वीरों का कैसा हो वसंत?: सुभद्रा कुमारी चौहान की कविता
सारी सुख-सुविधाओं का त्याग कर देश की रक्षा में सदा तत्पर हमारे वीर जवानों को समर्पित है सुभद्रा कुमारी चौहान ...
सारी सुख-सुविधाओं का त्याग कर देश की रक्षा में सदा तत्पर हमारे वीर जवानों को समर्पित है सुभद्रा कुमारी चौहान ...
क्या प्रेम का अन्त कहानियों की तरह विवाह में ही होना आवश्यक है? इस सवाल के इर्दगिर्द बुनी गई एक ...
विमला और अखिलेश मुंहबोले भाई-बहन हैं. विमला की शादी विनोद से हो जाती है. विनोद, अखिलेश का सहपाठी रह चुका ...
सच्ची दोस्ती अमीरी-ग़रीबी नहीं देखती. सुभद्रा कुमारी चौहान की कहानी ‘दो सखियां’ इसकी मिसाल है. मालिन क्यारियों को निरा रही ...
चाहे राजा हो या आम आदमी अपना सोचा कभी पूरा नहीं होता. ऐसी ही कहानी है मछुए की बेटी तिन्नी ...
जब देश आज़ादी की लड़ाई लड़ रहा था, जब एक बहन रक्षाबंधन के दिन अपने भाइयों को स्वाधीनता के आंदोलन ...
एक ग़रीब, बुज़ुर्ग और अकेली महिला के लिए ज़िंदगी कितनी मुश्क़िल हो सकती है, हम इसकी कल्पना कर सकते हैं. ...
बिना किसी की स्थिति जाने, उसके बारे में धारणा बना लेना बड़ा ही आसान सा काम है. कहानी चढ़ा दिमाग़ ...
ग़रीबी और ख़ूबसूरती में अगर मुक़ाबला कराया जाए तो एक शुरुआती उठा-पटक के बाद ख़ूबसूरती हार जाएगी. ग़रीबी इच्छाओं पर ...
‘यह कदंब का पेड़’ सुभद्रा कुमारी चौहान की एक लोकप्रिय बाल कविता है. इसमें अपनी मां से वार्तालाप करते एक ...
हर वह शख़्स फिर चाहे वह महिला हो या पुरुष ‘अफ़लातून’ ही है, जो जीवन को अपने शर्तों पर जीने का ख़्वाब देखता है, उसे पूरा करने का जज़्बा रखता है और इसके लिए प्रयास करता है. जीवन की शर्तें आपकी और उन शर्तों पर चलने का हुनर सिखाने वालों की कहानियां ओए अफ़लातून की. जीवन के अलग-अलग पहलुओं पर, लाइफ़स्टाइल पर हमारी स्टोरीज़ आपको नया नज़रिया और उम्मीद तब तक देती रहेंगी, जब तक कि आप अपने जीवन के ‘अफ़लातून’ न बन जाएं.
© 2022 Oyeaflatoon - Managed & Powered by Zwantum.
© 2022 Oyeaflatoon - Managed & Powered by Zwantum.