गर्मी और उमस के मौसम में हमें पता है कि आप घर से निकल कर जल्द से जल्द कार तक पहुंचना चाहते हैं, ताकि कार का एसी गर्मी से कुछ सुकून दे सके. इसके बाद ऑफ़िस में एसी रूम/कैबिन में बैठते हैं और शाम को लौटकर घर पर फिर एसी कमरे में क़ैद हो जाते हैं. गर्मी इतनी होती है कि ऐसा करना ही पड़ता है. लेकिन जिस तरह किसी भी चीज़ की अति अच्छी नहीं होती, वही बात एसी के इस्तेमाल के साथ भी लागू होती है. यहां हम आपको बता रहे हैं, एसी के ज़्यादा इस्तेमाल से होने वाली सेहत से जुड़ी आम समस्याओं के बारे में.
गर्मियों के मौसम में हम में से कई लोग चाह कर भी एसी का इस्तेमाल कम नहीं कर पाते. बावजूद इसके कि सुबह और शाम के वक़्त मौसम थोड़ा बेहतर हो जाता है, हम एसी में ही रहे आना चाहते हैं. पर जब आप इस बारे में जानेंगे कि एसी में ज़रूरत से ज़्यादा समय बिताने से आपकी सेहत को क्या नुक़सान पहुंच रहे हैं तो हमें यक़ीन है कि आप इसके इस्तेमाल के समय को कम करेंगे. साथ ही, उन सावधानियों का भी पालन करेंगे, जो आपको सेहत से संबंधित इसके संभावित ख़तरों से बचा सकती हैं.
डीहाइड्रेशन
एक ऐसा कमरा या हॉल जहां एसी ऑन हो, वहां आपके शरीर में डीहाइड्रेशन उस कमरे की तुलना में ज़्यादा होता है, जहां एसी न हो. यदि एसी कमरे में मौजूद नमी की मात्रा को तेज़ी से कम कर रहा है तो आपको डीहाइड्रेशन होगा ही. क्या कभी ऐसे समय में जब एसी का तापमान बहुत कम रहा हो आपको बहुत ठंड लगने के साथ-साथ प्यास भी लगती है? यह डीहाइड्रेशन की वजह से ही होता है. अत: जब भी आपको लंबे समय तक एसी में बैठना हो समय-समय पर पानी पीते रहें और अपने शरीर में पानी पर्याप्त मात्रा में पहुंचाते रहें.
ड्राइनेस
जैसा कि हमने ऊपर भी बताया एसी ऑन होता है तो कमरे में मौजूद नमी को सोखता है, जिसकी वजह से आप डीहाइड्रेटेड महसूस करते हैं. लंबे समय तक यदि आप एसी वाले कमरे में रहते हैं तो आपकी त्वचा भी रूखी और पपड़ीदार हो जाती है. यह समस्या यहीं नहीं रुकती, क्योंकि रूखी त्वचा यानी ड्राइ स्किन में खुजली की समस्या पैदा हो जाती है. चूंकि एसी के लंबे एक्स्पोज़र से आपकी त्वचा रूखी होने लगती है तो नमी की कमी को पूरा करने के लिए त्वचा और तेल बनाने लगती है, जिसकी वजह से आपको मुहांसे भी हो सकते हैं. लंबे समय तक एसी में रहने की वजह से होने वाली यह ड्राइनेस केवल त्वचा तक ही सीमित नहीं रहती, बल्कि इससे आपकी आंखों की नमी में भी कमी आती है और आंखें भी ड्राइ हो जाती हैं. इन दिनों हम सभी लैपटॉप या डेस्कटॉप पर काम करते हैं तो ऐसे में आंखों के रूखेपन की यह समस्या गंभीर हो जाती है. इसके लिए आप आंखों के डॉक्टर से पूछ कर ऐसी आइ ड्रॉप ले सकते हैं, जो आंखों की नमी को बरक़रार रखे.
एलर्जीज़
लंबे समय तक एसी में रहने से नाक, गले और आंखों में एलर्जी की समस्या हो सकती है. और जिन लोगों को पहले से ही इस तरह की समस्या है, वह गंभीर रूप ले सकती है. आपको गले में खराश महसूस हो सकती है, नाक बंद रह सकती है या फिर नाक लगातार बहने की समस्या भी हो कती है. जिन लोगों को अस्थमा या एलर्जी की समस्या है, उन्हें और ज़्यादा परेशानी महसूस हो सकती है. एसी वाले बंद कमरे में रहने से आप बाहर के प्रदूषको यानी पलूटेंट्स से तो बच जाते हैं, लेकिन यदि एसी को सही तरह से मेंटेन नहीं किया जा रहा है, ठीक तरह से साफ़-सफ़ाई नहीं की जा रही है तो एलर्जी की समस्या बहुत बढ़ सकती है.
सिरदर्द और सुस्ती
लंबे समय तक एसी में रहने की वजह से आपको सिरदर्द या फिर माइग्रेन की समस्या भी हो सकती है. इस सरदर्द का कारण डीहाइड्रेशन होता है, जिसे अक्सर हम नज़रअंदाज़ कर जाते हैं. जब हम लंबे समय तक एसी में होते हैं तो पानी पीने का ख़्याल ज़रूर रखना चाहिए. इसके अलावा एसी से निकल कर तुरंत बाहर जाना और बाहर से आकर तुरंत एसी में चले जाने से शरीर में अचानक तापमान में बदलाव होता है, जिसकी वजह से भी आपको सिरदर्द हो सकता है. कई लोगों को अचानक आए तापमान के इस बदलाव की वजह से सुस्ती का एहसास होता है और उनकी प्रोडक्टिविटी कुछ समय के लिए घट सकती है.
तो कैसे किया जाए एसी का इस्तेमाल, ताकि सेहत पर बुरा असर न पड़े
यहां हम आपको एसी के इस्तेमाल का वह तरीक़ा बताने जा रहे हैं, जिससे आपकी सेहत को कम नुक़सान पहुंचे. तो इसके लिए:
1. धूप से आकर सीधे एसी में बैठने या फिर एसी से निकल कर सीधे धूप में जाने से बचें. एसी वाले कमरे से निकल कर कुछ समय के लिए सामान्य तापमान वाले कमरे में बैठें और फिर धूप में जाएं. इसी तरह धूप से आ रहे हैं तो कुछ देर सामान्य तापमान वाले हिस्से में बैठें, फिर एसी वाली जगह पर जाएं.
2. एसी वाले कमरे का तापमान 24 डिग्री से 22 डिग्री के बीच ही रखें.
3. यदि लंबे समय तक एसी वाली जगह पर बैठना है तो समय-समय पर पानी पीते रहें. ख़ुद को हाइड्रेटेड रखना बिल्कुल न भूलें.
4. यदि आपको किसी क़िस्म की एलर्जी है तो एसी के बिल्कुल सामने बैठने से बचें.
5. ड्राइ आइ की समस्या है तो आंखों के डॉक्टर से आइड्रॉप का प्रिस्क्रिप्शन लें.
6. सुबह और शाम का वह वक़्त जब गर्मी अधिक न हो एसी को ऑफ़ ही रखें.
7. रात को सोते समय एसी का टाइमर दो/तीन घंटे के लिए सेट करें. जैसे ही रूम हल्का ठंडा होगा आपको नींद आ जाएगी और इसके बाद जब एसी बंद होगा तो नींद में होने की वजह से आपको पता भी नहीं चलेगा.
फ़ोटो: पिन्टरेस्ट