एक शाम को मैं ज़िंदगी से मिली: स्वप्ना मित्तल की कविता
यूं तो हमारी ज़िंदगी हमसे अलग नहीं है. पर कभी ख़ुद को ज़िंदगी से कुछ क़दम दूर रखकर उससे बातचीत ...
यूं तो हमारी ज़िंदगी हमसे अलग नहीं है. पर कभी ख़ुद को ज़िंदगी से कुछ क़दम दूर रखकर उससे बातचीत ...
पाकिस्तान के मशहूर शायर हबीब जालिब की पंक्तियां ‘तुम से पहले जो इक शख़्स यहां तख़्त-नशीं था, उस को भी ...
कवि कैफ़ भोपाली की मशहूर कविता ‘ये दाढ़ियां ये तिलक धारियां नहीं चलतीं’ उन सभी के लिए एक मुकम्मल संदेश ...
‘यह कदंब का पेड़’ सुभद्रा कुमारी चौहान की एक लोकप्रिय बाल कविता है. इसमें अपनी मां से वार्तालाप करते एक ...
हरिवंश राय बच्चन की मशहूर कविता अग्निपथ में जीवन के संघर्ष में हार न मानने का संदेश दिया गया है. ...
दुनिया के शोर-शराबे के बीच हमें ख़ुद से भी बात करते रहनी चाहिए. कवि कुंवर बेचैन की कविता ‘सबकी बात ...
क़ैसर-उल ज़ाफ़री के ये शेर इंतज़ार करते आदमी के अंदर भरी कड़वाहट को शब्द देते हैं. यूं बड़ी देर से ...
बच्चों का काम पर जाना, हमारे ही क्या किसी भी समय की सबसे बड़ी विडंबना है. राजेश जोशी की कविता ...
इतिहास अपने आप को ख़ुद ही करेक्ट कर लेता है, बशर्ते हमें उसकी दुखती रगों को बार-बार नहीं छेड़ना चाहिए. ...
कविता के बिना भी ज़िंदगी बिताई जा सकती है, बावजूद इसके हमारी ज़िंदगी में कविता होने पर ज़िंदगी के मायने ...
हर वह शख़्स फिर चाहे वह महिला हो या पुरुष ‘अफ़लातून’ ही है, जो जीवन को अपने शर्तों पर जीने का ख़्वाब देखता है, उसे पूरा करने का जज़्बा रखता है और इसके लिए प्रयास करता है. जीवन की शर्तें आपकी और उन शर्तों पर चलने का हुनर सिखाने वालों की कहानियां ओए अफ़लातून की. जीवन के अलग-अलग पहलुओं पर, लाइफ़स्टाइल पर हमारी स्टोरीज़ आपको नया नज़रिया और उम्मीद तब तक देती रहेंगी, जब तक कि आप अपने जीवन के ‘अफ़लातून’ न बन जाएं.
© 2022 Oyeaflatoon - Managed & Powered by Zwantum.
© 2022 Oyeaflatoon - Managed & Powered by Zwantum.