• होम पेज
  • टीम अफ़लातून
No Result
View All Result
डोनेट
ओए अफ़लातून
  • सुर्ख़ियों में
    • ख़बरें
    • चेहरे
    • नज़रिया
  • हेल्थ
    • डायट
    • फ़िटनेस
    • मेंटल हेल्थ
  • रिलेशनशिप
    • पैरेंटिंग
    • प्यार-परिवार
    • एक्सपर्ट सलाह
  • बुक क्लब
    • क्लासिक कहानियां
    • नई कहानियां
    • कविताएं
    • समीक्षा
  • लाइफ़स्टाइल
    • करियर-मनी
    • ट्रैवल
    • होम डेकोर-अप्लाएंसेस
    • धर्म
  • ज़ायका
    • रेसिपी
    • फ़ूड प्लस
    • न्यूज़-रिव्यूज़
  • ओए हीरो
    • मुलाक़ात
    • शख़्सियत
    • मेरी डायरी
  • ब्यूटी
    • हेयर-स्किन
    • मेकअप मंत्र
    • ब्यूटी न्यूज़
  • फ़ैशन
    • न्यू ट्रेंड्स
    • स्टाइल टिप्स
    • फ़ैशन न्यूज़
  • ओए एंटरटेन्मेंट
    • न्यूज़
    • रिव्यूज़
    • इंटरव्यूज़
    • फ़ीचर
  • वीडियो-पॉडकास्ट
ओए अफ़लातून
Home लाइफ़स्टाइल धर्म

बड़े लक्ष्य के प्रति समर्पित रहने की अनवरत साधना ही देवी सिद्धिदात्रि की उपासना का सार तत्व है

भावना प्रकाश by भावना प्रकाश
April 10, 2022
in धर्म, लाइफ़स्टाइल
A A
बड़े लक्ष्य के प्रति समर्पित रहने की अनवरत साधना ही देवी सिद्धिदात्रि की उपासना का सार तत्व है
Share on FacebookShare on Twitter

जगत मिथ्या और ब्रह्म सत्य है या ब्रह्म मिथ्या और जगत सत्य. ये विवाद सदैव से चलता आया है और चलता रहेगा. किंतु इसका उत्तर जानने के लिए अगर हम पुराणों की ओर जाएं और उनका सिर्फ़ पठन ही नहीं मनन भी करें तो पाएंगे कि हमारे व्रत, उपवासों में कोई तो वैज्ञानिक आधार छिपा है, जिन्हें यदि हम समझ लें तो इन्हें बनाने के उद्देश्य से परिचित हो सकेंगे. हो सकता है हमारे द्वंद्वग्रस्त मन को पूजा की सही विधि भी मिल जाए और अपने स्तर पर कुछ सार्थक करने का संतोष भी. यहां नवरात्र के नवें दिन की पूज्य देवी सिद्धिदात्री की पूजा की प्रासंगिकता पर चर्चा कर रही हैं भावना प्रकाश.

 

देवी सिद्धिदात्री सभी देवियों की सफल साधना के उपरांत पूजी जाने वाली वो देवी हैं, जिनकी उपासना से सिद्धियां प्राप्त होती है. ‘सिद्धि’ का अर्थ पौराणिक कथाओं के संदर्भ में देखें तो वो है- चमत्कार करने की शक्ति. जो आज के वैज्ञानिक युग में युक्ति संगत नहीं लगती. इसीलिए ‘सिद्धि’ का सही अर्थ समझना देवी सिद्धिदात्री की साधना का प्रतीकार्थ समझने से पहले ज़रूरी है. पर उससे भी पहले एक और बात पर ध्यान दें. देवी सिद्धिदात्री की आराधना बाक़ी देवियों की साधाना कर चुकने के पश्चात सबसे अंत में की जाती है. इसमें भी एक गूढ़ अर्थ छिपा है.

इन्हें भीपढ़ें

four-animals-in-harmony

ट्रैवल डायरी: तिब्बत की यह पेंटिंग और इसके गहरे मायने

January 30, 2023
shrimad-bhagwad-gita,

गीता को हम जीवन में उतार सकते हैं, क्योंकि यह दर्शन नहीं व्यवहार है

December 9, 2022
कहावतें, जो सिखाती हैं मनी मैनेजमेंट के पाठ

कहावतें, जो सिखाती हैं मनी मैनेजमेंट के पाठ

November 8, 2022
पेस्टल शेड्स से लेकर पेपर कप लाइटिंग तक- एक्स्पर्ट से जानिए इस वर्ष के फ़ेस्टिव होम डेकोर ट्रेंड्स

पेस्टल शेड्स से लेकर पेपर कप लाइटिंग तक- एक्स्पर्ट से जानिए इस वर्ष के फ़ेस्टिव होम डेकोर ट्रेंड्स

October 18, 2022

जैसा कि मैंने पहले लेखों में स्पष्ट किया है; इन्सान जब ख़ुद के व्यक्तित्व को उदात्त बनाने की साधना कर लेता है. अपने पारिवारिक दायित्वों के प्रति सजग होकर उनके सफल निर्वाह का ढंग सीख जाता है. समाज, राष्ट्र और प्रकृति के प्रति एक साधारण जागरूक नागरिक के योगदान का कर्तव्य सुनिश्चित कर लेता है. और संकट के समय आक्रामक होकर भी ख़ुद की रक्षा या न्याय के पक्ष में खड़े होने की निर्भयता स्वयं में विकसित कर लेता है. उसके बाद ही अपने व्यक्तित्व में युग-प्रवर्तक बन सकने लायक चामत्कारिक शक्तियां विकसित करने की साधना आरंभ हो सकती है.

अब पहले सिद्धियों के प्रतीकार्थ की बात करते हैं. पौराणिक कथाओं में जिन अष्टसिद्धियों का जिक्र किया गया है उनके शाब्दिक अर्थ को स्वीकार करना तो आज के वैज्ञानिक युग में संभव नहीं है, लेकिन आप किसी युग प्रवर्तक की उपलब्धियों और उसके साथ घटी घटनाओं के प्रकाश में तनिक ध्यान से विचार करें तो मंतव्य स्वयं ही स्पष्ट हो जाएगा.

सात सिद्धियों में अणिमा, महिमा, गरिमा, लघिमा शाब्दिक अर्थों में शरीर के लिए प्रयुक्त हैं किंतु प्रतीकार्थों में ये अहंकार को अत्यंत सूक्ष्म, हृदय को अत्यंत विशाल अर्थात्‌ किसी भी प्रकार के लालच या स्वार्थ से सर्वथा शून्य, मन को बहुत हल्का अर्थात कुंठा रहित और क्षमाशील और निश्चय को बहुत भारी अर्थात्‌ अडिग बना लेने की कला है. इसके निरंतर अभ्यास और सामाजिक कार्य करते हुए इन्हें व्यावहारिक रूप से भी तराशते जाने से ही वो निर्भयता प्राप्त होती है जो ‘प्राप्ति’ अर्थात बिना रोकटोक कहीं आ जा सकने का कौशल देने वाली सिद्धि है. ‘प्रकाम्य’ अर्थात्‌ दूसरे के मन की सारी बातें समझ जाने का कौशल, यह भी सामाजिक कार्य हेतु विभिन्न प्रकार के लोगों से निरंतर मिलते रहने और अपने ज्ञान की वृद्धि करते रहने से आता है. सामने वाले के मनोविज्ञान को उसके हावभाव से जानकर उसका मन पढ़ लेना वो मानसिक परिपक्वता है, जिससे मानने से वैज्ञानिकों को भी ऐतराज़ नहीं है. उनके गुणों से बना विशाल संगठन ही युग प्रवर्तकों के ‘ईशत्व’ और ‘वशीत्व’ का प्रमाण है.

हम महापुरुषों की जीवनियां पढ़ें तो बुद्ध हो या गांधी, राजा राम मोहन ‘राय’ हों या विवेकानंद, सबको दूसरे के मन में अपने तर्क रोपने के लिए भूमि तैयार करने के लिए इतना विनम्र पाएंगे, जैसे वो ख़ुद को अणु से भी छोटा समझते हों. उनमें इतना विशाल हृदय अथवा उदारता इतनी पाएंगे कि उनके महती उद्देश्य के सामने सभी स्वार्थ तुच्छ लगने लगें, एक बार लक्ष्य निर्धारित कर लेने के पश्चात उसमें इतना अडिग अर्थात उनके इरादों को इतना ‘भारी’ पाएंगे कि कोई विरोध या हार डिगा न सके. और ये सब वो संगठन जोड़े बिना संभव ही नहीं है, जो उनकी विजय के प्रति जन साधारण के असाधारण विश्वास अर्थात्‌ ‘ईशत्व’ और ‘वशित्व’ अर्थात्‌ अपने तर्कों तथा व्यक्तित्व के माध्यम से दूसरों को वशीभूत कर, संगठित कर देने के कौशल से ही मिलता है.

पौराणिक का तो पता नहीं, पर इतिहास भी चमत्कार या सिद्धियों की पुष्टि करता है. एक नज़र से देखें तो अशोक जैसे महत्त्वाकांक्षी राजा का अहिंसा का व्रत धारण कर बुद्ध की शरण में आना, राम मोहन ‘राय’ के कहने से हज़ारों युवकों का विधवाओं से शादी कर अपने जीवन का सबसे महत्त्वपूर्ण फ़ैसला समाज को अर्पित कर देना, गांधी के अनशन की अडिगता से अंग्रेज़ों का भयभीत हो जाना चमत्कार ही तो है. और अपने व्यक्तित्व को सामाजिक उत्थान के लक्ष्य को समर्पित कर, उसे साधने के लिए उन ऊंचाइयों तक ले जाने की अनवरत साधना ही है देवी सिद्धिदात्री की पूजा.

फ़ोटो: गूगल

Tags: AshtasiddhisAttitudeBhawna PrakashBig goalGoal attainmentGoddess SiddhidatriHeadlinesNavratriNavratri WorshipOye Aflatoonpetty distance from longingsRelentless practiceRelevance of Goddess WorshipRenunciationRight way of worshiping SiddhidatriSadhanasocial workUnshakable determinationअडिग निश्चयअनवरत साधनाअष्टसिद्धियांओए अफलातूनक्षुद्र लालसाओं से दूरीत्यागदेवी पूजा की प्रासंगिकतादेवी सिद्धिदात्रिनज़रियानवरात्रनवरात्र की पूजाबड़ा लक्ष्यभावना प्रकाशलक्ष्य प्राप्तिसाधनासामाजिक कार्यसिद्धिदात्रि की पूजा का सही तरीक़ासुर्ख़ियां
भावना प्रकाश

भावना प्रकाश

भावना, हिंदी साहित्य में पोस्ट ग्रैजुएट हैं. उन्होंने 10 वर्षों तक अध्यापन का कार्य किया है. उन्हें बचपन से ही लेखन, थिएटर और नृत्य का शौक़ रहा है. उन्होंने कई नृत्यनाटिकाओं, नुक्कड़ नाटकों और नाटकों में न सिर्फ़ ख़ुद भाग लिया है, बल्कि अध्यापन के दौरान बच्चों को भी इनमें शामिल किया, प्रोत्साहित किया. उनकी कहानियां और आलेख नामचीन पत्र-पत्रिकाओं में न सिर्फ़ प्रकाशित, बल्कि पुरस्कृत भी होते रहे हैं. लेखन और शिक्षा दोनों ही क्षेत्रों में प्राप्त कई पुरस्कारों में उनके दिल क़रीब है शिक्षा के क्षेत्र में नवीन प्रयोगों को लागू करने पर छात्रों में आए उल्लेखनीय सकारात्मक बदलावों के लिए मिला पुरस्कार. फ़िलहाल वे स्वतंत्र लेखन कर रही हैं और उन्होंने बच्चों को हिंदी सिखाने के लिए अपना यूट्यूब चैनल भी बनाया है.

Related Posts

magic-words
करियर-मनी

ये तीन जादुई शब्द वर्कप्लेस पर भी आपके बहुत काम आएंगे

September 21, 2022
indoor-plants
ज़रूर पढ़ें

घर को पौधों से सजाइए, इनके कई फ़ायदे हैं

September 7, 2022
Thailand-in-hindi
ट्रैवल

थाईलैंड: सोना उगलने वाली भूमि!

September 3, 2022
Facebook Twitter Instagram Youtube
ओए अफ़लातून

हर वह शख़्स फिर चाहे वह महिला हो या पुरुष ‘अफ़लातून’ ही है, जो जीवन को अपने शर्तों पर जीने का ख़्वाब देखता है, उसे पूरा करने का जज़्बा रखता है और इसके लिए प्रयास करता है. जीवन की शर्तें आपकी और उन शर्तों पर चलने का हुनर सिखाने वालों की कहानियां ओए अफ़लातून की. जीवन के अलग-अलग पहलुओं पर, लाइफ़स्टाइल पर हमारी स्टोरीज़ आपको नया नज़रिया और उम्मीद तब तक देती रहेंगी, जब तक कि आप अपने जीवन के ‘अफ़लातून’ न बन जाएं.

संपर्क

ईमेल: [email protected]
फ़ोन: +91 9967974469
+91 9967638520
  • About
  • Privacy Policy
  • Terms

© 2022 Oyeaflatoon - Managed & Powered by Zwantum.

No Result
View All Result
  • सुर्ख़ियों में
    • ख़बरें
    • चेहरे
    • नज़रिया
  • हेल्थ
    • डायट
    • फ़िटनेस
    • मेंटल हेल्थ
  • रिलेशनशिप
    • पैरेंटिंग
    • प्यार-परिवार
    • एक्सपर्ट सलाह
  • बुक क्लब
    • क्लासिक कहानियां
    • नई कहानियां
    • कविताएं
    • समीक्षा
  • लाइफ़स्टाइल
    • करियर-मनी
    • ट्रैवल
    • होम डेकोर-अप्लाएंसेस
    • धर्म
  • ज़ायका
    • रेसिपी
    • फ़ूड प्लस
    • न्यूज़-रिव्यूज़
  • ओए हीरो
    • मुलाक़ात
    • शख़्सियत
    • मेरी डायरी
  • ब्यूटी
    • हेयर-स्किन
    • मेकअप मंत्र
    • ब्यूटी न्यूज़
  • फ़ैशन
    • न्यू ट्रेंड्स
    • स्टाइल टिप्स
    • फ़ैशन न्यूज़
  • ओए एंटरटेन्मेंट
    • न्यूज़
    • रिव्यूज़
    • इंटरव्यूज़
    • फ़ीचर
  • वीडियो-पॉडकास्ट
  • टीम अफ़लातून

© 2022 Oyeaflatoon - Managed & Powered by Zwantum.

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password?

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In

Add New Playlist