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I Am the People, the Mob BY CARL SANDBURG

मैं ही अवाम, जनसमूह: कार्ल सैंडबर्ग की कविता (भावानुवाद: दीपक वोहरा)

अमेरिकी कवि, इतिहासकार, उपन्यासकार और लोकगीतकार, आम जनता के कवि थे. उन्हें अपनी रचनाओं के लिए विश्वभर में सम्मानित किया...

Dushyant-Kumar

जाने किस-किसका ख़्याल आया है: दुष्यंत कुमार की कविता

विसंगियों के ग़ज़लकार दुष्यंत कुमार की यह ग़ज़ल कई विसंगत जोड़ियों को बेहद नज़ाकत से बताती है. जाने किस-किसका ख़्याल...

Ismat-Chughtai-Stories

तो मर जाओ: इश्क़ के मारों के काम की कहानी (लेखिका: इस्मत चुग़ताई)

बातचीत करती हुई शैली में कहानियां लिखना इस्मत चुग़ताई की ख़ासियत थी. इश्क़ में पागल लोगों के लिए लिखी उनकी...

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