये बहुत व्यावहारिक हैं.
सबसे पहले कामों की सूची बनाएं: दिन की शुरुआत में ही आपके पास वो सूची होनी चाहिए, जिन कामों को आप निपटाना चाहती/चाहते हैं. इस सूची को घर और आफ़िस के कामों में बांटकर अलग-अलग बनाया जा सकता है. और आपकी कोशिश होनी चाहिए कि आप इस सूची में उतने ही काम रखें, जो एक दिन में आसानी से किए जा सकते हों. ऑफ़िस के कामों को ऑफ़िस के घंटों में ही निपटाएं. घर के काम ऑफ़िस के घंटों के बाद या फिर पहले करें.
तनाव हो तो गहरी सांस लें: कई बार काम में हम इतने डूब जाते हैं कि ठीक से सांस लेना भी याद नहीं रहता. अत: जब भी आपको तनाव हो या आप छोटा-सा ब्रेक ले रही/रहे हों तो लंबी, गहरी और लयबद्ध सांस लेने और छोड़ने की कोशिश करें. इससे आपको बहुत राहत मिलेगी, ऑक्सिजन का प्रवाह सही हो जाने से आप बहुत तरोताज़ा भी महसूस करेंगी/करेंगे.
सहज रहने का प्रयास करें: चाहे आप घर के काम कर रहे हों या फिर ऑफ़िस के, अपने कामों को सहजता से निपटाने की कोशिश करें. इसके लिए बहुत अधिक तनाव न लें. साथ ही, लोगों से फ़ोन पर बातचीत करते समय या ईमेल लिखते समय भी अपने दिमाग़ को ठंडा रखें. इससे आपके काम कम समय में और सही तरीक़े से पूरे होंगे.
समय पर काम शुरू करें और समय पर ख़त्म: चूंकि वर्क फ्रॉम होम में काम करने के घंटों की समय सीमा परिभाषित नहीं रह गई है, यह भी एक वजह है कि हमें दिन-रात यह एहसास होता रहता है कि जैसे हम काम से ही लदे हुए हैं. अत: बहुत ज़रूरी है कि आप अपनी ओर से पहल करते हुए समय पर काम शुरू करें और समय पर ही उसे ख़त्म करें. अपने कलीग्स को भी ऐसा करने के लिए प्रेरित करें.
दिन के अंत में कामों की सूची जांच लें: जब ऑफ़िस का काम ख़त्म हो जाए तो अपनी कामों की सूची को जांचें और बचे हुए काम कल की सूची में डालें. जिन कामों को आपने ख़त्म कर लिया है, उनके आगे सही का निशान लगाते समय आपको किसी अचीवर जैसा महसूस होगा और यह बात आपको ऊर्जा देगी कि आज आपने कितने सारे कामों को ख़त्म कर लिया है.
स्नान करें: जब आप ऑफ़िस का काम ख़त्म करें तो उसके बाद स्नान करें. यह चिंता और तनाव को भगाने का एक अचूक तरीक़ा है, जो बहुत कारगर रहेगा. यदि आप स्नान नहीं करना चाहते/चाहतीं तो घर में पहने जानेवाले आरामदेह कपड़े पहन लें, ये भी आपके मूड को हल्का बनाने का काम करेंगे.
अपनी हॉबी पर ध्यान दें: काम के तनाव को हटाने के लिए रोज़ाना अपनी हॉबी को नियम से थोड़ा समय दें. इस तरह आपका ध्यान ऑफ़िस के अलावा दूसरी ओर भी बंटेगा और मन ख़ुश रहेगा. इससे काम का तनाव कम होगा. और यूं भी नहीं लगेगा, जैसे पूरे समय आपने केवल ऑफ़िस का ही काम दिमाग़ पर लाद रखा है.
तनाव मुक्त रहने के लिए गाने सुनें: गाने तो तनाव को दूर करने के लिए ही जाने जाते हैं. आप अपने पसंदीदा और आपको तनावमुक्त कर देनेवाले गानों की प्ले लिस्ट बना सकते/सकती हैं और ऑफ़िस के काम के बाद इसे सुन सकते हैं. मन को शांति देनेवाले गाने तो आप सुबह ऑफ़िस का काम करने से पहले भी सुन सकते/सकती हैं. ये आपके मूड को फ्रेश कर देंगे.
फ़ोटो: पिन्टरेस्ट