सप्ताह में कम से कम एक बार त्वचा को एक्स्फ़ॉलिएट करना आपके स्किनकेयर रूटीन का हिस्सा होना चाहिए. इसकी वजह यह है कि एक्स्फ़ॉलिएशन से त्वचा पर मौजूद मृत कोशिकाएं (डेड सेल्स) हट जाती हैं और त्वचा की खिली-निखरी पर्त सामने आ जाती है. लेकिन क्या आप यह जानती हैं कि एक्स्फ़ॉलिएशन हमेशा त्वचा के प्रकार के अनुसार यानी स्किन टाइप के अनुसार किया जाना चाहिए? यहां हम यह भी बता रहे हैं कि क्यों स्किन टाइप के अनुसार त्वचा को एक्स्फ़ॉलिएट करें और यह काम कैसे करें.
यदि आप अपने स्किन टाइप को ध्यान में रखते हुए त्वचा को एक्स्फ़ॉलिएट करेंगी तो ज़ाहिर है कि आपके स्क्रब में इस तरह के इन्ग्रीडएंट्स होंगे, जो त्वचा को अतिरिक्त लाभ दे सकें. यदि आपकी त्वचा संवेदनशील है तो उसे एक्स्फ़ॉलिएट करते समय आपको सजग रहना होगा, ताकि डेड सेल्स भी हट जाएं और त्वचा को नुक़सान भी न पहुंचे. इसी तरह यदि आपकी त्वचा तैलीय (ऑइली) है तो उसे इस तरह एक्स्फ़ॉलिएट किया जाना चाहिए, ताकि तेल की अतिरिक्त पर्त हटने के बाद त्वचा सही तरीक़े से एक्स्फ़ॉलिएट हो जाए. आइए जानते हैं कैसे किया जाना चाहिए अलग-अलग प्रकार की त्वचा को एक्स्फ़ॉलिएट.
यहां एक बात का ध्यान रखना बेहद ज़रूरी है कि त्वचा को एक्स्फ़ॉलिएट करने के बाद (इस बात से कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता कि आपका स्किन टाइप क्या है), त्वचा रूखी महसूस होगी ही. अत: अपनी त्वचा के प्रकार के अनुसार उसे मॉइस्चराइज़ ज़रूर करें.
यदि आपकी त्वचा है: रूखी
रूखी त्वचा यानी ड्राइ स्किन कई बार पपड़ीदार हो जाती है. इसे नियमित अंतराल पर एक्स्फ़ॉलिएट करना इसलिए भी ज़रूरी है की पपड़ीदार त्वचा हट जाए, लेकिन यह काम मैकेनिकल स्क्रबर से न करें. त्वचा के लिए उपयुक्त स्क्रब ले. अपनी त्वचा को गीला करें. स्क्रब को पूरे चेहरे पर लगाएं और फिर एक रोएंदार टॉवेल को गीला कर के इससे अपने चेहरे को हल्के हाथों से गोल-गोल घुमाते हुए रगड़ें. इस तरह त्वचा पर मौजूद रूखी पर्त आसानी से निकल जाएगी और उसके नीचे मौजूद त्वचा की नई पर्त सामने आ जाने से त्वचा उजली भी लगने लगेगी.
यदि आपकी त्वचा है: तैलीय
तैलीय त्वचा पर डेड स्किन सेल्स के अलावा तेल की भी अतिरिक्त पर्त भी होती मौजूद है. इसे हटाने के लिए आपको हाथ या सौम्य ब्रिसल्स वाले ब्रश का इस्तेमाल करना चाहिए. बुनियादी तरीक़ा वही है कि आप अपने चेहरे को गीला कर के स्क्रब को पूरे चेहरे पर मलें. फिर अपनी उंगलियों या ब्रश की सहायता से सर्कुलर मोशन में मलते हुए चेहरे को एक्स्फ़ॉलिएट करें. इससे चेहरे पर मौजूद तेल के अलावा डेड स्किन सेल्स भी हट जाएंगी और आपका चेहरा दमकने लगेगा.
यदि आपकी त्वचा है: मिलीजुली
यदि आपकी त्वचा मिलीजुली यानी कॉम्बिनेशन स्किन है, जो कहीं रूखी और कहीं तैलीय है तो आपको एक्स्फ़ॉलिएशन के लिए हर बार अलग तरीक़ा अपनाना चाहिए. इसका यह मतलब नहीं है कि आप एक्स्फ़ॉलिएशन की फ्रीक्वेंसी बढ़ानी है. इसका अर्थ यह है कि यदि आप सप्ताह में एक बार त्वचा को एक्स्फ़ॉलिएट करती हैं तो इस सप्ताह रूखी त्वचा के लिए बताए गए तरीक़े से स्क्रब करें और अगले सप्ताह तैलीय त्वचा के लिए बताए गए तरीक़े से एक्स्फ़ॉलिएट करें.
यदि आपकी त्वचा है: संवेदनशील
यूं तो बाज़ार में भी संवेदनशील त्वचा के लिए स्क्रब मौजूद हैं, लेकिन त्वचा संवेदनशील है तो हम आपको घर पर बने इस तरह के स्क्रब की सलाह देंगे, जिसमें आपके चेहरे पर सूट करने वाले इन्ग्रीडिएंट्स शामिल हों. साथ ही आपका स्क्रब बहुत दरदरा बिल्कुल भी न हो, क्योंकि संवेदनशील त्वचा पर बहुत जल्दी लालिमा और रैशेज़ आ जाते हैं. आपको किसी मशीन की सहायता से स्क्रब करने की बजाय वॉश-क्लोद या मलमल के कपड़े की सहायता से चेहरे को एक्स्फ़ॉलिएट करना चाहिए. इसके लिए पहले चेहरे को पानी से धोएं. अब स्क्रब को चेहरे पर मलें. कपड़े को पानी में भिगोएं और हल्के हाथों से चेहरे पर सर्कुलर मोशन में घुमाते हुए स्क्रब करें.
फ़ोटो: पिन्टरेस्ट