आप कामकाजी हैं तो हो सकता है ‘ऑफ़िस वाइअलेंस’ शब्द के बारे में आपने सुन रखा हो. हम में से अधिकतर लोग समझते हैं कि हिंसा यानी वाइअलेंस शब्द का अर्थ है किसी को शारीरिक नुक़सान पहुंचाना. लेकिन आपको बता दें कि हिंसा मानसिक भी होती है और वह ज़्यादा कष्टकर होती है. ऑफ़िस में गॉसिप, अफ़वाहें वगैरह फैलाना ऑफ़िस वाइअलेंस कें अंतर्गत ही आता है. और गॉसिप आपके करियर में बाधा बन सकती है. कैसे? और क्या आप गॉसिप की आदत से छुटकारा पा सकते/सकती हैं? हम यहां इसी बारे में बात कर रहे हैं.
अपने करियर के दौरान आपका कभी न कभी गॉसिप से पाला पड़ा ही होगा. हो सकता है कि आप इसका हिस्सा रहे हों और ये भी हो सकता है कि किसी दूसरे ग्रुप की गॉसिप का मुख्य मुद्दा ही आप हों, और आपको इस बारे में पता भी न हो. यह सुन कर कैसा लगा आपको? जी हां, जब तक दूसरे पर बीतती है, हमें गॉसिप पसंद आती है, लेकिन जब ख़ुद पर बीतती है तो हमें गॉसिप कभी अच्छी नहीं लग सकती.
यदि आप करियर ओरिएंटेड हैं और गॉसिप का हिस्सा भी हैं तो इस बात पर ध्यान दीजिएगा, आज आप जिसके बारे में अफ़वाह या चटपटी बातों का हिस्सा हैं, हो सकता है कि कल को वो दूसरी कंपनी में शिफ़्ट हो जाए, उसका ओहदा बढ़ जाए. ऐसे में कभी यदि आपकी कही हुई बातें उसे कहीं से पता चल गईं और आपका उस कंपनी के लिए कोई इंटरव्यू हुआ तो क्या आपको लगता है कि आपको लिया जाएगा?
गॉसिप के क्षणिक सुख के लिए आप अपने पूरे करियर को दांव पर तो नहीं लगा सकते/सकती? अत: बेहतर होगा कि ऑफ़िस में गॉसिप की आदत पर लगाम लगा लें. हम यह नहीं कह रहे हैं कि आप अपने कलीग्स, बॉस वगैरह के साथ अनौपचारिक बातें न करें, बातचीत को एंजॉय न करें, लेकिन जिस जगह आपको महसूस हो कि यह बातचीत किसी की बुराई या चरित्र हनन की ओर बढ़ रही है, ख़ुद को संयत कर लें. ताकि आप इस तरह की गपशप का हिस्सा न बनें.
यदि आप यह जानना चाहते हैं कि ऑफ़िस में गॉसिप से कैसे बचा जा सकता है तो हम आपके लिए इस बात को आसान बना रहे हैं. नीचे दी हुई बातों को अमल में लाइए और व्यर्थ की ऑफ़िस गॉसिप से बचे रहिए.
हेल्दी गॉसिप का हिस्सा बनिए. गॉसिप हर बार बुरी नहीं होती. ख़ासतौर पर तब, जब यह किसी परिस्थिति के बारे में हो और गॉसिप में शामिल सभी लोग इसका आनंद ले रहे हों. या फिर जिस व्यक्ति के बारे में हो रही हो, वह ख़ुद वहां मौजूद हो कर इसके मज़े ले रहा हो, जिसे हम दूसरे शब्दों में टांग खिचाई या लेग पुलिंग कहते हैं. इस तरह का कैशुअल कन्वर्सेशन कलीग्स को एक-दूसरे के नज़दीक लाता है. अत: ऐसी गॉसिप का हिस्सा ज़रूर बनिए.
अपने मनोभावों को व्यक्त कीजिए. यदि ऑफ़िस में किसी की कोई बात या व्यहार आपको अच्छा न लगा हो और इससे आपका मन खिन्न हो तो ख़ुद को ‘कूल डाउन’ होने का समय दें. जब आप शांत हो जाएं तो बजाय उस बात को ऑफ़िस के किसी दूसरे कलीग से डिस्कस करने के, उसी व्यक्ति के साथ चर्चा कीजिए, जिसकी बात आपको बुरी लगी थी. उन्हें बताइए कि क्यों आपको यह बात अच्छी नहीं लगी. हो सकता है कि उनका जवाब सुनने के बाद आपको पता चले कि उन्होंने ऐसा जानबूझ कर नहीं किया, बल्कि उनका तो आपको हर्ट करने का कोई इरादा भी नहीं था. इस तरह आपकी बॉन्डिंग उनके साथ और बेहतर हो सकती है.
बहाना बना कर खिसक लीजिए. जी हां, ये सबसे आसान तरीक़ा है ऑफ़िस गॉसिप से बचने का. यदि आप किसी ग्रुप में शामिल होकर बातचीत कर रहे/रही हैं और आपको ज़रा-सा भी अंदेशा हो जाता है कि आगे किसी ऑफ़िस कलीग के बारे में गॉसिप की जाने वाली है तो आप किसी काम का बहाना कर वहां से तुरंत हट सकते/सकती हैं. यक़ीन मानिए, गॉसिप सुनने के लालच को आप यदि छोड़ सकें तो आपका दिमाग़ अपने काम पर ज़्यादा अच्छी तरह फ़ोकस कर सकेगा और आप बेहतर परफ़ॉर्म करेंगे तो आपकी तरक़्क़ी के रास्ते खुल जाएंगे. समय भी व्यर्थ होने से बचेगा.
बातें बनाइए, बातें बदलिए. यदि आप किसी ऐसी जगह हैं, जहां गॉसिप के बीच से निकलना संभव नहीं है तो बातों का रुख़ ही मोड़ दीजिए. यदि किसी का कैरेक्टर असैसिनेशन करते हुए कहा जा रहा है कि वह काम करना भूल जाता/जाती है, तो आप कह सकते हैं: इन दिनों मैं भी बहुत जल्दी-जल्दी काम भूल जाता/जाती हूं. और सुना दीजिए कोई मज़ेदार सा क़िस्सा जब आप वाक़ई कोई काम भूल गए/गई हों और जिसकी यादें आपके दिमाग़ में ताज़ा हों. ज़रूरी नहीं कि वह क़िस्सा आजकल का ही हो, कोई पुराना क़िस्सा भी हो सकता है. और बस, बातों को नया मोड़ मिल जाएगा. और गॉसिप पीछे छूट जाएगी.
चुप रहिए, चेहरे पर कोई भाव न लाइए, मुस्कुराइए. यदि आप कहीं ऐसी स्थिति में फंस गए/गईं हैं, जहां गॉसिप सुनने के अलावा कोई चारा नहीं है तो अपने एक्स्प्रेशन्स का पूरा फ़ायदा उठाइए. चुप रहना, चेहरे पर ब्लैंक एक्स्प्रेशन रखना या फिर केवल हल्की-सी जबरन ओढ़ी हुई सी मुस्कान ला कर यह जता दीजिए कि इस बातचीत में आपको कोई ख़ास दिलचस्पी नहीं है. ये सभी ट्रिक्स बहुत कारगर हैं, यदि ऑफ़िस की टॉक्सिक गॉसिप से छुटकारा पाना चाहते/चाहती हैं, करियर में ग्रोथ चाहते/चाहती हैं तो इन्हें आज़माकर ज़रूर देखिए. और हां, शुक्रिया कहने की कोई ज़रूरत नहीं है!
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